नई दिल्ली

हम शांति, सद्भाव और भाईचारा चाहते हैं “किसी को भी धर्म परिवर्तन और हिंसा करने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए, आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार नई दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन दरगाह पहुंचे

नई दिल्ली डेस्क :

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने शनिवार को नई दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन दरगाह का दौरा किया और दिवाली से पहले दरगाह पर चादर चढ़ाई अंदर मिट्टी के दीये जलाए। आरएसएस की मुस्लिम शाखा, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने देश में शांति और समृद्धि का आह्वान किया।

दिवाली के त्योहार में शांति का संदेश

इंद्रेश कुमार ने इस अवसर पर कहा कि “दीपावली का त्यौहार भारत सहित विश्व में मनाया जाता है। यह हर घर में सुख-समृद्धि लाता है। यह त्योहार सभी धार्मिक मतभेदों और प्रांतों के बीच के मतभेदों को मिटा देता है। भारत तीर्थों, त्योहारों और मेलों की भूमि है। सभी वे गरीबों को रोटी देते हैं और आपस में भाईचारा बढ़ाते हैं।

दूसरे के धर्मों की आलोचना और अपमान न करें:

उन्होंने कहा कि हर त्योहार हमें सिखाता है कि हमें कट्टरता, द्वेष, नफरत, दंगे या युद्ध नहीं चाहिए। हम शांति, सद्भाव और भाईचारा चाहते हैं। उन्होंने कहा “किसी को भी धर्म परिवर्तन और हिंसा करने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। सभी को अपने धर्म और जाति का पालन करना चाहिए। दूसरे के धर्मों की आलोचना और अपमान न करें।”

सितंबर में मोहन भागवत और इंद्रेश कुमार ने की थी डॉ इलियासी से मुलाक़ात

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने सितंबर के महीने में नई दिल्ली की एक मस्जिद में ‘अखिल भारतीय इमाम संगठन’ के प्रमुख इमाम उमर अहमद इलियासी से मुलाकात की थी, कस्तूरबा गांधी मार्ग मस्जिद में बंद कमरे में एक घंटे से अधिक वक्त तक यह बैठक हुई। अखिल भारतीय इमाम संगठन का कार्यालय यहीं स्थित है। भागवत के साथ संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी कृष्ण गोपाल, राम लाल और इंद्रेश कुमार थे। राम लाल पहले भाजपा के संगठनात्मक सचिव थे जबकि कुमार मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक हैं। 

आरएसएस के करीबी सूत्रों के अनुसार, बैठक में हिजाब विवाद, ज्ञानवापी और धर्मों के बीच शांति और सद्भाव बनाए रखने जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई और भागवत ने कई मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मुलाकात की थी, इस बैठक में हालिया विवादों और देश में धार्मिक समावेशिता को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की गयी थी। आरएसएस के करीबी सूत्रों के अनुसार, यह बैठक संघ के विचारों के प्रचार और धार्मिक समावेशिता के विषय को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की गई थी. बैठक में ज्ञानवापी विवाद, हिजाब विवाद और जनसंख्या नियंत्रण जैसी हालिया घटनाओं पर चर्चा की गई।

बैठक में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) एस वाई कुरैशी, दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के पूर्व कुलाधिपति लेफ्टिनेंट जनरल जमीर उद्दीन शाह, पूर्व सांसद शाहिद सिद्दीकी और व्यवसायी सईद शेरवानी जैसे कई बुद्धिजीवी शामिल हुए थे।

क्या हैं RSS का मुस्लिम राष्ट्रीय मंच

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच राष्ट्रवादी मुस्लिमों का संगठन है। यह संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा से जुड़ा है। इसका गठन 2002 में हुआ है। मंच के राष्ट्रीय संयोजक मुहम्मद अफजल हैं एवं मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार हैं।

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