ब्रेकिंग न्यूज़- बच्चा सहित दंपती के शव फंदे पर मिले: बच्चे की हत्या के बाद पति-पत्नी के सुसाइड करने की आशंका

जबलपुर डेस्क :
जबलपुर में रविवार दोपहर एक ही परिवार के तीन लोगों के शव फंदे पर मिले। घटना रामपुर के छापर इलाके की है। यह एरिया गोरखपुर थाने में आता है। शुरुआती जांच में पुलिस का मानना है कि बच्चे को फंदे पर टांगने के बाद पति-पत्नी ने आत्महत्या की है। परिवार का मकान शुक्रवार रात से बंद था। रविवार दोपहर मामले का पता तब लगा, जब मोहल्ले में ही रहने वाले बड़े भाई ने दरवाजा तोड़कर देखा।
CSP प्रतिष्ठा सिंह ने बताया कि राजेश बर्मन (40), उनकी पत्नी पूनम बर्मन (35) और बेटे आर्यन बर्मन (10) के शव एक ही कमरे में फंदे पर मिले हैं। पुलिस ने सबसे पहले बेटे को फंदे से नीचे उतारा, फिर मां और आखिर में पिता को नीचे उतारा। तीनों की लाश सड़ चुकी थी और गंध आ रही थी।
मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। अभी आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं है। जांच की जा रही है। FSL टीम ने भी छानबीन की है। परिवार को आखिरी बार शुक्रवार रात को देखा गया था। आत्महत्या को कितना समय हुआ है? यह पोस्टमॉर्टम के बाद रिपोर्ट आने पर पता चल पाएगा। राजेश मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (MR) थे।
शुक्रवार को ही नरसिंहपुर से लौटा था परिवार
राजेश के बड़े भाई संतोष बर्मन ने बताया, ‘शुक्रवार को तीनों नरसिंहपुर से लौटे थे। पूनम का मायका नरसिंहपुर में है। इसी रात इनका बेटा मेरी बेटी के साथ खेलने भी आया था। इसके बाद इनका दरवाजा बंद हो गया। शनिवार सुबह मां ने दरवाजा खटखटाया। कोई नहीं उठा। सोचा कि दूर का सफर कर आए हैं, थके होंगे, इसलिए सो रहे होंगे। शाम को भी दरवाजा खटखटाया। ये नहीं उठे।
रविवार सुबह फिर दरवाजा खटखटाया। सोचा कि इतना क्यों सो रहे हैं, कारण क्या है? इसके बाद हमने सुबह करीब 11 बजे दरवाजा तोड़ा। अंदर तीनों फंदे पर लटके थे। मैंने दरवाजा लगाकर मोहल्लेवालों और फिर पुलिस को जानकारी दी।’
पति-पत्नी में अच्छे रिश्ते थे
संतोष के अनुसार, ‘भाई ने कभी कोई परेशानी का जिक्र नहीं किया। अगर बताते तो सॉल्व करते। लेकिन, कोई न कोई कारण तो है। कर्ज वगैरह की भी बात कभी नहीं कही। हां, परेशान रहता था। पति-पत्नी में आपस में भी अच्छे रिश्ते थे। भाई सिर्फ काम से मतलब रखता था और सीधे घर आता था। ऐसा कदम क्यों उठाया, नहीं जानता।’
आज मैहर जाने का था प्लान
राजेश को मिलाकर परिवार में चार भाई-तीन बहने हैं। वे तीसरे नंबर के भाई थे। डेढ़ साल पहले पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। राजेश जबलपुर में काम करते थे, लेकिन काम के सिलसिले में अक्सर आसपास के जिलों में भी जाते रहते थे। उनके भाई संतोष ने बताया कि रविवार को सभी का मैहर जाने का प्लान था। दस साल का आर्यन 5th क्लास में पढ़ता था। भाई को बीच-बीच में पैसों की थोड़ी-बहुत दिक्कत आती भी थी, तो बहन मदद करती थी।