भोपाल

सीएम शिवराज का मंच से बड़ा एक्सन: मेरे पास बहुत शिकायतें हैं। मनरेगा अधिकारी जो पहले यहां थे अब यहां से कटनी चले गए। मैं उनको तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करता हूं।जिला शिक्षा अधिकारी और प्रभारी तहसीलदार रामपुर नैकिन को भी सस्पेंड करता हूं

भोपाल डेस्क :

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को सीधी जिले में भी एक्शन मोड में दिखे। उन्होंने मंच से ही DEO, नैकिन के प्रभारी तहसीलदार और कटनी मनरेगा अधिकारी को सस्पेंड कर दिया। वे यहां मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के अंतर्गत स्वीकृति-पत्र वितरण कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। यहां सीएम ने जिले में गो अभयारण्य बनाने की बात भी कही।

सीधी में सभा को संबोधित करते समय CM शिवराज ने कहा कि मुझे मनरेगा परियोजना अधिकारी प्रदीप शुक्ला की कई शिकायतें मिली हैं। सीधी में पदस्थ रहने के दौरान उन्होंने कई गड़बड़ियां की हैं। वे अभी कटनी में पदस्थ हैं, वहां भी गड़बड़ी कर रहे हैं। इसलिए यहां के पूर्व मनरेगा अधिकारी को मैं तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर रहा हूं। कटनी में ही सस्पेंड। यह नहीं चलेगा।

जानिए किस अफसर पर क्यों हुई कार्रवाई
1. प्रदीप शुक्ला, पूर्व मनरेगा अधिकारी, सीधी।
आरोप- वित्तीय अनियमितता

पूर्व मनरेगा अधिकारी प्रदीप शुक्ला पर वित्तीय अनियमितता के आरोप लगे थे। कई सरपंच व सचिवों ने आरोप लगाए थे कि वे सरकारी काम की राशि जारी करने के बदले रुपयों की मांग करते हैं। इसको लेकर लोगों ने जनपद सीईओ, जिला पंचायत सीईओ और कलेक्टर से भी शिकायत की थी। इस पर जिला पंचायत सीईओ राहुल नामदेव धोटे ने उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन भेजा था। इस पर आज सीएम शिवराज ने उन्हें सस्पेंड कर दिया।

2. आंचल अग्रहरी, प्रभारी तहसीलदार रामपुर नैकिन
आरोप- नामांतरण प्रकरणों में लापरवाही पर कार्रवाई

सीएम ने मंच से रामपुर नैकिन की प्रभारी तहसीलदार आंचल अग्रहरी को भी सस्पेंड किया। आंचल सीधी जिले की बहरी तहसील में पदस्थ थीं। उन पर रामपुर नैकिन का प्रभार भी है। तहसीलदार की कार्यप्रणाली के खिलाफ पूर्व मंत्री व सिहावल विधायक कमलेश्वर पटेल ने दो महीने पहले ग्रामीणों के साथ धरना दिया था। उन्होंने नामांतरण प्रकरणों में लापरवाही सहित अन्य समस्याओं को लेकर आंचल अग्रहरि को बहरी से हटाने की मांग की थी। इसके बाद उनको रामपुर नैकिन के प्रभारी तहसीलदार के रूप में पदस्थ किया था। अब सीएम शिवराज ने उन्हें निलंबित कर दिया है।

3. पवन सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी।
आरोप- रिश्वत मांगने का ऑडियो हुआ था वायरल

सीएम ने जिला शिक्षा अधिकारी पवन सिंह को भी निलंबित किया है। उन पर रिश्वत मांगने के आरोप हैं। कुछ दिन पहले एक ऑडियो सामने आया था। जिसे जिला शिक्षा अधिकारी पवन सिंह और सिहावल ब्लॉक के हायर सेकेंडरी स्कूल हटवा खास की अतिथि शिक्षक मौसम शुक्ला के बीच हुई बातचीत का बताया गया था। इस ऑडियो में पवन सिंह अतिथि शिक्षक मौसमी का अटका हुआ वेतन दिलाने के बदले उससे दो महीने का वेतन मांग रहे थे। डीईओ कहते हैं कि मुझे भी सभी को देना होता है। इसलिए मैं आपसे रुपए मांग रहा हूं। इसमें अतिथि शिक्षक उनसे नेगोशिएशन करती हैं तो डीईओ पहले 15 हजार रुपए देने की मांग करते हैं।

जगह बदलने पर भी नहीं बदलीं, सस्पेंड करता हूं
शिवराज सिंह ने मंच से कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी का ऑडियो वायरल हो रहा हैं, मैं उनको भी तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करता हूं। मेरे पास एक और शिकायत आई है, मैं इसका परीक्षण करूंगा। मेरे पास रामपुर नैकिन की प्रभारी तहसीलदार आंचल अग्रहरी की बहुत शिकायतें हैं। उन्हें एक जगह से हटाकर दूसरी जगह भेजा। उनकी वहां से भी बहुत शिकायतें आ रही हैं। मैं उनको भी सस्पेंड करता हूं।

मझौली तहसीलदार सहित तीन अफसरों की प्रशंसा
सीएम ने लोगों को संबोधित करते हुए मझौली तहसीलदार वीके पटेल, जिला समन्वयक (स्कूली शिक्षा) सुजीत मिश्रा की तारीफ भी की। सीएम ने कहा कि मुझे लोगों से इन अफसरों का फीडबैक मिला है। लोगों ने बताया कि ये अच्छा काम कर रहे हैं। जब जनता से प्रशंसा आती है तो अच्छा लगता है। मान सिंह सैयाम CEO जनपद पंचायत मझौली के बारे में भी बहुत अच्छी रिपोर्ट मिली है। मैं उन्हें भी बधाई देता हूं।

