केंद्रीय मंत्री गुना में बोले-अफसरशाही को पता नहीं होती जमीनी हकीकत: सिंधिया ने कहा – सरपंच-पार्षद जानते हैं जमीनी हकीकत, ब्राह्मण और बाल्मीकि समाज के सम्मेलन में हुए शामिल
गुना डेस्क :
“जब बड़े-बड़े लोग हिलते हैं, वह अफसरशाही से ही सलाह लेते हैं। पर जमीनी हकीकत अफसरशाही को इतनी अच्छी तरह से मालूम नहीं होती है, जितना जमीनी सरपंच और पार्षद को मालूम होता है।”
यह बात केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को गुना में आयोजित बाल्मीकि समाज के सम्मेलन में कही। इस बात को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इस समय प्रदेश में अफसरशाही के हावी होने के आरोप और चर्चाएं चलती रही हैं। पिछले वर्ष सिंधिया समर्थक और प्रदेश के पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने प्रदेश के प्रमुख सचिव को निरंकुश तक कह दिया था। मंगलवार को सिंधिया द्वारा कही गयी इस बात के भी कई मायने निकाले जा रहे हैं।
बता दें कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सिंधिया सोमवार देर रात गुना पहुंचे। मंगलवार को उन्होंने ब्राह्मण और बाल्मीकि समाज के सम्मेलन में भाग लिया। बाल्मीकि समाज के सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बाल्मीकि समाज के ही महर्षि बाल्मीकि ने वो ग्रंथ दिया, जिसे केवल भारत ही नहीं बल्कि विश्व भर में फॉलो किया जाता है। महर्षि वाल्मीकि के आप वंशज हो। रामायण की रचना अनेकों ने की, लेकिन अनेकों में एक सबसे बेहतरीन रचना अगर किसी की थी, तो बाल्मीकि जी की थी। इस दौरान उन्होंने हाथ जोड़कर झुककर वहां मौजूद बाल्मीकि समाज के लोगों को नमन किया।
मराठों ने ब्राह्मणों को संरक्षण दिया
बाल्मीकि समाज के कार्यक्रम के बाद केंद्रीय मंत्री सिंधिया ब्राह्मण समाज के सम्मेलन में पहुंचे। यहां भी उन्होंने ब्राह्मण समाज और मराठों के बीच संबंधों की बात कही। उन्होंने कहा कि अतीत में जाएं तो मराठा समाज और ब्राह्मण समाज में भी एक पारिवारिक संबंध था। इतिहास दोहराना जरूरी है। जब ब्राह्मण समाज के ऊपर पुर्तगालियों के द्वारा हमला किया जा रहा था, तब ब्राह्मण समाज के लोग पेशवा बाजीराव के दरबार मे आये थे। मराठों की तलवार, जो न्याय की तलवार थी। पेशवा बाजीराव ने राणो जी महाराज को निर्देश किया कि जा कर ब्राह्मण समाज का संरक्षण करना होगा। मराठों ने संरक्षण किया।
बोले– कुछ लोग हैं इस देश में, जो माफी मांगने से कतराते हैं
गुना दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री ने इशारों ही इशारों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला। सिंधिया ने कहा कि माफी मांगने से कोई छोटा नहीं हो जाता। कुछ लोग हैं इस देश में, जो माफी मांगने से कतराते हैं। दरअसल, सोमवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शिवपुरी जिले के दौरे पर थे। इस दौरान जैन समाज के सम्मेलन में उन्होंने भरे मंच से सभी लोगों से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि “जाने-अनजाने में मुझसे कोई गलती हुई हो तो मुझे माफ़ कर देना।” मंगलवार जो गुना दौरे के दौरान जब उनसे माफी मांगने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जैन समाज के सम्मेलन में उन्होंने माफी मांगी थी। जैन समाज दो सूत्रों पर चलता है। पहला- जियो और जीने दो, दूसरा- क्षमावाणी। जाने अनजाने में कोई गलती हुई हो, तो माफी माँगने से कोई छोटा-बड़ा नहीं हो जाता। कुछ लोग हैं इस देश में, जो माफी मांगने से कतराते हैं।