मध्यप्रदेश

MP में 10वीं-12वीं की परीक्षाओं के लिए माशिमं के निर्देश: पेपरों में नकल पकड़ी गई तो आगे की परीक्षा नहीं दे सकेंगे छात्र

भोपाल डेस्क :

मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल(माशिमं) की हाई स्कूल‎ और हायर सेकंडरी परीक्षा में हर साल नकल के 200 से ‎ज्यादा मामले बनते हैं। इस बार मंडल नकल रोकने के ‎लिए और सख्ती से कदम उठाएगा। अगर परीक्षा कक्ष में ‎छात्र नकल, केंद्राध्यक्ष से दुर्व्यवहार, मारपीट करता है‎ और एफआईआर हुई तो वह पूर परीक्षा से ही वंचित कर ‎दिया जाएगा। आगे भी बोर्ड परीक्षा नहीं दे सकेगा।‎

ग्वालियर व सागर संभाग में सबसे ‎ज्यादा नकलची

प्रदेश में 2023 में हाई स्कूल और हायर सेकंडरी में ‎नकल के कुल 225 प्रकरण बने थे। इनमें हाई स्कूल के‎ 99 और हायर सेकंडरी के 126 मामले थे। पिछले साल‎ हायर सेकंडरी में पूरी परीक्षा के दौरान सबसे ज्यादा‎ मामले सागर (44) और ग्वालियर संभाग (30) में ‎सामने आए थे।

भोपाल संभाग में 11 और इंदौर संभाग‎ में नकल के सिर्फ 5 प्रकरण थे। इसी तरह पिछले साल‎ हाई स्कूल में सागर-ग्वालियर संभाग में 19-19 प्रकरण ‎बने थे। भोपाल संभाग में 17 और इंदौर संभाग में सिर्फ ‎6 प्रकरण थे। इसी तरह 2022 में नकल के कुल 209‎ प्रकरण थे।‎

सामूहिक नकल मिलने पर जिम्मेदारों पर पांच साल का लगेगा प्रतिबंध

  • किसी परीक्षार्थी पर एक ‎विषय में नकल प्रकरण बनने पर या‎ अगर उसने उद्दंडता भी की हो तो ‎केवल उस विषय की परीक्षा निरस्त ‎होगी। उस विषय में कैंसिल अंकित‎ कर रिजल्ट घोषित किया जाएगा।‎उसका मूल्यांकन भी नहीं होगा।‎
  • अगर ‎छात्र एक से अधिक विषय में नकल‎ करते पकड़ाता है, तो उसकी संपूर्ण‎ विषयों की परीक्षा और रिजल्ट ‎निरस्त होगा। नकल प्रकरण प्राप्त ‎होने पर किसी भी दशा में उत्तर‎पुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं होगा।‎
  • किसी परीक्षा केंद्र में सामूहिक नकल‎ प्रमाणित होने पर संपूर्ण विषयों की ‎परीक्षा और रिजल्ट निरस्त होगा।‎ केंद्राध्यक्ष, पर्यवेक्षक या परीक्षा कार्य ‎में लगे कर्मचारियों द्वारा लापरवाही‎ बरतने या सामूहिक नकल में‎ सहयोग करते हुए पाए जाने पर उन्हें‎ मंडल के परीक्षा कार्यों से आगामी‎ पांच साल तक के लिए वंचित‎ किया जाएगा।‎
  • अगर परीक्षा के दौरान किसी परीक्षार्थी पर मारपीट,‎दुर्व्यवहार या अन्य किसी कारण से एफआईआर दर्ज हुई तो वह पूरी परीक्षा से‎ वंचित हो जाएगा। वह आगे भी बोर्ड की परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेगा।‎ वर्ष 2022 में भिंड में 1, मुरैना में 4 और छतरपुर में 1 परीक्षार्थी पर ‎एफआईआर हुई थी।‎
  • मूल्यांकन केंद्र पर उत्तर पुस्तिका की‎जांच के दौरान परीक्षा केंद्र की कम से‎ कम 10 कॉपियों में हल किए गए एक‎ तिहाई उत्तर, एक ही भाषा शैली में, ‎एक ही तरीके से लिखे गए हों तो उन्हें ‎सामूहिक नकल की श्रेणी में रखा‎ जाएगा। ऐसे छात्रों की अन्य सभी‎ विषयों कॉपी की जांच भी की जाएगी।‎ सामूहिक नकल पाए जाने पर सभी‎ विषयों का रिजल्ट निरस्त किया ‎जाएगा। यही स्थिति एक ही कॉपी में एक से‎ अधिक हैंडराइटिंग पाए जाने पर ‎होगी।‎

अब नए टाॅपिक पढ़ने की बजाय रिवीजन के टाइम स्लाॅट निर्धारित करें

शिक्षा महाविद्यालय के वरिष्ठ व्याख्याता डाॅ. एसबी ओझा का कहना है कि परीक्षा में 17 दिन शेष रह गए हैं, ऐसे में नए टाॅपिक पढ़ने की बजाय जाे पुराने टाॅपिक रह गए हैं उनका रिवीजन अलग-अलग टाइम स्लाॅट बनाकर करना चाहिए। इसके साथ ही पूर्व वर्षाें के प्रश्नपत्र तथा माॅडल पेपर काे हल करना चाहिए। साेशल मीडिया से दूरी बनाएं।

नकल पर सख्ती के लिए सभी परीक्षा केंद्राें पर सीसीटीवी कैमरे

जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार के अनुसार परीक्षा केंद्राें पर नकल न हाे इसके लिए सख्ती की जाएगी। उन्हीं स्कूलाें काे परीक्षा केंद्र बनाने की काेशिश की गई है जिनमें सीसीटीवी कैमरे थे, इसके साथ ही 6 फ्लाइंग स्क्वाड भी परीक्षा केंद्राें का औचक निरीक्षण करेंगे।

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