नपा की बड़ी कार्यवाही की तैयारी, नोटिस जारी किया: 325 लोगों ने ली पहली किस्त पर 5 साल में एक ईंट भी नहीं लगवाई
गुना डेस्क :
पीएम आवास योजना में पैसे लेकर भी काम न कराने वाले 325 लोगों पर 5 साल बाद कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। यह वे लोग हैं, जिनके खाते में पहली किस्त के एक लाख जमा हो गए, लेकिन उन्होंने आज तक एक ईंट नहीं लगवाई। ऐसे लोगों को नपा ने अब नोटिस जारी किया है कि वे 3 दिन में या तो मकान का काम शुरू करवाएं या फिर पैसा वापस करें। वहीं 48 ऐसे लोगों की सूची भी जारी की गई, जो पीएम आवास के लिए आवेदन करने के बाद से लापता हो गए। आवेदन के साथ उन्होंने जो मोबाइल नंबर दिए थे, वे भी फर्जी निकल रहे हैं। नपा के अधिकारियों ने जब उन पर संपर्क किया तो, वे आंध्र प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु जैसे राज्यों में रहने वालों को लग रहे हैं। जिन लोगों ने पैसे मिलने के बाद काम शुरू करवाया, वे भी परेशान हैं।
महंगाई के चलते सरकार से मिलने वाली राशि से काम नहीं चल रहा है। नतीजा यह है कि इस योजना की शुरुआत से अब तक जितने भी आवास मंजूर हुए, उनमें से महज 50 फीसदी ही आज की स्थिति में पूरे हो पाए हैं। बाकी का काम या तो शुरू ही नहीं हुआ या फिर आधा अधूरा पड़ा हुआ है।
मेरे कार्यकाल के दौरान 7 हजार से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं लेकिन एक भी मंजूर नहीं हुआ। अभी जिन मामलों की बात आप कर रहे हैं वे 2015-16 से 2022 के बीच के हैं। क अब तक निर्माण पूरे क्यों नहीं हुए हैं दिखवा रहे हैं।
सविता गुप्ता, नपाध्यक्ष
48 आवेदक लापता 48 मामले ऐसे सामने आए हैं, जिन्होंने पीएम आवास के लिए आवेदन दिया। उसे मंजूरी भी मिल गई। लेकिन उसके बाद से यह आवेदक लापता हैं। इनकी पूरी सूची भी जारी कर दी गई है।
आवेदन के साथ उन्होंने जो मोबाइल नंबर दिया था, उस पर भी उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। वह नंबर किसी और के नाम बताया जा रहा है। {जरूरतमंदों का हक मारा : नपा के अधिकारियों ने बताया कि इन लोगों के खाते में भले ही पैसा नहीं गया हो लेकिन इनकी वजह से वास्तविक जरूरतमंदों का हक मारा गया। अगर वे अपने आवेदन वापस ले लेते तो दूसरी वरीयता वालों का मौका मिल जाता। 357 के खाते में 3.57 करोड़ जमा हुए, आवास का पता नहीं शहर में पीएम आवास योजना के अब तक कुल 4496 आवेदन मंजूर हुए हैं।
इनमें से महज 2267 आवास ही अब तक पूरे हो पाए हैं। बाकी बचे 2229 में से 357 आवास के लिए 2018 के दौरान कुल 3.57 करोड़ रुपए पहली किश्त के रूप में जारी किए गए। नियम के मुताबिक पहली किश्त में प्रत्येक व्यक्ति के खाते में एक लाख रुपए ट्रांसफर किए गए। इससे नींव व ऊपर के स्तर तक का काम पूरा हो जाना चाहिए था। इतने निर्माण का जियो टैग करवाने के बाद अगली किश्त जारी की जाती। लेकिन इस मामले में उक्त 357 लोगों ने पैसे लेने के बाद से काम शुरू ही नहीं किया गया। नपा का मानना है कि यह लोग पैसे हजम कर गए।
इसलिए अब उन्हें 3 दिन के भीतर काम शुरू करने का अल्टीमेटम दिया गया है। ऐसा न होने पर उनसे राशि वसूली जाएगी।
जिन लोगों ने राशि जारी होने के बावजूद काम नहीं कराया है, उन्हें नोटिस जारी किए गए हैं। तीन दिन में वे या तो काम शुरू करवाएं या पैसा वापस करें। वहीं जो लोग आवेदन करने के बाद से लापता हैं, उनको भी आखिरी मौका दिया जा रहा है।
– विनोद कुमार शुक्ल, सीएमओ