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BREAKING – एक साथ जलीं 6 चिताएं: दो शस्त्र लाइसेंस और 24 घंटे पुलिस सुरक्षा के आश्वासन पर अंतिम संस्कार के लिए माने परिजन, छावनी में तब्दील हुआ पूरा गांव

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मुरैना के लेपा गांव में शनिवार को 6 चिताएं एक साथ जलीं। मृतकों के परिजन की सिसकियों के साथ ही पूरा गांव मातम में डूबा रहा। इस दौरान गांव में पुलिस भी तैनात रही। दरअसल, लेपा गांव में शुक्रवार को 10 साल पुराने विवाद के चलते एक ही परिवार के 6 लोगों की हत्या कर दी गई थी। आक्रोशित परिजन ने शवों का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। उनकी मांग थी कि उन्हें लाइसेंसी बंदूक दी जाएं, आरोपियों के घर तोड़े जाएं। साथ ही पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई जाए। काफी समझाइश के बाद ही परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। फिलहाल, पुलिस ने हत्या के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। फरार 7 आरोपियों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है।

शवों को एम्बुलेंस में ही श्मशान घाट ले जाया गया। अंतिम संस्कार के लिए यात्रा भी नहीं निकाली गई। परिवार को कुछ देर के लिए शवों को देखने की इजाजत मिली। हिंदू मान्यताओं के अनुसार घर पर जो अंतिम क्रियाएं होती हैं, वे भी नहीं की गईं।

एसपी चौहान ने कहा कि पीड़ित परिवार में जो भी पात्र होगा, उसे शस्त्र मिल जाएंगे। इसके आधार पर दो लोगों को शस्त्र दिए जाएंगे। साथ ही सुरक्षा के लिए चार आरक्षक और एक हेड कॉन्स्टेबल की नियुक्ति होगी, जो पाली के हिसाब से 24 घंटे परिवार के साथ होंगे। घर तोड़ने की मांग पर एसडीएम एलके पांडे ने कहा कि इसको लेकर आरोपियों के परिवार को नोटिस दे दिया गया है।

हत्या के आरोपियों पर 10-10 हजार का इनाम

पुलिस ने शुक्रवार देर शाम दो आरोपी धीरसिंह तोमर और राजूसिंह तोमर को गिरफ्तार किया। इस मामले में कुल 9 आरोपी हैं। 7 आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस ने सभी 7 फरार आरोपियों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।

छावनी में तब्दील हुआ पूरा गांव

गोलीकांड के बाद से ही गांव में भारी पुलिस बल तैनात है। हर गली में रिजर्व फोर्स के जवान तैनात हैं। पुलिस एक दिन पहले यानी शुक्रवार की शाम को पोस्टमॉर्टम के बाद शवों को लेकर गांव पहुंच चुकी थी, लेकिन परिजन ने शव लेने से मना कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने शवों को एम्बुलेंस में रखकर गांव के स्कूल में ही रात गुजारी। इस दौरान पुलिस ने परिजन को मनाने का काफी प्रयास किया। इसके बाद पुलिस के आला अधिकारी वापस मुरैना लौट गए और सुबह होते ही वापस मोर्चा संभाला। अफसरों ने पुन: समझाइश दी। इसके बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए।

वारदात के बाद थाने पहुंचे थे मृतकों के रिश्तेदार

मुरैना के सिहोनिया थाने का एक वीडियो सामने आया है। इसमें मृतक गजेंद्र तोमर के रिश्तेदार पुलिसकर्मियों से लेपा गांव में चलने के लिए कह रहे हैं। वे कह रहे हैं कि पुलिस बल लेकर चलिए, गांव में गोली चल गई है। कुछ लोग हमारे रिश्तेदारों को मार रहे हैं। हम एक घंटे से थाने में खड़े होकर पुलिस के लिए गुहार लगा रहे हैं। इस पर सिविल ड्रेस में खड़ा पुलिसकर्मी कहता है कि सुबह के समय कोई थाने में रहता नहीं है। थाने में 50 आदमी का स्टाफ नहीं है। यहां सिर्फ 10 आदमी की पोस्टिंग है। पुलिसवालों को बुला रहे हैं। इस पर गजेंद्र तोमर के रिश्तेदार बोले- लेपा गांव में गोलीबारी के बाद हम ग्वालियर से यहां आ गए। इस पर पुलिसकर्मी कहता है कि हमारे पास कोई कॉल नहीं आया, आप लोगों ने बताया है। इसके बाद पुलिसकर्मी मोबाइल से कॉल करके किसी से कहता है कि आ जाओ जल्दी।

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