तीन दशक बाद रीडेवलपमेंट प्लान के साथ फिर बसेगा अयोध्या: 25 करोड़ रुपए खर्च होंगे, 50 एकड़ में बनेंगे नए हाउसिंग और कमर्शियल कॉम्प्लेक्स
भोपाल डेस्क :
विशाल त्रिपाठी करीब 272 एकड़ में 31 साल पहले से बसाए गए अयोध्या नगर को एक बार फिर डेवलप किया जा रहा है। ए से एन सेक्टर तक बसे अयोध्या नगर की तमाम सड़कों को मास्टर प्लान के आधार पर चौड़ा किया जाएगा। यहां आवासीय, कमर्शियल और स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स भी बनाए जाएंगे।
मप्र हाउसिंग बोर्ड इस प्रोजेक्ट पर करीब 25 करोड़ रुपए खर्च करेगा। हाल ही में हुए बोर्ड के सर्वे से पता चला है कि इस पूरे इलाके में ऐसी 12 खाली जमीनें हैं, जिसका दायरा तकरीबन 50 एकड़ है। इसके लिए बोर्ड ने पूरा इन्फ्रास्ट्रक्चर प्लान तैयार कर लिया है। अब तक हाउसिंग बोर्ड केवल आवासीय और व्यवसायिक परिसर ही बनाता रहा है। ऐसा पहली बार होगा, जब बोर्ड शहर में सड़कें, सेंट्रल वर्ज, ड्रेन, फुटपाथ, स्ट्रीट लाइट, वाटर लाइन और सीवर लाइन जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी काम करेगा।
1992 में मिली थी 272 एकड़ जमीन
1992 में हाउसिंग बोर्ड को सेटेलाइट टाउनशिप डेवलप करने के लिए 272 एकड़ जमीन सरकार से मिली थी। इसमें नरेला संकरी में 132 एकड़ और दामखेड़ा के नाम से अयोध्या नगर में 140 एकड़ जमीन शामिल थी। ए से एन सेक्टर तक फैले इस पूरे इलाके में बोर्ड ने आवासीय, कमर्शियल कॉम्पलेक्स और कन्वीनियंट शॉप तैयार कीं। 2013 में ये पूरा इलाका बोर्ड ने भोपाल नगर निगम को साैंपा था। अब यहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर मेंटेनेंस का काम निगम ही करता है। क्षेत्र में करीब 50 हजार लोग रहते हैं।
30 मीटर तक चौड़ी होंगी सड़क… अयोध्या नगर में 30 मीटर, 24 मीटर और 18 मीटर की स्वीकृत सड़कें हैं। ये फिलहाल मास्टर प्लान के अनुरूप नहीं बनाई गई हैं। नए प्लान में इन सभी सड़कों को मास्टर प्लान के अनुरूप किया जाएगा। पानी की पुरानी पाइप लाइन और सीवर लाइन भी बदलेगी।
बोर्ड के दफ्तर से हुई शुरुआत...काम की शुरुआत यहां स्थित हाउसिंग बोर्ड के पुराने दफ्तर को तोड़कर नया किए जाने से शुरू कर दी गई है। इस पर बोर्ड करीब 14.2 करोड़ रु. खर्च करेगा। नया दफ्तर 6 मंजिला होगा, जिसमें सभी वृत्त और सबडिविजन के दफ्तर होंंगे। फिलहाल शहर में 6 अलग-अलग स्थानों पर बोर्ड के दफ्तर हैं।
टावर से होगी पहचान…अयोध्या नगर में 12 स्थानों पर 50 एकड़ खाली जमीन मिली है। नया दफ्तर भी यहीं बनाया जाएगा। तीन आवासीय टावर बनाए जाएंगे, जिसे अयोध्या टावर नाम दिया जा रहा है। यहां बोर्ड बड़े साइज के करीब 550 फ्लैट बनाने जा रहे हैं। आवासीय और कमर्शियल कॉम्पलेक्स की भी योजना है।