उज्जैन में बच्ची से दुष्कर्म की घटना पर सुरजेवाला ने पूछे शिवराज से आठ सवाल: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दी पांच लाख की मदद
भोपाल डेस्क :
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि मध्यप्रदेश में भाजपा शासन में अब बेटी होना अभिशाप हो गया है? मध्यप्रदेश के उज्जैन में 12 साल की सतना की दलित मासूम बेटी के साथ बलात्कार का वीभत्स और घृणित अपराध हुआ। बेटी घंटों खून से लथपथ उज्जैन में भटकती रही, मानवता रोती रही, मां भारती की आत्मा छलनी होती रही पर शिवराज सरकार कान के तले हाथ रख सोती रही। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने बिटिया के परिवार को 5 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की है तथा ज़रूरत पड़ने पर देश के अच्छे से अच्छे अस्पताल में इलाज कराने का वचन दिया है।
सुरजेवाला ने कहा कि शुक्रवार को इंदौर के एमटीएच हॉस्पिटल में जा कर भर्ती बिटिया की देखरेख कर रहे डॉक्टर्स से बात की है क्योंकि शासन ने बताया कि अभी बिटिया से मिलने की इजाज़त नहीं है। डॉक्टरों ने बलात्कार की जघन्यता के बारे में बताया जिससे रूह कांप गई। उन्होंने कहा कि सीएम शिवराज तो ऐसे निष्ठुर हैं कि वे 3 दिन तक अपना मौन धारण किए रहे। ‘‘सरकार’’ की इस आपराधिक सलिंप्तता को लेकर जनता के कुछ सवाल हैं।
शिवराज सरकार से पूछे ये सवााल
- सतना की बेटी के बाबा की गुहार के बावज़ूद 24 घंटे तक पुलिस ने एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की?
- उज्जैन पुलिस और भाजपा सरकार ने बिना जांच के ही इस बिटिया को अपनी एफआईआर में भिखारी क्यों और कैसे बता दिया, जबकि वह स्कूल यूनिफॉर्म में थी?
- पुलिस और सरकार ने मीडिया को ये क्यों कहा कि लड़की उत्तर प्रदेश की है जबकि वह बेटी मप्र के सतना की है?
- क्या ये केवल प्रदेश को भ्रमित करने के लिए किया ताकि 12 साल की सतना की एक दलित बेटी से हुए बलात्कार का मामला छिपाया जा सके?
- क्या भाजपा सरकार अब ऐसी ओछी हरकतों पर उतर आई है? शिवराज सरकार ये क्यों नहीं बता रही है कि बिटिया सतना से उज्जैन कैसे पहुँची?
- उज्जैन पुलिस ने CCTNS में लड़की की गुमशुदा होने की एफआईआर की जांच पड़ताल क्यों नहीं की, जिससे पूरी बात पता चल सकती थी?
- जिस अमानवीय तरीक़े से अबोध बिटिया के गुप्तांग नष्ट किए गए हैं, ये प्रथम दृष्टि से साफ़ तौर से ‘‘गैंग रेप’’ का मामला नज़र आता है तो सरकार बग़ैर पूरी जांच मामले को रफ़ा-दफ़ा करने में क्यों लगी है?
- अब तक बिटिया के परिवार को सतना से इंदौर उसके पास क्यों नहीं लाया गया? इतने वीभत्स हादसे के बावजूद भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह या गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को बेटी का कुशलक्षेम पूछने मिलने,आंसू पौंछने या परिवार से मिलने तक की फुर्सत क्यों नहीं मिली?
राजधर्म में आड़े आ गई चुनावी रैली
सुरजेवाला ने कहा कि क्या चुनावी रैली राजधर्म के आड़े आ गई या फिर सीएम शिवराज अब कर्तव्य का बोध खो चुके हैं? भाजपा के स्वयंभू ‘‘बड़े नेता’’ कैलाश विजयवर्गीय तो अस्पताल से एक किलोमीटर की दूरी पर हैं, क्या उन्हें चुनावी जश्न से समय निकाल बेटी से मिलने की फुर्सत नहीं मिली? सुरजेवाला ने कहा कि हम कांग्रेस के साथी प्रतिबद्ध हैं कि इन वहशी दरिंदों को सजा दिला कर दम लेंगे।