हमीदिया अस्पताल में मिलेगी यह सुविधा: अर्थराइटिस और घुटने का दर्द अब इंजेक्शन से होगा ठीक
अधिकतर मामलों में ऑपरेशन की ज़रूरत नहीं

भोपाल डेस्क :
जोड़ो का दर्द, साइटिका और सर्वाइकल के दर्द से अब सिर्फ एक इंजेक्शन से आराम मिल जाएगा। हमीदिया अस्पताल में पेन क्लीनिक में अब कूल्ड और थर्मल रेडियो फ्रीक्वेंसी एब्लेशन (आरएफए) मशीन के जरिए इस दर्द को दूर किया जा सकेगा। हमीदिया में दो आरएफए मशीन आई हैं। इस तकनीक के उपयोग से 80% तक बड़े ऑपरेशन से बचा जा सकता है। इसमें टांका, चीरा नहीं लगता है, पूरी प्रक्रिया लोकल एनेस्थीसिया के तहत होती है। निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. यशवंत धवले ने बताया कि इस तकनीक से सायटिका, कमर एवं गर्दन, घुटना, कूल्हे, स्लिप डिस्क आदि में दर्द की शिकायत वाले मरीजों का इलाज हो सकेगा। इस तकनीक में एक इंजेक्शन दर्द की जड़ पर जाकर लगाया जाता है। स्पाइन के मरीजों को डर होता है कि ऑपरेशन में नस तो नहीं कट जाएगी, ऐसी कोई आशंका भी नहीं होती।
ऐसे होता है इलाज
इस तकनीक में एक निडिल को दर्द वाली जगह पहुंचाया जाता है। यहां एआइ बेस्ड साफ्टवेयर दर्द के लिए जिम्मेदार नस को देखकर उसे लेजर के माध्यम से निष्क्रीय कर दिया जाता है। यह प्रक्रिया लगभग एक घंटे तक चलती है। जिस हिस्से से सुई डाली जाती है, वहां पर एक टांका लगा दिया जाता है। उसी दिन या दूसरे दिन मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है। सबसे बड़ी बात यह है कि मरीज को बेहोश करने की जरूरत नहीं होती।



