नई दिल्ली

राजधानी के इंडिया गेट पर रेसलर्स का मार्च: हाथों में तिरंगा लेकर समर्थकों के साथ सड़क पर उतरे पहलवान, बोले- पुलिस ने समर्थकों को इंडिया गेट से भगाया

नई दिल्ली डेस्क :

भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों ने इंडिया गेट से मार्च निकाला। इसमें लोग तिरंगा लेकर शामिल हुए। पहलवानों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने इंडिया गेट को खाली करा दिया, ताकि लोग उनके समर्थन में हिस्सा न ले सकें। बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों के जंतर-मंतर पर चल रहे धरने को आज ही 1 महीना पूरा हुआ है।

बृजभूषण ने कहा- मामला गुड टच- बैड टच का, बजरंग की कुश्ती खत्म हो चुकी
वहीं, बृजभूषण ने कहा, ‘मैं उनसे मिलने कभी नहीं जाऊंगा। पहले वे मेरे पैर छूते थे और अब धरना देते हैं। वे षड्यंत्र के शिकार हैं। यह मामला यौन शोषण का नहीं, बल्कि गुड टच-बैड टच का है। बजरंग पूनिया की कुश्ती तो खत्म हो चुकी है।’ जवाब में विनेश फोगाट ने कहा कि उनके भी घर में मां-बेटियां और महिलाएं हैं।

बृजभूषण की रेसलर्स के खिलाफ बड़ी बातें…

1. FIR ही सच तो जांच एजेंसी बंद करें, सबूत-गवाह नहीं चाहिए
एक टीवी चैनल से बातचीत में बृजभूषण ने कहा- क्या FIR को फाइनल मान लिया जाएगा, क्या जांच एजेंसियां अपना काम बंद कर दें। क्या उसी को चार्जशीट मान लिया जाए। क्या सबूत-गवाह बयान की कोई आवश्यकता नहीं है। तो बंद कर दीजिए थानों को, बंद कर दीजिए जांच एजेंसियों को। कोई समाचार पत्र छापे और फांसी पर लटका दें।

2. पहलवान षड्यंत्र के शिकार, मामला निपटने पर उन्हीं से गुस्सा होंगे
पहलवानों से मिलने के सवाल पर बृजभूषण ने कहा- हम क्यों जाएं जंतर-मंतर पर। जब इन्होंने कुछ नहीं छोड़ा। मेरा क्या सम्मान किया है। 15 दिन पहले तक पैर छूते थे। मेरी तारीफ करते थे, मेरे घर आते थे, मैं उनके घर जाता था। मैं फिर कहना चाहता हूं, ये षड्यंत्र के शिकार हैं। जब यह सारी कार्रवाई पूरी होगी, तब मेरे ऊपर ये कम गुस्सा करेंगे। जिनके जाल में यह फंसे हैं उनके ऊपर ज्यादा गुस्सा करेंगे।

3. CBI से जांच करा लें, मैं हर टेस्ट को तैयार
जब जांच दिल्ली पुलिस के पास विचाराधीन है, तो अब दिल्ली पुलिस ही फैसला करेगी। मैंने 15 दिन पहले कहा था कि अभी समय है, आप जिस तरह से दिल्ली पुलिस के बारे में बात करते हैं, लगता है कि आप दिल्ली पुलिस पर सवाल उठाएंगे। तो अभी से आप कपिल सिब्बल के पास चले जाएं और उनसे कहे कि इसकी CBI जांच करवाएं या अन्य किसी से जांच करवा लें, क्योंकि फिर जब दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट आएगी, आप फिर बोलेंगे। बृजभूषण ने कहा- मुझे हर जांच पर भरोसा है, हर टेस्ट करवाने के लिए मैं तैयार हूं।

