न्यूज़ डेस्क

दुल्हन शादी के दो दिन बाद नगदी और गहने लेकर हुई फरार: दूल्हा बोले- पत्नी ने दो दिन तक खूब सेवा की, तीसरे दिन धोखा देकर भागी

न्यूज़ डेस्क :

लड़की ने कहा कि मैं अनाथ हूं, ये सुन मैं भावुक हो गया और उसी दिन शादी करने का मन बना लिया। लेकिन मुझे नहीं पता था कि वह धोखा देकर भाग जाएगी। उसने मेरा मोबाइल भी नहीं छोड़ा। मैं तो गांव में रिसेप्शन देने की तैयारी कर रहा था … ये कहना है अशोकनगर में रहने वाले 39 साल के अनिल भार्गव का, जिसकी दुल्हन शादी के दो दिन बाद ही रुपए और गहने लेकर फरार हो गई। उसने रात के खाने में नशीली दवा मिला दी, जिसे खाने के बाद ससुरालवाले गहरी नींद में सो गए। सुबह जब सभी की नींद खुली तो बहू घर में नहीं थी। घर से गहने भी गायब थे। चार दिन तक उसे ढूंढने के बाद पीड़ित पति ने शुक्रवार शाम पुलिस थाने जाकर आवेदन दिया।

मामला अशोकनगर जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर दूर सेमरा हाट गांव का है। अविवाहित अनिल भार्गव को उसके परिचित गुना निवासी कमलेश कोरी ने रिश्ता बताया। अनिल 16 अप्रैल को जब लड़की से पहली बार मिला, तो वो पहली ही नजर में उसे पसंद आ गई। उसी शाम को मंदिर जाकर उसने लड़की से शादी कर ली। लड़की ने दो दिन तक ससुरालवालों की खूब सेवा की। हालांकि 19 अप्रैल की रात मौका वो देखकर फरार हो गई।

पीड़ित दूल्हे से ही जानिए पूरी कहानी

पीड़ित अनिल भार्गव ने बताया, मेरी उम्र 39 है। शादी नहीं होने के चलते मैं और मेरे परिवारवाले काफी परेशान थे। 16 अप्रैल मेरे पास कमलेश का फोन आया। उसे मैं पहले से जानता हूं। उसने आरती साहू (33) के बारे में बताया और कहा कि एक बार मिल लो। कमलेश ने बताया कि आरती अशोकनगर में है। मैं उसी दिन आरती से मिला। उसने बताया कि वह ओडिशा की रहने वाली है। मुझे वो पसंद आ गई। उसने भी शादी के लिए हां कर दी। आरती ने मुझे बताया कि वह अनाथ है तो मैं भावुक हो गया। उसने मुझे आधार कार्ड भी दिया। मैंने उससे कहा कि अभी कोर्ट चलकर शादी कर लेते हैं। उसने कहा कि हम कोर्ट की जगह मंदिर में शादी कर लेंगे। शाम को हम मंदिर पहुंचे और शादी कर ली। गांव में ससुरालवालों ने आरती का स्वागत किया और गृह प्रवेश कराया।

अनिल ने बताया कि शादी के बाद दो दिन तक आरती ने सभी की खूब सेवा की। 18 अप्रैल की शाम को भी उसने खाना बनाया और सभी को खुद परोसा। सुबह करीब 10 बजे मां की नींद खुली तो दुल्हन कहीं नजर नहीं आई। आस पड़ोस में पूछताछ की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। मां ने मुझे उठाया। मां ने कमरे की तलाशी ली तो अलमारी खुली मिली। उसमें रखे सोने-चांदी के जेवर और 2 लाख रुपए नकद गायब थे।

अक्षय तृतीया पर फिर से लेने थे 7 फेरे

अनिल ने आगे बताया, मेरी शादी नहीं होने से मां काफी चिंतित थी। आरती भी अनाथ थी। इसीलिए मैंने तत्काल शादी करने का फैसला कर लिया। जब मैंने कोर्ट मैरिज की बात कही तो कमलेश के परिवार वालों ने कहा कि अक्षय तृतीया पर शादी कर लेंगे। आरती के पक्ष से पांच लोग आए थे। उसने सभी को रिश्तेदार बताया था। उन्होंने घर देखने की बात कही। जब घर आए तो थोड़ी देर ही रुके। काम का बहाना कर चले गए। जाते-जाते कहने लगे कि अक्षय तृतीया का अच्छा दिन है, इस दिन शादी कर लेंगे। हम लोग एक दिन पहले ही आ जाएंगे। साथ ही लड़की कुछ दिन आपके पास रुक जाएगी और आप लोगों को समझ लेगी। इस पर मैंने कहा कि गांव में बिना शादी के लड़की ले जाऊंगा तो लोग तरह-तरह की बातें करेंगे। इसलिए मैंने तुरंत शादी के लिए हां कर दी, लेकिन मुझे नहीं पता था कि वह धोखा देकर भाग जाएगी। उसने मेरा मोबाइल भी नहीं छोड़ा। मैं तो गांव में रिसेप्शन देने की तैयारी कर रहा था।

इस मामले में कचनार थाना प्रभारी नीतू अहिरवार का कहना है कि युवक की तरफ से आवेदन आया है। FIR दर्ज नहीं की है। जांच कर रहे हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!