इंदौर में रिकॉर्डतोड़ बारिश: अतिभारी बर्ष का अलर्ट, गंभीर नदी की बाढ़ से महिला-बच्चों समेत 21 को निकाला
इंदौर डेस्क :
इंदौर में शुक्रवार शाम से लगातार बारिश शनिवार सुबह आफत में बदल गई है। एक दिन में 11 इंच (शुक्रवार शाम 4 से शनिवार शाम 4 बजे तक) पानी गिरा है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए फिर से भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया है। यह चेतावनी पूरे संभाग के लिए दी गई है।
इंदौर शहर में सितंबर में 61 साल में कभी ऐसी बारिश नहीं हुई। रातभर से जारी बारिश से कई घरों में पानी घुस गया है। लोग घर में ही कैद हैं। हालांकि शनिवार दोपहर दो बजे बारिश रुक गई थी लेकिन 2.30 के बाद फिर बारिश शुरू हो गई।
कल रात से जारी तेज बारिश के चलते असरावद खुर्द और बिचौली मर्दाना के तालाब लबालब हो गए हैं। दोनों तालाब का पानी गांव में घुसने की आशंका के चलते मौके पर जिला प्रशासन की टीम तालाब के आसपास तैनात है। वहीं महूं मंडलेश्वर मार्ग पर जाम गेट के आगे लैंडस्लाइड से पहाड़ गिरने के कारण दोनों ओर से आवाजाही बंद हो गई है।
एनडीआरएफ, होमगार्ड की रेस्क्यू टीम ने सांवेर के ग्राम गवला में पानी से घिरे इलाके में मेडिकल टीम के साथ मोटरबोट से पहुंच कर महिला की डिलिवरी करवाई। उधर, देर दोपहर राऊ तहसील के ग्राम कलारिया में गंभीर नदी डेम की बाढ़ में फंसे 21 लोगों को जिला प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान चला कर बचाया। इनमें महिलाएं, बच्चे सहित कुछ मछुआरे डेम के समीप घिरे हुए थे। हालात बिगड़ने की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ और जिला प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई कर सभी को सुरक्षित निकाल लिया है। इंदौर प्रशासन द्वारा होमगार्ड, एसडीईआरएफ के अमले के साथ मिलकर राहत एवं बचाव कार्य कर अब तक 200 से अधिक लोगों की जाने बचायी गयी।
इंदौर शहर में महेश नगर में निचली बस्ती के घरों को खाली करा लिया गया है। कबूतरखाना क्षेत्र में भी कई परिवार रेस्क्यू किए गए हैं। तालाबों के किनारे से भी घर खाली कराकर परिवार रिलिफ कैम्प में भेजे जा रहे हैं। प्रशासन प्रभावितों में फूड पैकेट बंटवाएगा। लोगों की मदद के लिए नगर निगम के कंट्रोल रूम में नंबर 93295 55202, 0731 253 5555, 0731 4030100 जारी किए गए हैं। आज स्कूलों की छुट्टी रखी गई है।
शनिवार सुबह सुपर कॉरिडोर पर सर्विस रोड की पुलिया से स्टाफ की मिनी बस बह गई। 15 लोग सवार थे, सभी को बचा लिया गया है। गांधी नगर क्षेत्र और एमआर-10 वाले हिस्से में पानी भर गया। प्राइम रूट बस ऑनर्स एसोसिएशन मध्य प्रदेश ने सावधानी पूर्वक यात्री वाहनों को संचालित करने की सलाह दी है।
कई कॉलोनियों में घुटने-घुटने पानी भरा हुआ है। जानकारी मिलने के बाद शहर के जनप्रतिनिधि रहवासियों के पास पहुंचकर समस्या सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं।
उधर, खंडवा रोड पर नर्मदा का मोरटक्का पुल बंद कर दिया गया है। ओंकारेश्वर में मूर्ति अनावरण में जाने वाले लोगों को नहीं आने की सलाह दी गई है। इससे पहले रात में पूर्व मंत्री रंजना बघेल का बेटा और उसका दोस्त चोरल में बहकर फंस गया। दोनों को देर रात बचा लिया गया है।
सीजन की यह सबसे तेज और घनघोर बारिश है। 24 घंटे में सात इंच बारिश के साथ शहर की सीजन की बारिश का कोटा पूरा हो गया। अब तक कुल 39 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। यह सामान्य से 2 इंच ज्यादा है। शहर का रिकॉर्ड देखें तो इससे पहले 20 सितंबर 1962 को 24 घंटे में करीब 6.5 इंच पानी गिरा था। यानी सितंबर की बारिश का 61 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है। उधर, देपालपुर में एक दिन में रिकॉर्ड 10 इंच बारिश हुई है।
अलर्ट को देखते हुए कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने आज शनिवार को जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश की घोषणा की है। मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। सभी रेस्क्यू दल अलर्ट पर हैं। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने निगम के आला अधिकारियों और सभी झोन के अफसरों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। वे खुद भी कंट्रोल रूम पहुंच गए। इधर, देर रात तक करीब 1000 हजार शिकायतें बिजली समस्या से जुड़ी भी पहुंची हैं। रातभर सप्लाई नॉर्मल करने का काम चला।