उज्जैन

मध्यप्रदेश में महाकाल की नगरी से 5G की शुरुआत: मुख्यमंत्री शिवराज ने रिमोर्ट का बटन दबाकर की शुरुआत, मंदिर कैम्पस में 1 GB डेटा फ्री (वीडियो)

उज्जैन डेस्क :

12 ज्योतिर्लिंग में से विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बुधवार से 5G नेटवर्क की शुरुआत हो गई। शाम को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान त्रिवेणी संग्रहालय में आयोजित कार्यक्रम में रिमोर्ट दबाकर 5G नेटवर्क की शुरुआत कर दी है। उनके साथ उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव और जिओ कंपनी के अफसर मौजूद थे।

महाकाल लोक और महाकाल मंदिर में वाईफाई के द्वारा सभी श्रद्धालु 5G नेटवर्क का फ्री लाभ ले सकेंगे। इसके बाद यहां आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को इसका फायदा मिलने लगेगा।

मध्यप्रदेश में पहली बार 5जी की शुरुआत होने जा रही है। इसके लिए जियो कंपनी के कर्मचारियों ने महाकाल मंदिर, प्रशासनिक कार्यालय, महाकाल लोक और सरफेस पार्किंग तक जियो के टावर इंस्टॉल किए हैं, जिससे लाखों श्रद्धालुओं को सीधा फायदा मिलेगा।

1000 एमबीपीएस स्पीड मिलेगी

मध्यप्रदेश में सबसे पहले 5G नेटवर्क की शुरुआत उज्जैन के महाकाल मंदिर से होने जा रही है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को वाईफाई और सिम के द्वारा 5G नेटवर्क की सुविधाओं का लाभ मिलेगा। जिन श्रद्धालुओं के पास 5जी मोबाइल की सुविधा होगी, उनको 1000 एमबीपीएस तक की स्पीड मिलने लगेगी।

1 GB डेटा फ्री मिलेगा

महाकाल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को वाई फाई के द्वारा सभी मोबाइल हैंडसेट पर यह सुविधा मिलेगी। इससे श्रद्धालु 1GB डेटा तक मुफ्त में 5G सेवाओं का लाभ ले सकेंगे। कंपनी का मानना है कि श्रद्धालु 2 या 3 घंटे मंदिर और आसपास के क्षेत्रों में रहें, तो भी 1GB डेटा से ज्यादा उपयोग नहीं कर पाएंगे, इसलिए सभी श्रद्धालुओं को 1GB डेटा तक फ्री में उपयोग करने के लिए मिलेगा।

नेटवर्क की दिक्कत से मिलेगी निजात

महाकाल मंदिर में 5जी की शुरुआत होने के बाद लगातार नेटवर्क में होने वाली परेशानियों से श्रद्धालुओं को निजात मिलेगी। दरअसल पर्व के दिनों में और बीते 2 महीनों से लगातार लाखों की तादाद में श्रद्धालु महाकाल मंदिर पहुंच रहे हैं। ऐसे में एक ही मोबाइल टावर पर कंजेक्शन बढ़ने से नेटवर्क की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि 5G के बाद पूरे महाकाल परिसर में नेटवर्क की दिक्कत खत्म हो जाएगी। साथी महाकाल मंदिर के इंटरनेट से चलने वाले इंस्ट्रूमेंट भी बिना रुके काम कर सकेंगे।

वाई फाई से कॉलिंग की सुविधा भी

मंगलवार से महाकाल में 5G की शुरुआत होने के बाद श्रद्धालुओं को इंटरनेट एक्सेस करने की सुविधा तो मिलेगी ही, साथ ही श्रद्धालु 5G नेटवर्क से जुड़कर वाईफाई कॉलिंग का मजा भी ले सकेंगे। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि मध्य प्रदेश में पहली बार 5G की शुरुआत उज्जैन शहर से होने जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शाम 5 बजे 5G नेटवर्क की शुरुआत त्रिवेणी संग्रहालय से करेंगे, जिसके बाद यह सुविधा श्रद्धालुओं को मिलना शुरू हो जाएगी। हालांकि, उज्जैन शहर में इस सुविधा के लिए कुछ दिन और इंतजार करना पड़ सकता है।

क्या होता है इंटरनेट का ‘G’ जेनरेशन?

इंटरनेट को लेकर यूज होने वाले ‘G’ का मतलब जेनरेशन होता है। जैसे पहले जेनरेशन के इंटरनेट को 1G कहते हैं। साल 1979 में शुरू हुए इंटरनेट को 1G जेनरेशन कहा गया था, जिसका 1984 तक दुनिया भर में विस्तार हुआ था। इसी तरह 1991 में 2G इंटरनेट लॉन्च हुआ। 1G की तुलना में 2G इंटरनेट की ज्यादा स्पीड थी। एक तरफ जहां 1G की स्पीड 2.4 Kbps थी, वहीं 2G इंटरनेट की स्पीड अब बढ़कर 64 Kbps हो गई। इसके बाद 1998 में पहली बार 3G, 2008 में 4G और 2019 में 5G इंटरनेट लॉन्च हुआ। भले ही 2019 में 5G इंटरनेट लॉन्च हो गया हो, लेकिन भारत में यह अब शुरू होने वाला है।

5G इंटरनेट क्या और कैसे 4G से अलग है?

इंटरनेट नेटवर्क की पांचवीं जेनरेशन को 5G कहते हैं। यह एक वायरलेस ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा है, जो तरंगों के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराती है। इसमें मुख्य रूस से तीन तरह के फ्रीक्वेंसी बैंड होते हैं।

  • लो फ्रीक्वेंसी बैंड- एरिया कवरेज में सबसे बेहतर, इंटरनेट स्पीड 100 एमबीपीएस, इंटरनेट स्पीड कम
  • मिड फ्रीक्वेंसी बैंड- इंटरनेट स्पीड लो बैंड से ज्यादा 1.5 जीबीपीएस, एरिया कवरेज लो फ्रीक्वेंसी बैंड से कम, सिग्नल के मामले में अच्छा
  • हाई फ्रीक्वेंसी बैंड- इंटरनेट स्पीड सबसे ज्यादा 20 जीबीपीएस, एरिया कवर सबसे कम, सिग्नल के मामले में भी अच्छा है।

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