विदिशा में पहली बार राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने बच्चों से जुड़ी स्वास्थ्य, शिक्षा और पेयजल से जुड़ी समस्याओं को जानने के लिए सर्वे की तैयारी

विदिशा डेस्क :
आकांक्षी जिलों में शुमार विदिशा में पहली बार राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने बच्चों से जुड़ी स्वास्थ्य, शिक्षा और पेयजल से जुड़ी समस्याओं को जानने के लिए सर्वे की तैयारी की है। इसमें सर्वे के बाद चिन्हित परिवारों और उनसे जुड़े बच्चों को शासन की 49 प्रकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए आयोग की पहली बेंच 26 जून को गंजबासौदा में लगाई जाएगी।
इसमें शासकीय विभागों से जुड़े सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहेंगे। इस संबंध में आयोग ने विदिशा कलेक्टर उमाशंकर भार्गव को पत्र भेजकर बाल अधिकारों के संरक्षण और उनको दी जा रही सुविधाओं के लिए सर्वे करवाने को कहा है। पत्र में आयोग ने कलेक्टर से इस संबंध में एडीएम स्तर का अधिकारी नियुक्त करने को कहा है।
49 प्रकार की सुविधाओं को भी चिन्हित किया: राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने बताया कि देश भर के आकांक्षी जिलों के 500 ब्लाकों में 2 स्तर का सर्वे करवाया जा रहा है। इसमें विदिशा जिले के भी 7 ब्लाक शामिल हैं। उस क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर यानी सड़क, स्कूल, आंगनबाड़ी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पेयजल, टायलेट जैसी बुनियादी सुविधाएं मिल रही हैं कि नहीं। इस मामले में बच्चों को मिलने वाली 49 प्रकार की सुविधाओं को भी चिन्हित किया गया है।
परिवारों को मिल रही सुविधाओं की भी लेंगे जानकारी
दूसरे सर्वे में ये पता लगाया जाएगा कि जिन परिवारों के ये बच्चे हैं, उन परिवारों खासकर महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक और पारिवारिक स्थिति कैसी है। बच्चे के परिवार के पास आय का क्या साधन है। परिवार के लोग कहीं नशाखोरी में तो लिप्त नहीं हैं। दिव्यांग बच्चों को उनकी श्रेणी की सभी सुविधाएं मिल रही हैं या नहीं। बच्चों को पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति मिल रही है या नहीं। यानी कुल मिलाकर दूसरे सर्वे में परिवारों खासकर महिलाओं के इंपावरमेंट पर काम किया जाएगा। सर्वे में ये तथ्य भी सामने आएंगे