इंदौरमध्यप्रदेश

पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए यह बेहतरीन उपाय निकाला , सिंगल यूज प्लास्टिक बैन के बाद तैयार किए ग्लास

इंदौर डेस्क  :

पूरे देश में रोजमर्रा के कई कामों में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाता है, एक जुलाई से देश भर में सिंगल यूज प्लास्टिक पूरी तरह से बैन हो गया है, जिसके बाद व्यापारियों ने इसका विकल्प खोजना शुरू कर दिया है.

इंदौर के एक चाय वाले दुकानदार ने चाय पिलाने के लिए डिस्पोजल ग्लास का बेहतरीन विकल्प बनाया है, जिसे चाय पीने के बाद खाया भी जा सकता है.

प्लास्टिक बैन के बाद गोमटगिरी आश्रम पर पूनम रेस्टोरेंट के नाम से चाय की एक छोटी सी दुकान है. देश में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन होने के बाद दुकान संचालक विनोद कुमार राउका ने ग्राहकों को चाय पिलाने के लिए ऐसा ग्लास /मग बनाया है, जिसे चाय पीने के बाद खाया भी जा सकता है. इस ग्लास को सोयाबीन और चावल से तैयार किया गया है, जो खाने में चाय के साथ बिस्किट का आनंद देता है.

सोयाबीन और चावल मिश्रण से तैयार किए ग्लास

मीडिया रिपोर्टस में विनोद कुमार बताते हैं कि डिस्पोजल पर प्रतिबंध लगने के बाद उन्होंने यह ग्लास तैयार किए. वह अपने ग्राहकों को मात्र 20 रुपये में ऐसी चाय पिलाते हैं. जिसे पीने के बाद उसका ग्लास भी खाया जा सकता है. यह ग्लास पूरी तरह से शुद्ध है और इसे खाने के कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है. उनके इस बेहतरीन विकल्प को देखकर सैकड़ों लोग उनकी दुकान पर चाय पीने पहुंचते हैं.

पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए दुकानदार के इस नायाब तरीके की हर तरफ तारीफ हो रही है. इससे ना सिर्फ पर्यावरण की रक्षा हो रही है. बल्कि लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं. इसके साथ ही इन ग्लास का सेहत पर भी की बुरा असर नहीं दिख रहा है. लोग चाय का आनंद लेने के साथ ही ग्लास भी बड़े चाव से खा रहे हैं.

चाय पीने बालों की लगती हैं भीड़

ग्राहकों को उनका यह तरीका बहुत पसंद आ रहा है. चाय के साथ ग्लास खाने के लिए इस दुकान पर बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की भीड़ देखने को मिल रही है. दुकान पर चाय पीने आए ग्राहक ने बताया कि पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए यह बेहतरीन उपाय निकाला है. इससे पर्यावरण भी दूषित नहीं होगा और लोगों को रोजगार का अवसर भी मिलेगा. इसके साथ ही यदि इस ग्लास का इस्तेमाल घर के किचन में करते हैं तो आपको धोने का झंझट नहीं रहेगा.

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