राज्य का तीसरा सबसे बड़ा राजनीतिक दल का हाल…:हाथी मेरा साथी, 20 साल में 19 विधायक बने, पिछली बार 6 जीते, सब छोड़ गए

जयपुर डेस्क :
प्रदेश में भाजपा-कांग्रेस के बाद तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) है। विधानसभा चुनाव में दोनों प्रमुख दलों के बाद सर्वाधिक वोट बसपा लेती रही है। उसके 2 से लेकर 6 तक प्रत्याशी जीतते भी रहे हैं। लेकिन टिकट पाने और जीतकर विधायक बनने के बाद पार्टी में टिकते नहीं हैं। ज्यादातर कांग्रेस में चले जाते हैं और फिर कांग्रेस के ही टिकट पर लड़ते हैं। पिछले चार चुनावों को देखें तो यही सामने आता है।
बसपा की स्थिति यह है कि पिछले 20 साल में हुए चार विधानसभा चुनावों में उसके 19 प्रत्याशी जीतकर विधायक बने लेकिन आज उसके पास एक भी विधायक नहीं है। क्योंकि 2018 के चुनाव में बसपा के 190 प्रत्याशियों में से जीतकर सदन में पहुंचे छहों विधायक कुछ दिन बाद ही कांग्रेस में शामिल हो गए। बसपा के प्रदेशाध्यक्ष भगवान सिंह बाबा का कहना है, इस बार सभी 200 सीटों पर लड़ेंगे, 60 पर खास फोकस रहेगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती आगामी दिनों में 8 सभाएं करेंगी।
2018 में 6 सीटें जीती, 2 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही
विधानसभा चुनाव 2018 में करौली, किशनगढ़ बास, नदबई, नगर, तिजारा और उदयपुरवाटी सीट पर बसपा के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी। मुंडावर (अलवर), सादुलपुर (चूरू) सीट पर पार्टी दूसरे स्थान पर रही थी। इनके अलावा 12 से ज्यादा विधानसभा सीटों पर बसपा के प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहे थे।