
भोपाल डेस्क :
दस साल से अधिक समय से भोपाल के ट्रैफिक के लिए नासूर बन चुका बीआरटीएस शनिवार देर रात हटना शुरू हुआ। हलालपुर बस स्टैंड के सामने से सबसे पहले कॉरिडोर की रेलिंग हटाई गई। कॉरिडोर हटाने का काम रात 10 बजे शुरू हुआ और रात 2 बजे तक फील्ड में काम चला। शनिवार रात 8 बजे हलालपुर बस स्टैंड के सामने कॉरिडोर को बेरिकेड से बंद कर दिया गया, ताकि काम के दौरान इसके भीतर कोई वाहन नहीं आए। गैस कटर से रेलिंग काटी गई और ब्रेकर से वह प्लेटफाॅर्म तोड़ा गया, जिस पर बैरिकेड लगाए गए थे। पहले दिन करीब 100 मीटर हिस्से से कॉरिडोर हटाया जा सका।
सीएम ने दिखाई थी सख्ती
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि 20 जनवरी से कॉरिडोर हटना शुरू हो जाए। इसके बाद पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों और जिला प्रशासन के अफसरों ने प्लानिंग की। 2013 में शुरू हुए बीआरटीएस में 600 हादसे और 90 मौतें हो चुकी हैं।
- 360 करोड़ रुपए निर्माण और 200 करोड़ रुपए मेंटेनेंस पर खर्च।
- 18.51 करोड़ रुपए इसे तोड़ने पर खर्च होंगे, सेंट्रल वर्ज भी बनेगा।