ब्रेकिंग न्यूज़- मध्यप्रदेश में अब बड़ों को भी लगेगा BCG का टीका: 26 जिलों में अस्थमा, श्वास-टीबी मरीजों को लगेगा टीका, सर्वे शुरू
भोपाल डेस्क :
ट्यूबर कुलोसिस (टीबी) सहित दूसरी बीमारियों के संक्रमण से सुरक्षा देने वाले बीसीजी वैक्सीन (बैसिलस कैल्मेट-गुएरिन) अब 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को भी लगेगी। इसकी शुरुआत अगले महीने मध्यप्रदेश के 26 जिलों में होगी। राज्य सरकार ने एडल्ट BCG वैक्सीनेशन का पायलेट प्रोजेक्ट तैयार किया है। इसके तहत प्रदेश के 52 में से 26 जिलों में क्रोनिक डिसीज, अस्थमा, टीबी सहित दूसरी बीमारियों के मरीजों से सहमति लेकर उन्हें बीसीजी का टीका लगाया जाएगा।
साथ ही, एक निश्चित समयावधि के बाद BCG वैक्सीन लगवाने वालों की मेडिकल रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इस रिपोर्ट की तुलना एडल्ट वैक्सीनेशन से बाहर रहे जिलों के क्रोनिक डिसीज, अस्थमा और टीबी मरीजों की मेडिकल रिपोर्ट डेटा से की जाएगी। इस रिपोर्ट के नतीजों के आधार पर प्रदेश के शेष 26 जिलों में एडल्ट BCG वैक्सीनेशन प्रोग्राम को लागू किया जाएगा।
आदेश मिलते ही शुरू करेंगे वैक्सीनेशन
सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि अभी तक टीबी से बचने के लिए बच्चों को बीसीजी का टीका लगता था। इससे टीबी जैसी गंभीर बीमारी नहीं होती है। इस वैक्सीनेशन के प्रभाव के आंकलन के लिए और रोग प्रतिरोधक क्षमता कम वाले एडल्ड को भी इसमें शामिल करने का प्रस्ताव है। इसके चलते ही 18 वर्ष से अधिक उम्र के जिनमें डायबिटिक आदि से पीड़ित हैं, को वैक्सीन लगाई जाएगी। अभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित कर रहे हैं। राज्य शासन के अगले आदेश के बाद भोपाल जिले में वैक्सीनेशन शुरू करेंगे।
इन्हें लगाएंगे वैक्सीन
जिनकी उम्र 18 वर्ष से अधिक है। इनमें कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग शामिल हैं। डायबिटिक मरीज, पांच साल पुराने टीबी के मरीज, टीबी मरीज के संपर्क में पिछले 3 साल से आए लोग और धुम्रपान करने वाले लोग।
सप्ताह में चार दिन होगा वैक्सीनेशन
मंगलवार और शुक्रवार को अन्य वैक्सीन लगाई जाती है। इन दोनों दिनों को छोड़कर बाकी बचे दिन सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को यह वैक्सीन लगाई जाएगी। सर्वे के दौरान वैक्सीनेशन वाले संभावित मरीजों के बारे में पता लगाया जा रहा है। सर्वे के बाद उन्हें वैक्सीन लगाने की तारीख बताई जाएगी।