MP बुरहानपुर में हर घर नल जल की जमीनी हकीकत: जल जीवन मिशन के लिए पीएम ने किया सम्मानित, लेकिन गांवों में नहीं मिल रहा पानी, स्रोत सूखने से
न्यूज़ डेस्क :
हर घर नल जल के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कलेक्टर भव्या मित्तल को सम्मानित किया लेकिन जिले में इस योजना की जमीनी हकीकत अलग है। जिस योजना के लिए सम्मान मिल रहा है, वह जमीन पर विफल होती नजर आ रही है। समय पर योजना पूरी करने के लिए प्रशासन ने पुराने स्रोतों से ही पानी सप्लाई किया लेकिन गर्मी आते ही ये स्रोत दम तोड़ रहे हैं। गांवों में आज भी ग्रामीण पानी के लिए भटक रहे हैं।
योजना पूरी होने के बाद प्रशासन ने दावा किया था कि 254 गांव के हर घर में नल से पानी सप्लाई हो रहा है। विधानसभा में जब बुरहानपुर में योजना पूरी होने की जानकारी दी गई, तब नेपानगर विधायक सुमित्रा कास्डेकर के गृहग्राम देड़तलाई में ही योजना का काम अधूरा पड़ा था। इसे प्रशासन ने भी माना था। इसके कुछ महीने बाद केंद्रीय जल संसाधन मंत्री ने ट्विटर पर बुरहानपुर में योजना पूरी होने की जानकारी दी।
इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सराहा था। योजना का काम देश में सबसे पहले बुरहानपुर में पूरा करने के लिए राष्ट्रपति भी सम्मानित कर चुकीं हैं। लेकिन इतने सम्मान लेने के बाद भी जिले के ग्रामीण इलाकों में पानी की समस्या का निदान नहीं हाे पाया है। योजना में हजारों घरों तक नल से पानी पहुंचाने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। गर्मी आते ही स्रोत सूख जाते हैं और पानी के लिए लोग दूरदराज के खेतों तक भटक रहे हैं।
कारखेड़ा: 10 दिन में एक बार आ रहा पानी
खकनार क्षेत्र के कारखेड़ा में पानी के लिए लोग परेशान हो रहे हैं। यहां जल जीवन मिशन का काम पूरा हुआ है। पाइप लाइन भी डली है लेकिन पानी की समस्या जस की तस है। दो महीेने से 10 दिन में एक बार नलों में पानी आ रहा है। जल जीवन मिशन में पानी की टंकी का निर्माण नहीं हुआ। गांव में ट्यूबवेल से पानी सप्लाई होता है, लेकिन जलस्तर गिरने से इससे पर्याप्त पानी नहीं आ रहा। गांव में पांच साल पहले पानी की टंकी बनी थी। लेकिन टंकी जर्जर होने के कारण इसका उपयोग नहीं हो रहा है। ग्रामीण एक किमी दूर खेतों से पानी ला रहे हैं।
दिल्ली में मिला प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार
नल जल योजना को पूरा करने और इसके बेहतर संचालन के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में सिविल सेवा दिवस पर कलेक्टर भव्या मित्तल को प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया। योजना का काम समय पर पूरा करने को लेकर पहले राष्ट्रपति ने कलेक्टर प्रवीण सिंह को सम्मानित किया था। उत्कृष्टता पुरस्कार मिलने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी वीडियो के साथ ट्विट कर बधाई दी है।
जल व्यवस्था भूमिगत स्रोत पर निर्भर, इसलिए समस्या
शहर हो या गांव ज्यादातर जल व्यवस्था भूमिगत स्रोतों पर ही निर्भर है। यही कारण है कि जिले में गर्मी के मौसम में पानी की किल्लत होती है। भूमिगत जलस्तर गिरने के साथ ही स्रोत दम तोड़ने लगते हैं। जब योजना का काम चल रहा था, तभी इसको लेकर मुद्दा उठा था।