इंदौर डेस्क :
कॉलेजाें में परंपरागत यूजी काेर्स में एडमिएशन के चाैथे व अंतिम राउंड में शामिल हाेने के लिए छात्राें के पास साेमवार की रात 12 बजे तक का माैका है। इसके बाद लिंक बंद हाे जाएगी। पीजी काेर्स के लिए यह माैका 25 जुलाई की रात 12 बजे तक मिलेगा। इसके बाद लिंक नहीं खुलेगी।
हालांकि कॉलेजाें व छात्राें ने मांग की है कि एक राउंड 15 अगस्त के बाद और दिया जाए, लेकिन इस पर काेई निर्णय नहीं हाे सका है। अंतिम राउंड में इंदाैर के 141 कॉलेजाें की 45 हजार के आसपास सीटें खाली हैं।
इनमें अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त 38 कॉलेजाें की 22 हजार सीटें भी शामिल हैं। इनमें भी एडमिशन का यह अंतिम राउंड है। इन कॉलेजाें में एडमिशन के लिए अलग से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है। उसके बाद छात्र काे उसकी प्रथम या दूसरी च्वॉइस के आधार पर कॉलेज अलॉट हाेता है। इस अंतिम राउंड में एससी-एसटी कैटेगरी की खाली सीटाें काे जनरल में शिफ्ट किया जाएगा।
6 सरकारी कॉलेजाें में सिर्फ 10%तो निजी कॉलेजाें में 55% सीटें खाली
तीन राउंड पूरे हाेने के बाद इंदाैर के 6 सरकारी कॉलेजाें में सिर्फ 10 प्रतिशत सीटें खाली हैं। जबकि 6 में 30 फीसदी खाली हैं। वहीं दूसरी तरफ 125 से ज्यादा निजी व अनुदान प्राप्त कॉलेजाें में 45 प्रतिशत ही सीटें भरीं हैं।
यूजी- अब आगे क्या
31 जुलाई काे लिस्ट आएगी। 4 अगस्त तक संंबंधित कॉलेजाें में फीस जमा करना हाेगी। 5 से 9 अगस्त तक अपग्रेड के विकल्प वाले छात्राें काे फीस भरने का माैका अलग से मिलेगा।
पीजी – 25 जुलाई तक रजिस्ट्रेशन
31 जुलाई काे लिस्ट अाएगी। 4 अगस्त तक संंबंधित कॉलेजाें में फीस जमा करना हाेगी। 5 से 9 अगस्त तक अपग्रेड के विकल्प वाले छात्राें काे फीस भरने का माैका अलग से मिलेगा।
बीएड – अंतिम राउंड की लिस्ट 3 अगस्त काे आएगी
बीएड कॉलेजाें में एडमिशन के लिए दूसरे अतिरिक्त राउंड की लिस्ट 3 अगस्त काे अाएगी। 9 अगस्त तक छात्राें काे फीस जमा करना हाेगी। पहले अतिरिक्त चरण के बाद करीब 10 से 12 फीसदी सीटें खाली हैं। छात्राें ने पसंद का कॉलेज न मिलने या अन्य वजह से फीस जमा नहीं की थी। इसलिए वह सीटें खाली रह गई।
इस राउंड में साै फीसदी सीटें अलॉट हाेने की संभावना है। इंदाैर शहर के 33 कॉलेजाें की 3450 और संभाग के 67 कॉलेजाें की 6900 सीटाें में से करीब 15 फीसदी खाली हैं। लगभग 85 फीसदी सीटें भर चुकी हैं। एमएड की 90 फीसदी सीटें भर चुकी हैं। बीएड-एमएड के लिए रजिस्ट्रेशन की मियाद खत्म हाे गई है।
बीएड में नए रजिस्ट्रेशन के बाद इंदाैर काे प्राथमिकता देने वाले विद्यार्थियों की संख्या 5000 पार हाे गई है, जबकि खाली सीटें 1000 के आसपास हैं। बीते राउंड में 73% से ज्यादा पर पहली-दूसरी पसंद का भी कॉलेज नहीं मिला था।
कॉलेज एसाेसिएशन के सुनील पंड्या व रवि भदाैरिया का कहना है कि इस बार एससी-एसटी कैटेगरी की सीटाें काे जनरल में बदला जाना चाहिए, क्याेंकि इतनी डिमांड के बाद भी आरक्षित साै फीसदी सीटें नहीं भर रही हैं।