भोपाल डेस्क :
शहर में पली बढ़ी और साफ्टवेयर इंजीनियर लड़की ने टीवी सीरियल और फिल्में देखकर गांव में जिंदगी जीने की सोची थी, इसलिए उसने गांव में रहने वाले एक लड़के से प्रेम किया।
दो साल तक प्रेम प्रसंग चलने के बाद शादी की। इस दौरान वह गांव भी गई। गांव में उसे वह सबकुछ दिखा जैसा उसने सोचा था। बड़े शहर में रहकर साफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी छोड़कर युवती गांव में रहने लगी। शादी के 15 दिन बाद ही उसे लगा कि गांव वैसा नहीं है, जैसा उसने सोचा था। इस वजह से पति-पत्नी के बीच विवाद होने लगा। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों अब साथ रहने को राजी नहीं हैं। बुधवार को पति-पत्नी को कोतवाली स्थित गुलमोहर केंद्र बुलाया गया था।
डीएसपी प्रतिभा शर्मा, काउंसलर एडवोकेट मदनकिशोर शर्मा, केंद्र में पदस्थ पूजा त्रिपालिया ने दोनों पक्षों को सुना। दोनों ने अपनी समस्याएं बताईं।
मैं शहर की लड़की… गांव में कैसे रहूं पत्नी ने बताया कि वह साफ्टवेयर कंपनी में काम करती थी। सोशल मीडिया के माध्यम से सागर जिले के युवक से दोस्ती हुई। युवक गांव में रहता था। उसने पढ़ाई भी8वीं तक की है। मैं बचपन से ही शहर में रही। इसके बाद नौकरी करने बेंगलूरु चली गई।
गांव में शादी के बाद पहुंची तो मुझे मेरी पढ़ाई और रहन सहन में बदलाव करना पड़ा। पत्नी का कहना था कि मैं शहर की लड़की हूं। गांव में कैसे रह सकती हूं। युवक का कहना था कि शादी के15दिन बाद ही झगड़ा होने लगा। विवाद बढ़ा तो मेरे परिजन से अलग रहने के लिए पत्नी दबाव बनाने लगी। मैं घर में अकेला हूं। माता-पिता को छोड़ नहीं सकता।