भोपाल डेस्क :
अनंत चतुर्दशी पर गुरुवार को राजधानी के 7 अलग-अलग स्थानों पर गणेश प्रतिमा विसर्जन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके लिए भोपाल नगर निगम, पुलिस और प्रशासन ने छोटी मूर्तियों और बड़ी झांकियों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की है। इस बार भी करीब 4 हजार विसर्जन प्रेमपुरा, खटलापुरा और कमलापति घाट पर होंगे।
हथाईखेड़ा, मालीखेड़ी, बैरागढ़ घाटों और शाहपुरा में कुंड की भी व्यवस्था की गई है। तीनों ही बड़े घाटों पर तालाब के पानी तक जाने की इजाजत नहीं होगी। यदि कोई गया तो उस पर पुलिस कार्रवाई करेगी। तीनों घाटों और आसपास 100 से ज्यादा कैमरे लगाए हैं, ड्रोन से भी निगरानी की जाएगी। पूरी व्यवस्था को समझिए डीसीपी जोन-1 रामजी श्रीवास्तव और अपर आयुक्त विनीत तिवारी से…
प्रेमपुरा घाट
बड़ी मूर्तियां 800 से ज्यादा, एंट्री अलग
सुरक्षा: 150 पुलिसकर्मी, एसडीआरएफ और निगम-प्रशासन के दल रहेंगे
यहां 3 क्रेन, 2 पोकलेन और एक स्लाइडर लगाए हैं। बड़ी मूर्तियों के विसर्जन के इस बार तीन कतारें होंगीे। बड़ी और छोटी मूर्तियों के लिए अलग-अलग एंट्री गेट। बड़ी मूर्तियां क्रेन तक पहुंचाई जाएंगी फिर इन्हें स्लाइडर से पानी में प्रवाहित कर दिया जाएगा। घाट के पास डी-एरिया है, जहां कुंड में छोटी मूर्तियों का विसर्जन होगा।
खटलापुरा घाट
650 होंगी बड़ी मूर्तियां, वॉच टॉवर भी लगाए
सुरक्षा: 125 पुलिसकर्मी, एसडीआरएफ और निगम-प्रशासन के दल रहेंगे
यहां 2 क्रेन, 2 पोकेलेन, एक लिफ्टर, एक बड़ा कुंड और एक वॉच टॉवर बनाया है। सातवीं बटालियन के गेट के सामने से केवल बड़ी मूर्तियों को लाया जा सकेगा। घरों-संस्थानों में विराजी गई गणेश प्रतिमाएं लेकर आने वालों को मछलीघर से खटलापुरा की ओर जाना होगा। यानी झांकियों के लिए एंट्री अलग होगी।
कमलापति घाट
अनुमानित बड़ी मूर्तियां 370 से ज्यादा
सुरक्षा: 100 पुलिसकर्मी, एसडीआरएफ और निगम-प्रशासन के दल रहेंगे
यहां 1-1 बड़ी-छोटी क्रेन, 1 स्लाइडर और 1 कुंड बनाया गया है। झांकियों में लाई गई बड़ी मूर्तियों को कमलापति पुल पर ही उतारकर उक्त वाहन को आगे बढ़ा दिया जाएगा। घर-संस्थानों में बिठाई गई मूर्तियों को लेकर पैदल ही पुल से नीचे उतरना होगा। शइन मूर्तियों को निगम अमला बड़े कुंड में विसर्जित करेगा।
चार स्थानों पर भी पर्याप्त इंतजाम…
हथाईखेड़ा डैम, मालीखेड़ी, बैरागढ़ में भी घाट बने हैं, जबकि शाहपुरा में कुंड बनाकर विसर्जन होगा। हथाईखेड़ा में 1 पोकलेन और 2 क्रेन लगाई हैं। मालीखेड़ी में 1 क्रेन और 2 पोकलेन, जबकि बैरागढ़ में 1 पोकलेन और 2 क्रेन तैनात रहेंगी।