
आनंदपुर डेस्क :
लटेरी तहसील के ग्राम आनंदपुर में राजमंदिर बाली झांकी में मां काली की महाआरती की गई। महाआरती के के बाद महाप्रसादी का वितरण किया गया। दौरान सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित हुए। उल्लेखनीय हैं कि राजमंदिर में मां काली की साढ़े आठ फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित कर झांकी सजाई गई हैं जो ग्राम के सभी भक्तो का आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। मां काली हाथ में खप्पर लेकर रक्तबीज का वध कर लहू को खप्पर में झेल रही हैं मां काली को रोकने के लिए भगवान शंकर उनके पैरो के नीचे लेते हुए हैं। और पास में एक कृति ऋषि की तप करते हुए दिखाई दे रहे हैं।

माँ कालरात्रि का स्वरूप देखने में अत्यन्त भयानक है, लेकिन ये सदैव शुभ फल ही देने वाली है इसी कारण इनका एक नाम शुभङ्करी भी है। दुर्गा पूजा के सातवें दिन माँ कालरात्रि की उपासना का विधान है। इस दिन साधक का मन सहस्त्रार चक्र में स्थित रहता है। उसके लिए ब्रह्माण्ड की समस्त सिद्धियों का द्वार खुलने लगता है। इस चक्र में स्थित साधक का मन पूर्णत: माँ कालरात्रि के स्वरूप में अवस्थित रहता है। माँ कालरात्रि दुष्टों का विनाश और ग्रह बाधाओं को दूर करने वाली है। जिससे साधक भयमुक्त हो जाता है।

उत्सव और श्रद्धा का अनोखा संगम
नवदुर्गा महोत्सव देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है, जिसमें श्रद्धालु देवी दुर्गा की आराधना में जुटे हैं। यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि समाज में एकता और सांस्कृतिक समृद्धि को भी दर्शाता है।

इस वर्ष नवदुर्गा महोत्सव की तैयारियाँ बेहद भव्य हैं। आनंदपुर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सुंदर पंडाल सजाए गए हैं, जहाँ देवी दुर्गा की प्रतिमाओं की स्थापना की गई है। भक्तजन दिन-रात पूजा-अर्चना कर रहे हैं और विशेष तौर पर आनंदपुर में महाआरती के बाद आरोन रोड और इंदिरा कॉलोनी, जावती रोड बाली झांकी में गरबा नृत्य का आयोजन भी किया जा रहा है। रात्रि के समय बालिकाओं द्वारा शानदार गरबा नृत्य किया गया।



आनंदपुर में एक दर्शन से अधिक स्थानों पर लगी हैं दुर्गा मां की झांकी
आनंदपुर में 12 स्थान राम जानकी मंदिर, कटरा मोहल्ला, जावती रोड, मुख्य बाजार, इंदिरा कॉलोनी, आरोन रोड सहित कई जगह मां दुर्गा के पंडाल सजाए गए हैं तो वहीं ग्रामीणक्षेत्र की बात की जाए तो
लगभग 65 से 70 स्थानो पर नवदुर्गा महोत्सव की झांकियां लगाई गई है जहां सभी श्रद्धालु दिन-रात मां जगदंबा की आराधना कर रही है।
