ब्रेकिंग न्यूज़- 14 घंटे बाद भी नहीं बुझाई जा सकी आग, मध्यप्रदेश सरकार का सतपुड़ा भवन 80% जल गया: चार फ्लोर में रखी 12 हजार फाइलें जलकर खाक

भोपाल डेस्क :
भोपाल में मध्यप्रदेश सरकार के दूसरे सबसे बड़े सतपुड़ा भवन में सोमवार दोपहर करीब 4 बजे लगी आग मंगलवार सुबह 6 बजे तक नहीं बुझाई जा सकी। हालांकि, प्रशासन का कहना है कि स्थिति काबू में है। जल्द ही आग पूरी तरह बुझा ली जाएगी। आग बिल्डिंग की तीसरी मंजिल से शुरू हुई और छठी मंजिल तक पहुंच गई। जब आग लगी तब बिल्डिंग में करीब 1000 लोग थे। भगदड़ में कई लोग घायल हो गए। बताया जा रहा है कि इन 4 मंजिलों में रखी 12 हजार से ज्यादा फाइलें खाक हो चुकी हैं। इनमें ज्यादातर फाइलें चिकित्सा विभाग से संबंधित थीं।
नगर निगम, पुलिस फायर ब्रिगेड की टीम आग को काबू करने में मंगलवार सुबह पांच बजे कुछ हद तक सफल हुई, लेकिन आग को पूरी तरह नहीं बुझा पाई। सुबह छह बजे सतपुड़ा भवन के पश्चिमी ब्लॉक के पिछले टॉवर से आग की लपटें रुक-रुककर उठ रही थी। सतपुड़ा भवन की चौथी, पांचवीं और छठवीं मंजिल पर लगी आग को बुझाने लगातार पानी डाले जाने के बाद भी धुएं का गुबार उठता रहा।
मौके पर दमकल के करीब 50 वाहन, पानी के करीब 300 टैंकर मौजूद है। इधर, इंदौर से ऊंची इमारतों में आग से निपटने में सक्षम दो एफबी (दमकलकर्मियों के साथ) भी सतपुड़ा भवन पहुंचने की खबर आई।
सरकार का अनुमान है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी और एसी के कंप्रेसर में ब्लास्ट होने से फैलती गई। पूरे ऑफिस में 30 से ज्यादा एसी कंप्रेसर में ब्लास्ट हुए हैं। मुख्यमंत्री ने आग लगने के कारणों की जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी बनाई है। वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया।
सीएम ने सोमवार रात एयरफोर्स से मदद मांग
बुझाने की कोशिशें नाकाम होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से एयरफोर्स की मदद मांगी। बताया गया कि रात में ही AN 32 विमान और MI-15 हेलिकॉप्टर आने वाले थे, लेकिन मंगलवार सुबह तक नहीं आ सके। CM ने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी फोन पर चर्चा कर उन्हें जानकारी दी और जरूरी मदद की मांग की।
भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि आग ऊपर की मंजिलों में थी और वहां पर ज्वलनशील सामग्री थी, इसलिए इतना समय लग गया। अभी तक स्थिति नियंत्रण में दिख रही है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया जाएगा। भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा का दावा है कि स्थिति कंट्रोल में है।

तीन विभागों के दस्तावेज जलकर राख हुए
सतपुड़ा भवन में कई विभागों के दफ्तर हैं, जिनमें रखे दस्तावेज जलकर राख हो गए। चौथी मंजिल पर हेल्थ डिपार्टमेंट की शिकायत शाखा है। यहां EOW और लोकायुक्त में कर्मचारियों-अधिकारियों के खिलाफ की गई शिकायतों और जांच के दस्तावेज रखे थे। 12 हजार से ज्यादा फाइलें खाक हो चुकी हैं। इनमें ज्यादातर फाइलें चिकित्सा विभाग से संबंधित थीं।
दमकल, SDERF और CISF भी नहीं बुझा सके आग
आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां के साथ SDERF और CISF की टीम भी पहुंची, लेकिन आग बुझाने में कामयाबी नहीं मिली। गनीमत यह रही कि आग से कोई जनहानि नहीं हुई है।
अब जानिए जिन फ्लोर में आग लगी, वहां कौन से दफ्तर हैं
सतपुड़ा भवन में आग सबसे पहले थर्ड फ्लोर पर लगी। इस फ्लोर पर अनुसूचित जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना का दफ्तर है। यहां से आग चौथे, पांचवें और छठे फ्लोर तक पहुंची। इन तीनों फ्लोर पर स्वास्थ्य संचालनालय के दफ्तर हैं।