अनूठी पहल: ‘राइट टू साइट पॉलिसी’ से अंधकार में जीवन जी रहे 3 लाख लोगों की जिन्दगी में आएगा उजाला, विश्व नेत्रदान दिवस आज
जयपुर डेस्क :
सरकार ने अंधकार में जीवन जी रहे 3 लाख लोगों की जिन्दगी में उजाला लाने को अनूठी पहल की है। राइट टू साइट पॉलिसी के तहत सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मोतियाबिंद सर्जरी की सुविधा के लिए दस करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे, जिससे यहां पर केरेटोप्लास्टी सेंटर व आई बैंक खोलना प्रस्तावित है। राजस्थान देश का पहला राज्य है, जहां पर राइट टू साइट पॉलिसी लागू की है। इसके लिए आई बैंक सोसायटी ऑफ राजस्थान को अधिकृत किया जा चुका है।
राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विवि में 3 माह का सर्टिफिकेट कोर्स प्रारंभ होगा। कुलपति डॉ.सुधीर भंडारी के अनुसार एमएस (ऑफ्थेल्मिक) योग्यताधारी डॉक्टरों को प्रमाण पत्र कोर्स के जरिए प्रशिक्षण देना प्रस्तावित है। तीन माह के कोर्स के सिलेबस के लिए कमेटी गठित की है। परीक्षा पास करने के बाद ही प्रमाण पत्र मिलेगा।
परीक्षा पास करने पर ही मिलेगा प्रमाण पत्र
राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विवि में 3 माह का सर्टिफिकेट कोर्स प्रारंभ होगा। कुलपति डॉ.सुधीर भंडारी के अनुसार एमएस (ऑफ्थेल्मिक) योग्यताधारी डॉक्टरों को प्रमाण पत्र कोर्स के जरिए प्रशिक्षण देना प्रस्तावित है। तीन माह के कोर्स के सिलेबस के लिए कमेटी गठित की है। परीक्षा पास करने के बाद ही प्रमाण पत्र मिलेगा।
वो सबकुछ जो आप जानना चाहते हैं
- राइट टू साइट पॉलिसी के तहत नेत्र विशेषज्ञ- सर्जन, पीजी के विद्यार्थी, काउंसलर्स एवं नेत्र सहायक को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। अंधता नियंत्रण संबंधी शिक्षण व मरीजों के लिए जन-जागरुकता अभियान चलेगा। और तकनीकी सुधार के संबंध में गतिविधियां होगी।
- नेशनल प्रोगाम फॉर कंट्रोल ऑफ ब्लाइंडनेस के अनुसार देश में 2.5 लाख कॉर्निया की जरूरत है। वहीं डोनेट करने वाले 45 हजार हैं। वहीं, दृष्टिबाधितों की संख्या 25 हजार सालाना है, जो बढ़ती ही जा रही है।
- देश में वर्ष 2020 में अंधता प्रसार दर 1.1% थी। राजस्थान में राइट टू साइट पॉलिसी के तहत 0.3% तक लाने की दिशा में कार्य किया जाएगा।
- कोरोना महामारी के दौरान देश में करीब सवा करोड़ केटरेक्ट सर्जरी का बैकलाग है। इस साल जनवरी से जनवरी से अब तक 83 लाख सर्जरी की जा चुकी है। देश में हर साल 60 से 65 लाख सर्जरी होती है।
- विश्व नेत्रदान दिवस हर साल 10 जून को मनाया जाता है।