उज्जैन

सीएम शिवराज सिंह ने एक माह पहले उज्जैन में लोकार्पण किया, शिखर दर्शन में नहीं लगे पत्थर, शक्तिपथ भी अधूरा

242.35 करोड़ रुपए के काम की गति बढ़ने की जगह धीमी पड़ गई, कई जगह प्लास्टर तक नहीं

उज्जैन डेस्क :

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इसी साल 5 अक्टूबर को महाकाल महालोक फेज-2 के जिन कामों का लोकार्पण किया था, वे अब भी अधूरे हैं। हालात यह है कि ताबड़तोड़ लोकार्पण के लिए चार दिन तक दिन-रात एक करने वाले अफसर अब यहां निरीक्षण के लिए भी नहीं पहुंच रहे हैं।

नतीजा इनके काम या तो बंद हो गए हैं या इतने मंद कि उनमें जुड़ाई, प्लास्टर का काम ही किया जा रहा है। आतिशबाजी के साथ महाकाल महालोक के फेज-2 के 242.35 करोड़ के कार्यों को लोकार्पित किया गया था। इसके अलावा 250 करोड़ की लागत से बनाए जाने वाले मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास तो हुआ लेकिन उसके लिए स्थान का चयन अब तक नहीं हो पाया है। 284 करोड़ के यूनिटी मॉल का भूमिपूजन किया गया। यह भी कागजी कार्यवाही से आगे नहीं बढ़ा है।

अन्नक्षेत्र को छोड़ 47 हेक्टेयर क्षेत्र में कोई काम पूरा नहीं : महाकाल महाकाल 47 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित किया गया है। अन्नक्षेत्र को छोड़कर एक भी काम ऐसा नहीं है, जो पूरा हो गया हो। जानिए, कौन से काम हैं जिनका किया था लोकार्पण व वर्तमान स्थिति काम : नीलकंठ क्षेत्र का विकास : 72.94 रुपए। वर्तमान स्थिति : इसमें जुड़ाई के साथ प्लास्टर किया जा रहा है। काम : शक्तिपथ एवं श्री महाकालेश्वर अन्नक्षेत्र : 56.17 रुपए। वर्तमान स्थिति : अन्नक्षेत्र शुरू हो गया है लेकिन शक्तिपथ में एक ओर की सड़क ही बनाई है। काम: महाराजवाड़ा परिसर एवं छोटा रुद्रसागर क्षेत्र का विकास : 57.07 रुपए। वर्तमान स्थिति : दोनों ही काम अधूरे हैं, निर्माण सामग्री ही रखी हुई है। श्री महाकालेश्वर शिखर दर्शन एवं आंतरिक परिसर विकास : 47.83 रुपए । वर्तमान स्थिति : शिखर दर्शन में पत्थर लगाए जा रहे हैं जबकि आंतरिक विकास कार्य प्लास्तर का पहुंचा है। महाकाल लोक परिसर में बेगम बाग वाले मार्ग को अब नीलकंठ मार्ग के नाम से जाना जाएगा। यहां नीलकंठ द्वार, नीलकंठ वन, हॉकर्स जोन, 500 वाहनों की पार्किंग का लोकार्पण किया गया। (राशि करोड़ में, जानकारी स्मार्ट सिटी परियोजना के अनुसार)

ये काम भी किए जाना बाकी
रूद्रसागर पर पैदल पुल 25.22 करोड़, रामघाट का सौंदर्यीकरण 20.79 करोड़, पुलिस थाना और पुलिस क्वार्टर का विस्थापन 3.80 करोड़, सीसीटीवी निगरानी और एक्सप्रेस नियंत्रण प्रणाली 7.08 करोड़, हरिफाटक मेघदूत वन पार्किंग 11.09 करोड़, लेजर एवं वाटर स्क्रीन शो 32.50 करोड़, त्रिवेणी संग्रहालय का विस्तार 9.50 करोड़, महाकाल मंदिर से महाराजवाड़ा परिसर सम्मिलन 20 करोड़, महाकाल मंदिर स्थित स्टैच्यू, प्लांट का संरक्षण 2 करोड़, रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक रोपवे 209 करोड़, अन्य सड़क का विकास 116.96 करोड़ रुपए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!