मध्यप्रदेश

भीषण सड़क हादसा, एक साथ उठीं 6 अर्थियां: सलकनपुर से मुंडन करवाकर लौट रहे भोपाल के 7 लोगों की मौत; रेलिंग में घुसी थी कार

न्यूज़ डेस्क :

देवी धाम सलकनपुर में हुए हादसे में 6 माह के बच्चे ने भी शनिवार को दम तोड़ दिया। वह वेंटिलेटर पर था। हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 7 हो गई है। शनिवार को भोपाल में एक साथ दादा-दादी, पोते समेत 6 अर्थियां उठीं।

भोपाल में डीआईजी बंगला इलाके के चौकसे नगर के रहने वाले राजेंद्र पांडेय (75) का परिवार आइसक्रीम कारोबारी है। शुक्रवार को उनके 6 महीने के पोते व्योम का मुंडन कराने के लिए परिवार के 10 लोग टवेरा कार से सलकनपुर गए थे।

शुक्रवार शाम 6.20 बजे भैरव घाटी पर कार रेलिंग की दीवार से टकराकर पलट गई। टवेरा में पीछे बैठे बच्चे के पिता मोहित पांडेय ने बताया कि ड्राइवर घाटी के मोड़ पर गाड़ी मोड़ नहीं पाया। गाड़ी सीधे रेलिंग की दीवार से टकरा गई।

पीएम रूम तक परिजन ने धकेला स्ट्रेचर

शारदा प्रसाद, राजेंद्र और ड्राइवर लक्ष्मी नारायण के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए रेहटी लाया गया। शारदा, उषा और पुष्पलता के शव नर्मदापुरम जिला अस्पताल लाए गए। तीनों महिलाओं के शव जिला अस्पताल परिसर से पोस्टमॉर्टम रूम तक ले जाने के लिए परिजन को ही स्ट्रेचर धकेलना पड़ा। वार्ड बॉय नहीं मिला।

हम बेहद खुश थे, तुलादान में खूब नाचे..

हमारा पूरा परिवार मेरे 6 महीने ‎के बेटे व्योम का मुंडन कराने शुक्रवार को ‎भोपाल से सलकनपुर गया था। सभी बेहद‎ खुश थे। नर्मदा दर्शन किए। रामजी बाबा ‎की समाधि पर मुंडन कराया। सब बच्चे के‎ तुलादान में खूब नाचे। इसके बाद देवी धाम‎ सलकनपुर पहुंचे। मातारानी की पूजा और ‎दर्शन किए। शाम 6.20 बजे जब ‎सलकनपुर से भोपाल के लिए निकले तो ‎भैरव घाटी के पास कार (एमपी 04 टीए‎ 6799) अनियंत्रित होकर पहाड़ी की ‎रेलिंग की दीवार से टकराकर पलट गई।

मैं ‎पीछे बैठा था। अचानक मोड़ आ गया, ‎ड्राइवर पूरी गाड़ी काट नहीं पाया। टवेरा ‎सीधे रेलिंग से टकरा गई। जोर से आवाज आई और हम सुध-बुध खो रहे थे।‎ महिलाएं चीख-पुकार रहीं थी। मेरे पिता ‎राजेंद्र पांडेय, ताऊ शारदा प्रसाद की मौके पर ही मौत हो गई। हाउसिंग बोर्ड‎ भोपाल से हमारे साथ किराए की गाड़ी‎ लेकर आया ड्राइवर लक्ष्मीनारायण घायल ‎था। उसे और परिवार के बाकी लोगों को ‎पुलिस और दूसरे लोग अस्पताल लेकर ‎गए।

राम – लक्ष्मण की तरह थे दोनों भाई

शारदा और राजेंद्र की बहन कृष्णा दीक्षित ने कहा, ‘दोनों भाई राम – लक्ष्मण की तरह थे। परिवार में सबसे बड़े शारदा पांडेय जैसा कहते थे, वैसा होता था। आज के जमाने में भी हमारी 22 लोगों की फैमिली साथ रहती है। भाभी अपर्णा और उषा में जेठानी-देवरानी का रिश्ता होने के बावजूद बहनों की तरह रहती थीं। बड़े भाई अगर कोई कपड़ा भी खरीदकर लाते थे तो छोटे भाई उसे अपना लेते थे। मना नहीं करते थे कि नहीं पहनना।’

जुलाई में परिवार की बेटी की शादी
हादसे में जान गंवाने वाले राजेंद्र प्रसाद पांडे की बेटी मोनिका पांडे की शादी जुलाई में होना है। परिवार में बेटी की शादी की तैयारियां चल रही थीं। मोहित पांडेय ग्वालियर में सरकारी नौकरी करते हैं। उनकी पिछले साल शादी हुई थी। पत्नी शिखा भोपाल के एक प्राइवेट स्कूल में टीचर थीं। लेकिन, प्रेग्नेंसी के बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी। मोहित ग्वालियर से अप-डाउन करते थे। शिखा भोपाल में ही अपने बेटे के साथ रहती हैं।

हादसे में इन्होंने गंवाई जान…

  • शारदा प्रसाद पांडेय (72)
  • अपर्णा पांडेय (60) पत्नी शारदा प्रसाद
  • राजेंद्र पांडेय (70)
  • उषा पांडेय पत्नी राजेंद्र
  • व्योम (6 माह) पिता मोहित
  • रिश्तेदार पुष्पलता अवस्थी (85)
  • ड्राइवर लक्ष्मी नारायण चौकसे

ये हुए घायल…

  • मोहित ‎पांडेय (35)
  • शिखा पांडेय (32) पति‎ मोहित
  • मोनिका पांडेय (33) पिता राजेंद्र
  • ज्योति वाजपेयी (40) पति भरत पांडेय
  • गायत्री पांडेय (45) पति स्व. विशेष प्रसाद पांडेय

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