भोपाल

कांग्रेस का नया धार्मिक प्रयोग शुरू, सभी 230 विधानसभाओं में सुंदरकांड और रुद्राभिषेक कराएगी: बीजेपी बोली- ये सीताहरण जैसी कोशिश

भोपाल डेस्क :

कर्नाटक के विधानसभा चुनावी घोषणा पत्र में कांग्रेस ने बजरंग दल को बैन करने का ऐलान किया, तो बीजेपी ने इसे चुनावी मुद्दा बना लिया। बीजेपी ने कांग्रेस को धर्म विरोधी और बजरंग बली का अपमान बताया। बावजूद कांग्रेस को अप्रत्याशित सफलता मिली। इसी के तहत मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस ने नया धार्मिक प्रयोग शुरू किया है। अब पार्टी सभी 230 विधानसभाओं में सुंदरकांड और रुद्राभिषेक कराएगी। इधर, बीजेपी ने इसे सीताहरण जैसी कोशिश बताया है।

मध्यप्रदेश कांग्रेस धर्म एवं उत्सव प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष ऋचा गोस्वामी का कहना है कि दो साल पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इस प्रकोष्ठ की स्थापना की थी। पहली बार किसी राजनीतिक दल ने धर्म को इंगित करते हुए किसी प्रकोष्ठ का गठन किया था। इसके अंतर्गत दो साल में करीब 30 से ज्यादा बड़े धार्मिक आयोजन किए हैं। इसके तहत भागवत कथा, रासलीला और शिवपुराण जैसे आयोजन किए गए हैं।

हर विधानसभा में 108 सुंदरकांड करवाएंगे

ऋचा गोस्वामी ने कहा- हम सभी 230 विधानसभाओं में 108 सुंदरकांड के पाठ करवाएंगे। साथ में रुद्राभिषेक के आयोजन भी किए जाएंगे। जगह-जगह रासलीला, भागवत कथाएं करवाई जाएंगी। इसका उद्देश्य है कि कोई भी पार्टी धार्मिक नहीं होती। उस पार्टी में जो लोग हैं, वह धर्म का अनुसरण करते हैं। हर पार्टी में हर धर्म का व्यक्ति होती है। कांग्रेस में भी वैदिक सनातन धर्मावलंबी हैं।

प्रकोष्ठ का उद्देश्य

ऋचा गोस्वामी के मुताबिक प्रकोष्ठ का उद्देश्य लोगों को सनातन धर्म का अनुसरण करने, उनका मार्गदर्शन करना है। धर्म आडंबर विहीन हो। इसमें अनुष्ठानों का विशेष ध्यान रखा जाए। इन सबको ध्यान में रखते हुए यह प्रकोष्ठ पिछले दो साल से कार्यरत है। हमने नारी सम्मान योजना की जिस दिन लॉन्चिंग थी। उसी दिन परासिया छिंदवाड़ा से इसकी शुरुआत कर दी है।

बीजेपी बोली- ये सीताहरण जैसी कोशिश

कांग्रेस के इस कदम पर बीजेपी प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया ने कहा- हनुमान चालीसा का पाठ करने से संकट मिटते हैं, लेकिन सिर्फ चुनाव के समय सुंदरकांड, हनुमान चालीसा का पाठ करना, इसमें कहीं न कहीं कांग्रेस की छद्म हिन्दुत्व की बात सामने आती है। ये उस रोल में दिखते हैं, जिस रोल में रावण ने सीता मैया का हरण करने के लिए साधु का वेश धरा था। ऐसे ही मप्र की जनता की भावनाओं के साथ खेलकर ये लोग सत्ता में आना चाहते हैं। अगर इन्हें सुंदरकांड करना है, तो 12 महीने 21 घड़ी क्यों नहीं करते हैं? चुनाव के समय किए गए सुंदरकांड पर हमारी आपत्ति है।

150 सीटें जीतने के दावे पर भी विजयवर्गीय का तंज

इधर, मध्यप्रदेश में राहुल गांधी के 150 सीटें जीतने के दावे ने भी पार्टी में नया जोश भर दिया है। इस पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस को 50 सीटें मिल जाएं, वो बहुत हैं। विजयवर्गीय ने कहा कि राहुल गांधी ने 2018 के चुनाव में भी जनता से किसान कर्ज माफी जैसे तमाम दावे किए थे, उनका क्या हुआ सबको पता है, इसलिए एमपी की जनता राहुल गांधी के वादों और दावों पर भरोसा नहीं करती।

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