पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट रेस्क्यू ऑपरेशन कंप्लीट, ब्लास्ट में 11 मौत, 217 घायल: CM से नहीं मिलने दिया तो नाराज लोगों ने किया चक्काजाम
न्यूज़ डेस्क :
मध्यप्रदेश के हरदा में पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट के करीब 26 घंटे बाद रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया गया है। नर्मदापुरम संभाग के कमिश्नर ने बताया कि इस हादसे में 11 लोगों की मौत हुई है। करीब 184 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। 217 लोग घायल हो गए, इनमें फैक्ट्री के 51 मजदूर शामिल हैं
बुधवार को सीएम डॉ. मोहन यादव हरदा पहुंचे। जहां उन्होंने घायलों का हाल जाना। सीएम ने कहा कि इस मामले में ऐसी कार्रवाई करेंगे कि लोग याद रखेंगे।
नाराज लोगों ने किया चक्काजाम
हरदा में नाराज लोगों ने चक्काजाम कर दिया। दरअसल, लोग सीएम से मिलना चाह रहे थे। आरोप है कि अफसरों ने उन्हें रोक दिया। जिसके बाद लोग नाराज हो गए और चक्काजाम कर दिया।
आरोपियों को जेल भेजा गया
आरोपी राजेश अग्रवाल, सोमेश अग्रवाल और रफीक खान उर्फ मन्नी पटेल को सीजीएम कोर्ट ने जेल भेज दिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी राजेश अग्रवाल ने घटना के बाद तीसरे आरोपी रफीक खान उर्फ मन्नी पटेल के साथ लगातार कई बार मोबाइल पर बात की थी।
पुलिस ने राजेश की मोबाइल डिटेल में मिले कॉल के आधार पर रफीक को आरोपी बनाया है। वहीं, जिन अन्य लोगों से घटना के बाद आरोपी राजेश अग्रवाल ने बात की थी, उनसे भी पुलिस पूछताछ कर रही है।
ऐसी कार्रवाई होगी कि लोग याद रखेंगे: CM
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हरदा मामले में ऐसी कार्रवाई होगी कि लोग उसे याद रखेंगे।
घायलों से मिले CM डॉ. मोहन यादव
सीएम डॉ. मोहन यादव ने हरदा जिला अस्पताल पहुंचकर पटाखा फैक्ट्री हादसे में घायल हुए लोगों का हाल जाना।
बहुत ज्यादा था मलबे का टेम्प्रेचर
कमिश्नर ने बताया कि मलबा हटाया गया है। यह बहुत गर्म था। जिस पर 32 फायर ब्रिगेड वाहनों से पानी थ्रो किया गया। करीब 12 पोकलेन मशीन की मदद से उसे हटाया गया है। छतों के कांक्रीट को तोड़कर क्लीयर किया गया है। करीब एक हजार कर्मचारी इस काम में जुटे थे।
रेस्क्यू ऑपरेशन कंप्लीट, 184 लोगों का हुआ रेस्क्यू
नर्मदापुरम संभाग के कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो चुका है। 184 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। इस घटना में 11 लोगों की मौत हुई है। एक महिला मिसिंग रिपोर्ट हुई है। वहीं 11 में से एक डेड बॉडी ऐसी महिला की है, जिसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। आशंका है कि वो उसी की हो सकती है।