MP में नेहा सिंह राठौर की इंट्री, पेशाब कांड के आरोपी को RSS की यूनिफॉर्म में दिखाया
सोशल मीडिया पर लिखा-'MP में का बा...?' कमिंग सून
भोपाल डेस्क :
‘यूपी में का बा’ और ‘बिहार में का बा’ गाने वाली भोजपुरी सिंगर नेहा सिंह राठौर के खिलाफ भोपाल के हबीबगंज थाने में FIR दर्ज की गई है। वहीं, इंदौर में भी शिकायत दर्ज कराई गई है। नेहा राठौर ने सीधी के पेशाब कांड पर ‘एमपी में का बा कमिंग सून’ टाइटल से सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। इसमें आरोपी प्रवेश शुक्ला को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की यूनिफॉर्म पहने दिखाया।
भाजपा ने इस पर आपत्ति जताई है। बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा के मीडिया प्रभारी सूरज खरे ने थाने में शिकायत की है। बता दें कि नेहा ने यह पोस्ट ट्विटर पर गुरुवार (6 जुलाई) को की है। इधर, नेहा ने भी ट्वीट कर लिखा कि गजब है इनका आदिवासी प्रेम।
भाजपा ने कहा- नेहा के पति से करेंगे बात, अन्य पर भी होगी FIR
मीडिया प्रभारी सूरज खरे ने कहा कि हम प्रयास कर रहे हैं कि नेहा के पति हिमांशु राठौर से बात करें, क्योंकि वह समझदार हैं। हम उन्हें बताएंगे कि वह नेहा सिंह राठौर को समझाएं कि वह देश में कई मुद्दे हैं, उन पर ट्वीट क्यों नहीं करतीं? ट्वीट करना है, तो वह लव जिहाद, लैंड जिहाद जैसी घटनाओं पर करें।
सूरज खरे ने कहा- अगर वह संघ का इतिहास नहीं जानतीं, तो हम उन्हें इसके बारे में बताएंगे। उन्होंने कहा कि नेहा 15 महीने में कांग्रेस की सरकार में हुए सागर में अहिरवार समाज के शख्स के साथ हुए हादसे को लेकर ट्वीट क्यों नहीं करती हैं? इसके अलावा, अन्य लोगों ने भी इस ट्वीट को री-ट्वीट या फिर इस पोस्टर को पोस्ट किया है। सूरज खरे ने कहा कि उन लोगों पर भी एफआईआर होगी। क्योंकि मैंने पहले नेहा राठौर का ट्वीट देखा, तो उन पर एफआईआर करवाई।
सूरज ने शिकायत में लिखा है कि सीधी कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला को आरएसएस की यूनिफॉर्म में दिखाया है, जबकि इस मामले से आरएसएस का लेना-देना नहीं है। इसे लेकर नेहा सिंह राठौर पर धारा 153 (क) के तहत केस दर्ज कराया है।
नेहा बोलीं- मैंने विरोध किया तो भाजपा ने FIR करवा दी
इस मामले में नेहा ने भी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी को घेरने की कोशिश की है। उन्होंने लिखा कि “मध्य प्रदेश के सीधी जिले में आदिवासी के सिर पर पेशाब करने का विरोध किया, तो भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के मीडिया प्रभारी ने मेरे ऊपर एफआईआर करवा दी। गज़ब है इनका आदिवासी प्रेम।
क्या सिर्फ आरएसएस के लोग ही हाफ पैंट पहनते हैं?
मामले में नेहा सिंह राठौर का कहना है कि यह जो पोस्टर है, यह मुझे सोशल मीडिया पर ही मिला था, जिसे मैंने पोस्ट किया है। यह मैंने खुद डिजाइन नहीं किया था। आपको इसमें आरएसएस का गणवेश कहां दिखाई दे रहा है? क्या आरएसएस के लोग सिगरेट पीते हैं? मुझे नहीं लगता कि RSS के लोग ऐसे हैं। क्या हाफ पैंट सिर्फ आरएसएस के लोग ही पहनते हैं? यहां तो गर्मी में सभी हाफ पैंट पहनते हैं।
वहीं, सिर्फ बीजेपी पर ही गाने लिखने वाले सवाल पर नेहा ने कहा कि यह मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है कि मैं किस मुद्दे पर गाना लिखना चाहती हूं। जहां तक सवाल पूछने की बात है, तो केंद्र में जिसकी सरकार है, सवाल उसी से पूछा जाएगा, न कि राहुल गांधी से।
हबीबगंज थाना प्रभारी मनीष राठौर ने बताया कि नेहा सिंह राठौर के नाम से ट्विटर अकाउंट है। उस अकाउंट यूजर के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 के तहत केस दर्ज किया गया है। इसमें ट्वीट में आरएसएस के गणवेश पहने एक व्यक्ति पर पेशाब करते दिखाया गया है जो कि सीधी की घटना को चिन्हित करता है। शिकायतकर्ता ने बताया कि इसका आरएसएस से लेना देना नहीं है। केस दर्ज कर विवेचना की जा रही है।
आरोपी का मकान तोड़ने को लेकर हाईकोर्ट जाएगा ब्राह्मण समाज
इस मामले पर अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज भी सामने आया है। समाज की ओर से प्रवेश शुक्ल द्वारा किए गए कृत्य और प्रशासन द्वारा उसके पिता व चाचा का घर तोड़ने की निंदा की है। अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष पंडित पुष्पेंद्र मिश्र ने कहा कि आरोपी प्रवेश शुक्ला जैसे व्यक्ति की किसी जाति, समाज में स्वीकारोक्ति नहीं है। उनके द्वारा किया गया कृत्य निंदनीय और अक्षम्य है।
समाज के सभी जिलाध्यक्षों को निर्देशित किया गया है कि शुक्ल परिवार की पूरी तरह मदद की जाए। जिला अध्यक्ष सीधी पंडित राकेश दुबे व कार्यकारिणी के साथ शुक्ल परिवार के घर जाकर संगठन द्वारा 51000 हजार रुपए की राशि देकर सहायता करें। परिवार का मकान तोड़े जाने पर संगठन द्वारा जबलपुर हाई कोर्ट में पिटिशन दायर की जाएगी।
सीधी में क्या हुआ था?
सीधी कांड में भाजपा के एक कार्यकर्ता ने एक आदिवासी युवक पर शराब के नशे में पेशाब कर दिया था। इसका वीडियो वायरल होने पर काफी बवाल मचा। प्रदेश सरकार ने आरोपी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाते हुए गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के घर को भी बुलडोजर से गिरा दिया गया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं पीड़ित का पैर धोकर उसका सम्मान किया।