मध्यप्रदेश

मध्यप्रदेश में बना सबसे लंबी राखी का वर्ल्ड रिकॉर्ड: भिंड में भाजपा नेता को बांधा गया 1100 फीट का रक्षा सूत्र

गिनीज बुक ने दिया सर्टिफिकेट

न्यूज़ डेस्क :

मध्यप्रदेश के भिंड में 1100 फीट लंबी राखी बांधने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना है। यह राखी मेहगांव विधानसभा क्षेत्र में गुरुवार को एक भाजपा नेता की कलाई पर बांधी गई। इसे दिल्ली और ग्वालियर के कलाकारों ने 15 दिन में करीब 7 लाख रुपए की लागत से बनाया। इस अनोखी राखी को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के साथ ही ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने दुनिया की सबसे बड़ी राखी का सर्टीफिकेट दिया है।

इस अनोखी राखी को प्लायवुड के ऊपर फोम लगाकर तैयार किया गया था। फोम को कलर करने के बाद उस पर मोती, सितारे और अन्य सामग्री से डिजाइनर लुक दिया गया। राखी का धागा एक साफे को गूंथकर तैयार किया गया। धागे की लंबाई 1100 फीट रही। इसका अंतिम छोर इतना पतला रखा गया कि इसे कलाई पर बांधा जा सके। राखी में लगे सबसे बड़े फूल का आकार 25 फीट है। इसके बाद घटते क्रम में 20 फीट, 15 फीट, 10 फीट और 5 फीट के गोलाकार फूल लगाए गए हैं।

राखी बांधने का कार्यक्रम भी काफी बड़े स्तर पर आयोजित किया गया। राखी को स्टेज के चारों ओर खंभों की मदद से उठाया गया। इसके बाद साफे से बने धागे के दोनों किनारे भाजपा नेता के हाथ पर बांधे गए।

इससे पहले पटना में बनाई गई थी 808 फीट की राखी

इस राखी की अवधारणा तैयार करने वाले भाजपा नेता अशोक भारद्वाज ने बताया, ‘कुछ दिन पहले एक बैठक के दौरान हम सभी पार्टी कार्यकर्ता प्रदेश सरकार की लाड़ली बहना योजना पर चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान हमने रक्षाबंधन पर कुछ अलग करने के बारे में सोचा। बातचीत करते हुए सबसे बड़ी राखी बनाने का विचार आया। इंटरनेट पर देखा तो पता चला कि पिछले साल पटना में 808 फीट की विश्व की सबसे बड़ी राखी बनाई गई थी। इसी से प्रेरित होकर हमने एक हजार फीट की राखी बनाना तय किया।’

दुनिया में सबसे बड़ी राखी के तौर पर रिकॉर्ड में दर्ज
कार्यक्रम में मौजूद गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के एग्जीक्यूटिव पर्सन ऋषिनाथ ने कहा, ‘यह विश्वभर में अब तक की सबसे बड़ी राखी है।’ एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि के तौर पर कार्यक्रम में आए भानुप्रताप सिंह ने कहा, ‘हमने इस राखी को दुनिया में सबसे बड़ी राखी के तौर पर रिकॉर्ड में दर्ज किया है।’

मुंबई से आए ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के को-ऑर्डिनेटर प्रोफेसर डॉ. दिनेश गुप्ता ने कहा, ‘अब तक ओएमजी की ओर से 1300 रिकॉर्ड दिए गए हैं। भिंड में 1301वां रिकॉर्ड दर्ज किया गया है। ओएमजी के मापदंडों पर ये आयोजन खरा उतरा है।’

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!