PM ने एमपी के सागर में रखी संत रविदास मंदिर-स्मारक की नींव: बोले- रविदास ने कहा था कि पराधीनता सबसे बड़ा पाप
100 करोड़ में बनेगा
न्यूज़ डेस्क :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (12 अगस्त) को मध्यप्रदेश में सागर के बड़तूमा में संत रविदास मंदिर और स्मारक की आधारशिला रखी। इस मौके पर पीएम ने कहा- जब हमारी आस्थाओं पर हमले हो रहे थे, हमारी पहचान मिटाने के लिए पाबंदियां लगाई जा रही थीं, तब रविदास जी ने मुगलों के कालखंड में कहा था- पराधीनता सबसे बड़ा पाप है। जो पराधीनता को स्वीकार कर लेता है, जो लड़ता नहीं है, उससे कोई प्रेम नहीं करता।
मोदी बोले- मंदिर के लोकार्पण के लिए भी मैं आऊंगा
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सागर में समरसता का महासागर उमड़ा हुआ है। देश की इसी साझी संस्कृति को और समृद्ध करने के लिए यहां संत रविदास स्मारक एवं कला संग्रहालय की नींव पड़ी। संतों की कृपा से मुझे इस पवित्र स्मारक के भूमिपूजन का पुण्य अवसर मिला है। मैं काशी का सांसद हूं, इसलिए ये मेरे लिए दोहरी खुशी का अवसर है।
पीएम मोदी ने कहा कि पूज्य संत रविदास जी के आशीर्वाद से मैं विश्वास से कहता हूं कि आज मैंने शिलान्यास किया है। एक डेढ़ साल के बाद मंदिर बन जाएगा तो लोकार्पण के लिए भी मैं जरूर आऊंगा। संत रविदास जी मुझे यहां अगली बार आने का मौका देने ही वाले है।
भली-भांति जानता हूं, भूखे रहने की तकलीफ क्या होती है?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रविदास जी ने अपने दोहे में कहा- ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिलै सबन को अन्न, छोट बड़ों सब से, रैदास रहें प्रसन्न। आजादी के अमृतकाल में हम देश को गरीबी-भूख से मुक्त करने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
कोरोना के दौर में पूरी दुनिया की व्यवस्थाएं चरमरा गईं। गरीब-दलित के लिए हर कोई आशंका जता रहा था। कहा जा रहा था कि 100 साल बाद इतनी बड़ी आपदा आई है। मैंने कहा था कि किसी को भी खाली पेट सोने नहीं दूंगा। मैं भली-भांति जानता हूं कि भूखे रहने की तकलीफ क्या होती है।
हमारे प्रयासों की तारीफ पूरी दुनिया में हो रही है। देश में गरीब कल्याण की जितनी भी योजनाएं चल रही हैं, उनका लाभ दलित-आदिवासी-पिछड़े समाज को हो रहा है। पहले योजनाएं चुनावी मौसम के हिसाब से आती थीं।
कोई भी दलित, वंचित बिना घर के ना रहे, इसके लिए प्रधानमंत्री आवास भी दिए जा रहे हैं। जल-बिजली कनेक्शन भी मुफ्त दिया गया है। आज एससी-एसटी समाज के लोग खुद अपने पैरों पर खड़े हो रहे हैं।
हम लाखा बंजारा की योजना आगे बढ़ा रहे
सागर के नाम में ही सागर (समुद्र) है। सागर से लाखा बंजारा का नाम भी जुड़ा है। उन्होंने पानी की जरूरत समझी और इसके लिए काम किया। आज पिछड़े-आदिवासी क्षेत्रों में पानी पहुंच रहा है। हम लाखा बंजारा की योजना आगे बढ़ा रहे हैं।
आदिवासी-दलित-पिछड़े वर्ग के लोगों ने राष्ट्र के विकास में भूमिका निभाई है। बाबा साहब से जुड़े स्थलों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित करने का बीड़ा उठाया है। एक स्टेशन का नाम टंट्या मामा के नाम पर किया है। आज आदिवासियों को वो सम्मान मिल रहा है, जिसके वो हकदार थे। मुझे विश्वास है कि संत रविदास की शिक्षाएं एकजुट करती रहेंगी।