गड़बड़ करने वालों पर कार्रवाई करेंगे
संबोधन के दौरान CM ने कहा कि मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं। सब प्रशासन के अंग हैं। अच्छा काम करने वालों को सम्मानित करेंगे। गड़बड़ करने वालों पर कार्रवाई करेंगे। यह नहीं चलेगा। काम में पारदर्शिता जरूरी है। मुख्यमंत्री ने जनसेवा अभियान के अंतर्गत लोगों को विभिन्न योजनाओं के स्वीकृति-पत्र भी वितरित किए।

100 एकड़ में बनेगा गो अभयारण्य
सीएम ने कहा कि जिले में नवाचार हो रहे हैं। यह बहुत अच्छा है। मैं बधाई देता हूं। महुआ उत्पादन में भी अच्छा काम हुआ है। जिले में IIT कोचिंग की कक्षाएं शुरू की हैं। इसे और आगे बढ़ाएं। ऐसा प्रयास करें कि ज्यादा से ज्यादा गरीब बच्चों को लाभ मिले। उन्होंने अफसरों से गो अभयारण्य के बारे में मंच से ही पूछताछ की। सीएम ने कहा कि मझौली तहसील की खजूरिया ग्राम पंचायत में 100 एकड़ जमीन पर गो अभयारण्य बनाया जाएगा।

सीधी जिले में 1.37 लाख लोगों को दिया लाभ
सीएम ने कहा कि रीवा संभाग से 7.59 लाख से ज्यादा आवेदन आए थे, उनमें से 7 लाख 2 हजार 845 लोगों के नाम अलग-अलग योजनाओं में जोड़ दिए हैं। आज उनको स्वीकृति पत्र दिए जा रहे हैं। अकेले सीधी जिले में 1.37 लाख भाई-बहनों के नाम अलग-अलग योजनाओं में जोड़े जा रहे हैं। एक साथ लाखों लोगों को लाभ पहुंचाने का काम आजादी के बाद आज तक नहीं हुआ।

मॉर्निंग मीटिंग में ही अफसरों को सस्पेंड कर रहे…
चार महीने पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल से ही प्रदेशभर के जिलों में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की समीक्षा करने के लिए मॉर्निंग मीटिंग की शुरुआत की है। सुबह 6 से 7 बजे के बीच सीएम किसी एक जिले के कलेक्टर, एसपी सहित विभागों के प्रमुख अधिकारियों, प्रभारी मंत्रियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जोड़कर समीक्षा करते हैं। सीएम योजनावार कलेक्टर्स से वन टू वन स्थिति पूछते हैं। समीक्षा के पहले सीएम उस जिले की जानकारी भी अपने पास बुला लेते हैं। बैठक में गलत जानकारी देने वाले और लापरवाह अफसरों पर तुरंत एक्शन भी ले रहे हैं। कई बार सार्वजनिक तौर पर सीएम इस बात को कह चुके हैं कि मेरी जिलों की समीक्षा बैठक का समय सुबह जल्दी होने से कई लोग परेशान होते हैं, इसलिए मैंने टाइम थोड़ा आगे बढ़ाया है।

ऐसे सस्पेंड करते रहे…

  • 18 सितंबर में झाबुआ जिले के SP अरविंद तिवारी का छात्रों से फोन पर अभद्रता करने वाला ऑडियो वायरल हुआ था। ये ऑडियो जैसे ही CM तक पहुंचा उन्होंने अगली सुबह यानी 19 सितंबर को ही बैठक बुलाई और SP अरविंद दुबे को हटाने के निर्देश दिए, कुछ ही देर बाद SP को सस्पेंड भी कर दिया गया। अगले ही दिन CM ने झाबुआ कलेक्टर को भी बदल दिया।
  • 23 सितंबर को सागर जिले की समीक्षा करते हुए PM आवास योजना में पैसे लेने वाले रोजगार सहायकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सेवा से पृथक करने के निर्देश दिए।
  • 25 सितंबर को झाबुआ के जिला खाद्य अधिकारी एमके त्यागी को CM ने हटाने के निर्देश दिए।
  • अनूपपुर जिले की समीक्षा के दौरान PHE के EE को गलत जानकारी देने पर सीएम ने माफी मंगवाई।
  • श्योपुर जिले की समीक्षा के दौरान राशन वितरण की गलत जानकारी देने पर DSO को सस्पेंड कर दिया। इसके साथ ही PM आवास योजना में रिश्वत मांगने वालों की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए। बड़वानी जिले में सेंधवा के जनपद पंचायत CEO को CM ने मंच से ही सस्पेंड कर दिया।
  • 13 अक्टूबर को रीवा जिले की समीक्षा बैठक में CM ने हनुमना में बिजली वितरण की लापरवाही की शिकायतों पर सब इंजीनियर को सस्पेंड करने के साथ ही कामों की जांच कराने के निर्देश दिए।
  • 09 दिसंबर को CMHO डॉ. जीसी चौरसिया और बिछुआ नगर परिषद के CMO चंद्रकिशोर भवरे को सस्पेंड कर दिया। सीएम ने मंच से ही इसके आदेश जारी किए। उन्होंने कहा- लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!