इंदौर

जयवर्धन सिंह ने भाजपा पर हमला बोला कहा, ‘MP में तीन भाजपा..शिवराज, महाराज और एक नाराज’: BJP बोली- कांग्रेस कबीले और दरबारियों की पार्टी

इंदौर डेस्क :

मप्र कांग्रेस के नेता और पूर्व नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने भाजपा पर हमला बोला है। वे रविवार देर रात इंदौर में थे। उन्होंने यहां कहा कि भाजपा 3 हिस्सों में बंट गई है। पहली शिवराज भाजपा, दूसरी महाराज भाजपाऔर तीसरी नाराज भाजपा। जयवर्धन के इस बयान पर बीजेपी ने भी पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस तो कबीलों और दरबारियों में बंटी हुई पार्टी है। जयवर्धनसिंह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह के बेटे हैं और इंदौर-उज्जैन की जिम्मेदारी उन्हें दी गई है।

जयवर्धन ने आगे कहा कि हर 10 से 15 दिन में बीजेपी के बड़े नेता हमारे साथ आ रहे हैं। दीपक जोशी बीजेपी के कद्दावर नेता थे। वह भी आज कांग्रेस के साथ हैं। उनके कांग्रेस में आने से केवल देवास जिले में ही नहीं पूरे मालवा में एक संदेश गया है। उनकी अपने समाज में ही नहीं मतदाताओं के बीच भी अलग पहचान है। बीजेपी के कई नेता कांग्रेस के संपर्क में हैं।

महाकाल लोक की मूर्तियां खंडित होने पर सिंह बोले की भ्रष्टाचार की वजह से महाकाल लोक की मूर्तियां खंडित हुई हैं। मूर्तियों का खंडित होना भ्रष्टाचार का नतीजा है। जल्द ही मामले की जांच पूरी होने के बाद जिम्मेदारों के नाम सामने आ जाएंगे।

बीजेपी ने दिया जवाब

जयवर्धन सिंह के बयान पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि जयवर्धन सिंह को यह जानने की जरुरत है कि भाजपा में कोई गुट नहीं होता, भाजपा कबीलों में बंटी हुई पार्टी नहीं है। भाजपा में सिर्फ संगठन सर्वोपरि होता है। लेकिन जयवर्धन सिंह खुद जिस दल से आते हैं वह जरुर गुटों में, कबीलों में और दरबारियों में बंटी हुई पार्टी है। कांग्रेस के अंदर कितने दल हैं जयवर्धन सिंह अगर गिनना भी चाहेंगे तो गिन नहीं पाएंगे। कांग्रेस में कार्यकर्ता भी गुटों में बंटे हुए हैं। कमलनाथ गुट, दिग्गी गुट, अरुण यादव गुट, सुरेश पचौरी गुट, जीतू गुट, अजय सिंह गुट, कांतिलाल भूरिया गुट सहित ऐसे तमाम गुट हैं जिनमें कांग्रेस बंटी हुई है। भाजपा में एकजुटता से काम किया जाता है।

बेहतर है कि जयवर्धन कांग्रेस की तरफ ध्यान दें फिर भाजपा पर टिप्पणी करने की सोचें। बता दें कि कांग्रेस नेता जयवर्धन सिंह को पिछले दिनों इंदौर और उज्जैन का प्रभारी बनाया गया है। इसलिए वे रविवार को उज्जैन गए थे। वहां से देर रात लौटते समय उन्होंने इंदौर में मीडिया से चर्चा करते हुए भाजपा पर हमला बोला था।

सलूजा पहले कांग्रेस में कमलनाथ के करीबी थे, बाद में वे भाजपा में शामिल हो गए।

10 जून से 30 जून तक लेंगे बैठकें

कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि जयवर्धन को इंदौर और उज्जैन का प्रभारी बनाया गया है। यही कारण है कि जयवर्धन अब अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। जिसे देखते हुए वह 10 जून से 30 जून के बीच इंदौर और उज्जैन में अलग-अलग बैठकें लेंगे। बता दें कि रविवार देर रात सिंह ने कहा कि मैं जल्द ही इंदौर और उज्जैन की हर विधानसभा में एक दिन रहकर योजना तैयार करूंगा।

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