न्यूज़ डेस्क :
16 जिलों में वॉलंटियर फोर्स बनेगी, प्लांट लगवाने पर 78 हजार रुपए की सब्सिडी
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा यानी 22 जनवरी को देश में शुरू हुई पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना को लेकर कवायद अब मप्र में भी शुरू हो गई है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के तहत आने वाले 16 जिलों के 400 वितरण केंद्र प्रभारियों को इसके लिए टारगेट दे दिए गए हैं। वितरण केंद्र प्रभारी जूनियर इंजीनियर होते हैं, जिन्हें 100-100 घरों में इस योजना के तहत सोलर रूफटॉप प्लांट लगवाने हैं। इनकी मदद के लिए मप्र में बाकायदा वॉलंटियर फोर्स भी बनाई जाएगी।
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) के ज्वाइंट डायरेक्टर इस संबंध में सभी डिस्कॉम के अफसरों की बैठक ले चुके हैं। इसके बाद मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने भी केंद्र की इस योजना पर मप्र में काम शुरू कर दिया है। सोलर प्लांट लगवाने के लिए उपभोक्ता को 7% ब्याज दर पर बैंकों से लोन भी दिया जाना तय हुआ है।
16 जिलों में काम: सीजीएम नॉन कन्वेंशनल एनर्जी सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत आने वाले सभी 16 जिलों में इस योजना पर काम किया जा रहा है। इनमें भिंड, मुरैना, ग्वालियर, दतिया, गुना, शिवपुरी, श्योपुर, राजगढ़, विदिशा, अशोक नगर, होशंगाबाद, हरदा, बैतूल, रायसेन, सीहोर और भोपाल शामिल हैं।
फायदा… पांच साल में निकल आएगी लागत, इसके बाद इस्तेमाल होने वाली बिजली मुफ्त
एक मध्यमवर्गीय परिवार में हर महीने 350-400 यूनिट बिजली की खपत होती है। ऐसे परिवारों के लिए 3 किलोवाट का प्लांट लगाया जाता है, जिसमें करीब 360 यूनिट बिजली बनती है। इस प्लांट को लगवाने में उपभोक्ता को 1.80 से 2 लाख रुपए तक का खर्च आता है। इसमें केंद्र सरकार 78 हजार रुपए सब्सिडी के रूप में खाते में लौटा देती है।
यानी इस प्लांट का खर्च करीब सवा लाख रुपए आएगा। इसे यदि मासिक बिजली बिल से जोड़ेंगे तो पूरी लागत 5 साल में निकल आएगी। इसके बाद इस्तेमाल होने वाली बिजली मुफ्त रहेगी। इसके एवज में केवल फिक्स चार्ज देना होगा, जो करीब 300-350 रुपए मासिक होता है।
क्या है पीएम सूर्य घर योजना
पीएम सूर्य परियोजना इसी साल 22 जनवरी को घोषित की गई। इसके तहत करीब एक करोड़ लोगों को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का लक्ष्य रखा गया है। इस स्कीम से गांव-शहरों में रूफटॉप सोलर प्लांट लगवाने वालों को सब्सिडी दी जाएगी। पहले तीन किलोवाट तक का प्लांट लगवाने पर 45 हजार रुपए तक की सब्सिडी की योजना थी। ये सब्सिडी लाभार्थियों के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
आंकड़ों में सौर ऊर्जा