पीएम मोदी के आशीर्वाद से एमपी लगातार आगे बढ़ रहा: शिवराज
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज का दिन मध्यप्रदेश के लिए, बुंदेलखंड के लिए और सागर के लिए सौभाग्य का दिन है। संत शिरोमणि रविदास जी महाराज, उनका दिव्य, भव्य और आलौकिक मंदिर इस धरती पर बनने जा रहा है। संत रविदास जी महाराज भारत को जोड़ने वाले संत थे।
सीएम कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसे फैसले लिए हैं जो बुंदेलखंड की तस्वीर और यहां के लोगों की तकदीर बदल देंगे। बीना में पेट्रो केमिकल्स बिना रिफाइनरी पर आधारित पेट्रो केमिकल्स उत्पाद पर 50 हजार करोड़ का निवेश आने वाला है। केन-बेतवा प्रोजेक्ट से बुंदेलखंड में 20 लाख एकड़ जमीन पर सिंचाई होंगी। बुंदेलखंड पंजाब और हरियाणा को मात देगा।
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि पीएम मोदी के आशीर्वाद से मध्यप्रदेश लगातार आगे बढ़ रहा है।
100 करोड़ की लागत से बनेगा मंदिर-स्मारक
संत रविदास मंदिर-स्मारक 11.29 एकड़ जमीन पर 100 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाना है। इसकी दीवारों पर संत रविदास के दोहे और शिक्षाएं उकेरी जाएंगी। पूरा प्रोजेक्ट नागर शैली में होगा। कला वीथिका बनेगी। भक्त निवास के साथ कई अन्य चीजें भी बनेंगी।
53 हजार गांवों से मिट्टी और 350 नदियों का जल लाया जा रहा
8 फरवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंदिर और स्मारक निर्माण की घोषणा की थी। संत रविदास मंदिर के लिए पूरे प्रदेश के 53 हजार गांवों से मिट्टी और 350 नदियों का जल लाया जा रहा है। मध्य प्रदेश में इस साल आखिर में विधानसभा चुनाव हैं। बीते 5 महीने में पीएम मोदी पांच बार राज्य का दौरा कर चुके हैं।
बीते 5 महीने में मोदी 5वीं बार मध्य प्रदेश आए
1 अप्रैल (भोपाल): पीएम ने भोपाल-दिल्ली वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई।
25 अप्रैल (रीवा): पंचायती राज सम्मेलन में शामिल हुए। वे यहां 31 मिनट बोले। मोदी ने 2300 करोड़ के रेल प्रोजेक्ट्स और 7853 करोड़ रुपए की 5 नल-जल योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। तीन ट्रेनों को वर्चुअली हरी झंडी दिखाई।
27 जून (भोपाल): भोपाल-जबलपुर और भोपाल-इंदौर वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई।
1 जुलाई (शहडोल): राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन 2047 लॉन्च किया। साथ ही एक क्लिक से साढ़े 3 करोड़ हितग्राहियों को डिजिटल आयुष्मान कार्ड बांटे।
12 अगस्त (सागर): संत रविदास मंदिर और स्मारक की आधारशिला रखी।
1.25 लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था, 5 हजार पुलिसकर्मी तैनात
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर ढाना में जनसभा कार्यक्रम स्थल पर डोम बनाया गया। 1.25 लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई। 4 हजार से ज्यादा गाड़ियों के लिए पार्किंग के इंतजाम किए गए। 5 हजार से ज्यादा पुलिस बल तैनात रहा। 20 से ज्यादा IAS और IPS की भी ड्यूटी लगाई गई।