यूपी में कहा- मुकदमा छुआछूत का है
बृजभूषण ने मंगलवार को यूपी के मऊ में महाराणा प्रताप की जयंती समारोह में कार्यक्रम में कहा, ‘ये मुकदमा छुआछूत का है। सही छुआ या गलत छुआ। छुआछूत का रोग लेकर देवियां (महिला पहलवान) आ गई हैं। जो पहलवान प्रदर्शन कर रहे हैं, वे आज तक नहीं बता पाए कि कब हुआ, कहां हुआ, क्या- क्या हुआ, कैसे- कैसे हुआ।’

उन्होंने कहा, ‘कल खाप पंचायत हुई थी, उसमें यह तय हुआ कि सांसद जी का नार्को टेस्ट करा लिया जाए। शाम को मैंने बोल दिया कि मेरा नार्को करा लिया जाए, साथ ही आरोप लगाने वाली खिलाड़ियों का भी नार्को टेस्ट कराया जाए। ताकि षड्यंत्रकारियों का पता लगाया जा सके। ये जो मुकदमा है, वह बैड टच और गुड टच का है। ये छुआछूत का मुकदमा है।

पहलवानों ने नार्को टेस्ट की चुनौती भी स्वीकारी
बृजभूषण की नार्को टेस्ट की चुनौती को रेसलर्स ने सोमवार को स्वीकार कर लिया था। बजरंग पूनिया ने कहा कि हम सभी किसी भी टेस्ट के लिए तैयार हैं, लेकिन इसे सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराया जाए। नार्को टेस्ट लाइव हो ताकि सवाल और जवाबों को पूरा देश सुने।

अब पढ़िए धरने में अब तक क्या हुआ…

  • 18 जनवरी 2023 को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ बजरंग पूनिया ने धरना देना शुरू कर दिया। आरोप लगाया कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कई महिला पहलवानों का यौन शोषण किया है। विनेश ने आरोप लगाया कि बृजभूषण होटल के उसी फ्लोर पर रुकते थे, जहां महिला पहलवान ठहरती थीं।
  • 21 जनवरी को विवाद बढ़ने के बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से पहलवानों की मुलाकात हुई और धरना खत्म हो गया। भरोसा मिला कि चार हफ्ते के अंदर कमेटी की जांच रिपोर्ट आएगी, तब तक बृजभूषण सिंह के अधिकार छीने जाते हैं। जांच की मियाद को दो हफ्ते बढ़ाया गया। लेकिन यह रिपोर्ट अब तक सार्वजनिक नहीं हुई है।
  • 23 अप्रैल को पहलवान एक बार फिर जंतर-मंतर पर धरना देने पहुंच गए। उन्होंने कहा कि हमें इंसाफ नहीं मिला है और जब तक बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती है धरना जारी रहेगा।
  • 28 अप्रैल को पहलवानों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में भी अपील की गई है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद इस मामले में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की है। एक एफआईआर नाबालिग पहलवान के यौन उत्पीड़न की जिसमें पॉक्सो ऐक्ट भी लगा है। दूसरी एफआईआर वयस्क महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के संबंध में है।
  • 3 मई की रात को पहलवानों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हुई। झड़प में पहलवान राकेश यादव और विनेश फोगाट के भाई दुष्यंत को चोटें आई। वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि रेसलर पर बल प्रयोग नहीं किया गया, 5 पुलिसवाले घायल हुए हैं।
  • 7 मई को जंतर-मंतर पर खापों की महापंचायत हुई। इस महापंचायत में बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हल न निकलने पर 21 मई को फिर महापंचायत हुई, जिसमें में कई निर्णय लिए गए। शाम को बृजभूषण ने अपना और पहलवानों का नार्को टेस्ट करवाने की बात कही।
  • 22 मई को पहलवानों ने जंतर-मंतर से पत्रकार वार्ता कर बृजभूषण की नार्को टेस्ट करवाने की चुनौती को स्वीकार किया। साथ ही कहा कि टेस्ट प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो और पूरा टेलीकास्ट लाइव हो।

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