भोपाल डेस्क :
सामान्य तौर पर दिवाली के बाद शहर में डेंगू के मरीज मिलना कम हो जाते हैं। 2022 और उससे पहले 2021 में भी यही ट्रेंड रहा था। लेकिन इस बार का ट्रेंड न सिर्फ अलग है बल्कि चिंता बढ़ाने वाला भी है। क्योंकि दिवाली निकले 10 बीत गए हैं, लेकिन राजधानी में डेंगू के नए मरीजों के मिलने का ग्राफ नीचे नहीं आया है। अभी भी एक दिन में 4 से 5 या उससे ज्यादा नए मरीज सामने आ रहे हैं।
यही वजह है कि दिवाली से लेकर अब तक 47 मरीज बढ़ चुके हैं। जबकि, 2022 में 39 और 2021 में सर्फ 28 नए मरीज बढ़े थे। यह स्थिति इसलिए भी चिंताजनक है कि क्यों कि 2022 में तो दिवाली अक्टूबर महीने के अंतिम सप्ताह में पड़ी थी। बावजूद इसके डेंगू के नए मरीजों की संख्या में गिरावट आई थी। इसबार दिवाली नवंबर के दूसरे सप्ताह में होने के बाद भी मरीजों की संख्या में गिरावट नहीं आई है।
सिर्फ सुबह-शाम की ठंड, इसलिए नहीं घटे मरीज
जब जानकारों से बात की गई तो उनका साफ कहना है कि भले ही नवंबर का अंतिम सप्ताह शुरू हो गया है, लेकिन ठंड अभी तक नहीं पड़ी है। सुबह और शाम के वक्त ही ठंड है, बाकी दिनभर तो तापमान में गर्मी का एहसास ही होता है। यही वजह है कि डेंगू फैलाने वाले मच्छरों की तादाद में जरा भी कमी नहीं आई है। जब कड़ाके की ठंड पड़ेगी तभी मच्छर मरेंगे। जब तक मच्छर नहीं मरते डेंगू के नए मरीज मिलते रहेंगे।
सितंबर तक 339 और अक्टूबर-नवंबर में 445 मरीज मिले सामान्य ताैर पर डेंगू के मरीज सबसे ज्यादा सितंबर और अक्टूबर में ही सामने आते हैं, लेकिन इस बार हालात अलग हैं। जनवरी से सितंबर तक शहर में महज 339 मरीज मिले थे। लेकिन अक्टूबर और नवंबर में अब तक कुल 445 मरीज सामने आ चुके हैं। नवंबर का अंतिम सप्ताह अभी बाकी है, ऐसे में यह आंकड़ा और भी ऊपर जाने की आशंका है।
ठंड ने अभी नहीं पकड़ा जोर
यह सही है कि दिवाली के बाद डेंगू मरीज मिलना कम हो जाता है। कमी तो इस बार भी आई है, लेकिन ठंड ने अभी जोर नहीं पकड़ा है। इसलिए मरीज भी लगातार मिल रहे हैं। -अखलेश दुबे, जिला मलेरिया अधिकारी