अंधविश्वास और जादू-टोने के शक में महिला की हत्या: शव को जंगल में दफनाया; 18 दिन बाद खुला हत्या का राज

न्यूज़ डेस्क :
एक शख्स ने जादू-टोना के शक में एक बुजुर्ग महिला की हत्या कर दी। उसका शव जंगल में गाड़ दिया। आरोपी को शक था कि उसकी पत्नी और बेटी की मौत के लिए भी महिला जिम्मेदार है। 18 दिन बाद इस हत्याकांड का राज खुला।
मामला आलीराजपुर जिले के कट्ठीवाड़ा थाना क्षेत्र का है। पनियाला गांव की रहने वाली दुलीबेन (62) अपने मायके घूट गांव आई थी। 23 सितंबर को वह अचानक लापता हो गई। काफी दिनों तक महिला का पता नहीं चला तो परिजन पुलिस के पास पहुंचे। जांच के दौरान पुलिस को घटना का चश्मदीद मिला। जिसने बताया कि गांव के ही एक शख्स ने महिला की गला घोंटकर हत्या की है।
चश्मदीद ने खोला मर्डर का राज
एसपी राजेश व्यास ने बताया- परिजन ने दुलीबाई को हर जगह तलाश किया। कहीं पता नहीं चला तो 3 अक्टूबर को कट्ठीवाड़ा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई। जांच के दौरान पुलिस को घटना का चश्मदीद मिला। जिसने बताया कि घूट के ही रहने वाले नासिर पुत्र सूर्या (29) ने दुलीबाई की गला घोंटकर हत्या की दी थी। पुलिस ने तुरंत नासिर को धर दबोचा।
पूछताछ के दौरान नासिर ने बताया कि 22 सितंबर को उसकी पत्नी ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था। इनमें से एक लड़का और एक लड़की थी। लड़की की मौत डिलीवरी के तुरंत बाद हो गई थी। अगले ही दिन पत्नी की भी जान चली गई। नासिर को शक था कि उसकी पत्नी और बच्ची की जान दुलीबाई के जादू-टोना करने की वजह से गई है।
एसपी ने कहा, ‘नासिर ने 23 सितंबर को ही दुलीबाई की हत्या कर दी थी। उसकी निशानदेही पर मंगलवार शाम को जमीन खोदकर कंकाल बरामद कर लिया गया। कपड़ों के आधार पर परिजन ने उसके दुलीबाई होने की पुष्टि कर दी है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।’