उज्जैन में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव – पहला दिन: अडाणी ग्रुप करेगा 75 हजार करोड़ का निवेश: सीएम डॉ मोहन यादव बोले- एक लाख करोड़ से ज्यादा निवेश आया
उज्जैन डेस्क :
उज्जैन में दो दिवसीय रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, ‘आज मध्यप्रदेश के अंदर बड़ी संभावनाएं हैं। आज उज्जैन में समिट कर रहे हैं, कल जबलपुर में करेंगे, रीवा में करेंगे, ग्वालियर में करेंगे। केवल कर्मकांड नहीं करेंगे, भूमिपूजन-लोकार्पण भी करेंगे।’ मंच पर बैठीं सीएस और पीएस से मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि बातें कम और काम ज्यादा होगा।’
सीएम ने कहा कि कॉन्क्लेव के पहले ही दिन एक लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश आया है।
अडाणी एंटरप्राइजेज के डायरेक्टर प्रणव अडाणी ने मध्यप्रदेश में 75000 करोड़ रुपए का निवेश करने की बात कही। वे बोले, ‘5000 करोड़ रुपए की लागत से उज्जैन, इंदौर और भोपाल को मिलाकर महाकाल एक्सप्रेस बनाएंगे।’
इससे पहले शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विक्रमोत्सव, उज्जयिनी विक्रम व्यापार मेला कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलन और कन्या पूजन कर शुभारंभ किया। लाड़ली बहनों को 1576 करोड़ रुपए की राशि भी जारी की।
26 हजार से ज्यादा लोगों को मिलेगा रोजगार: CM
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा- बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में आज एक नया इतिहास बन रहा है। मंच पर बड़े-बड़े उद्योग ग्रुप के मालिक विराजित हैं, जो प्रदेश में 12170 करोड़ रुपए का निवेश कर 283 इकाईयों की स्थापना करेंगे। इससे प्रदेश में 26 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। सीएम ने कहा कि इस निवेश से मध्यप्रदेश प्रधानमंत्री मोदी की मंशा अनुरूप 2047 तक विकसित प्रदेश बनेगा।
व्यापार-व्यवसाय के अनुकूल वातावरण बनाया: CM
प्रदेश में व्यापार-व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए अनुकूल वातावरण बनाया गया है, ताकि उद्योग अच्छे से विकसित हो और प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो। आज मध्यप्रदेश में उद्योग की बड़ी संभावना है, जिन्हें धरातल पर उतारने के लिए उद्योगपतियों को 508 हेक्टेयर भूमि के लिए आशय-पत्र/आवंटन आदेश जारी किए गए हैं।
10064 करोड़ की 61 इकाइयों का लोकार्पण-भूमिपूजन
रीजनल इंडस्ट्री कॉनक्लेव-2024 में एमएसएमई और स्टार्टअप सत्र में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंच से प्रदेश के विभिन्न जिलों में 10064 करोड़ निवेश से स्थापित होने वाली 61 इकाईयों का वर्चुअल लोकार्पण-भूमि पूजन किया। इन इकाइयों में 17 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल सकेगा। सीएम ने झाबुआ के मेघनगर, इंदौर के सांवेर, देवास, रायसेन के सांची, रीवा और नीमच में जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर लगने वाले उद्योग की जानकारी ली।