विधानसभा चुनाव हारे पूर्व मंत्रियों और विधायकों को 10 दिन में बंगला खाली करना होगा: 130 विधायकों को खाली करने का नोटिस
भोपाल डेस्क :
विधानसभा चुनाव हारे पूर्व मंत्रियों और विधायकों को 10 दिन में बंगला खाली करना होगा। 15वीं विधानसभा के विघटित होने और 16वीं का गठन होने की अधिसूचना के बाद यह कार्रवाई शुरू की गई है। ताकि नए चुनाव जीतकर आए विधायकों को अध्यक्षीय पूल के ये बंगले आवंटित किए जा सकें।
भाजपा-कांग्रेस के ऐसे 96 विधायक हैं जो चुनाव हार गए हैं। वहीं, 34 विधायक ऐसे हैं जिनके दोनों दलों में टिकट कटे थे। अब बंगला खाली करना होगा। इधर,गृह विभाग ने शासन स्तर पर बी टाइप-14 और सी टाइप- 8 बंगलें खाली कराए जाने की सूची तैयार की है। इसका फैसला नई सरकार के गठन के बाद होगा।
विधायक-जो चुनाव हारे
जीतू पटवारी, हर्ष यादव, तरुण भनोत, लक्ष्मण सिंह, संजय शुक्ला, आलोक चतुर्वेदी, नारायण त्रिपाठी, प्रवीण पाठक, प्रद्युमन सिंह लोधी, भूपेंद्र मरावी, बापू सिंह तंवर, सुरेंद्र सिंह शेरा, रवींद्र सिंह तोमर, देवेंद्र सिंह पटेल के नाम शामिल हैं। वहीं, जालम सिंह पटेल, राज्यवर्द्धन सिंह, केपी त्रिपाठी के बंगले खाली कराए जाने हैं।
34 बंगले
विधानसभा में अध्यक्षीय पूल के 34 बंगले हैं। इनमें से 22 विधायकी का चुनाव हार गए। 2 के टिकट कट गए। इस तरह 24 विधायकों से बंगले खाली छोड़ना होगा। 24 के अलावा 96 वे ऐसे सदस्य हैं जिनकी चुनाव हारने की वजह से विधायकी चली गई है उनसे भी एमएलए रेस्ट हाउस में मिले आवास 10 दिन में खाली कराए जाना है।
इनके बंगले रहेंगे यथावत
34 में से 10 विधायक ऐसे भी हैं जो चुनाव जीतकर आए हैं और 16 वीं विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए है, उनके बंगले यथावत रहेंगे। इनमें बाला बच्चन, ओमकार सिंह मरकाम, रमेश मेंदोला, सचिन बिरला, संजय उइके, हीरालाल अलावा, रमेश मेंदोला, उमंग सिंघार, अनिल जैन और सीतासरण शर्मा के नाम हैं।