विदिशा

मुख्यमंत्री बाढ़ प्रभावित ग्राम स्यावदा पहुंचकर, ढांढस बधाया, पीड़ितों को मोटर बोट में अपने साथ बैठाकर सुरक्षित लेकर आए, ग्रामीणों से बोले अब उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी

बाढ़ पीड़ितों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा- मुख्यमंत्री श्री चौहान

विदिशा डेस्क :

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने आज मंगलवार को विदिशा जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे करने के उपरांत बासौदा तहसील के ग्राम स्यावदा में पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों का ढांढस बंधाया और अपने साथ बोट में बैठाकर लाए।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान बासौदा संजय गांधी स्मृति महाविद्यालय प्रांगण में हैलिकॉप्टर से उतरने के उपरांत सर्वाधिक बाढ़ से ग्रस्त ग्राम स्यावदा के लिए रवाना हुए। मुख्यमंत्री चौहान ने ग्राम स्यावदा के पहुंच मार्ग को बोट से पार किया। गौरतलब हो कि पाराशरी नदी और बेतवा नदी के मुहाने पर स्थित ग्राम स्यावदा के लगभग 270 नागरिक अचानक नदी में बढ़े जलस्तर के कारण वे चारों ओर जल से घिर गए थे। जैसे ही इसकी सूचनाएं प्रशासन को प्राप्त हुईं, अबिलम्ब बाढ़ में फंसे नागरिकों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाने के प्रबंध सुनिश्चित किए गए थे।


मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने ग्राम स्यावदा में पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों से संवाद कर उन सभी का ढांढस ही नहीं बंधाया बल्कि उन्हें आश्वस्त भी कराया कि अब उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जो भी नुकसान हुआ है, सर्वे कर शीघ्र ही सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। ऐसे नागरिक जिन्हें स्वास्थ्य उपचार की आवश्यकता है उनका शासन स्तर पर निशुल्क स्वास्थ्य उपचार के प्रबंध क्रियान्वित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान अपने साथ बोट में बैठाकर नन्हीं बालिकाओं के साथ-साथ वयोवृद्धजनों को लेकर आए। मोटर बोट में मुख्यमंत्री ने मिट्ठू रैकवार की छोटी सी बालिका तनु को गोद में लेकर बोट में अपनी गोद में बैठाया और परे रास्तेभर बच्ची से संवाद कर नाम पूछा, खाना खाया कि नहीं खाया आदि जानकारी प्राप्त की, बच्ची के हाजिर जबाव को सुनकर मुख्यमंत्री श्री चौहान के चेहरे पर मुस्कुराहट आई।
मुख्यमंत्री जी के साथ मोटर बोट में बैठे ग्राम स्यावदा के बाढ़ पीड़ित बालाराम, शकुनबाई, शर्मिला केवट से भी संवाद किया है। गौरतलब हो कि तनु केवट और शर्मिला केवट दोनों बहनें हैं जो मुख्यमंत्री जी के साथ संयुक्त रूप से गोद में बैठकर आई थीं।


मुख्यमंत्री ने जब पाराशरी नदी के किनारे मोटरबोट पहुंची तब उन्होंने स्वयं अपने हाथों से सबसे पहले तनु को एनडीआरएफ के दल सदस्यों को सौंपा। सड़क मार्ग पर पैदल चलकर उन्होंने सड़क किनारे मिले लोगों से संवाद किया है। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों की समस्याएं हीं नहीं सुनी बल्कि निदान के संबंध में आवश्यक निर्देश मौके पर मौजूद अधिकारियों को दिए हैं।
मुख्यमंत्री जैसे ही बासौदा के संजय गांधी स्मृति महाविद्यालय में पहुंचने पर नर्मदापुरम के संभायुक्त व भोपाल संभाग के प्रभारी मालसिंह भयडिया ने संक्षिप्त जानकारी से अवगत कराया। इस अवसर पर कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने विदिशा जिले में बाढ़ से प्रभावित गांवों एवं अन्य क्षेत्रों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने सेना के हेलिकॉप्टरों के संबंध में भी जानकारी विदिशा कलेक्टर से प्राप्त की है।
मुख्यमंत्री के प्रवास के दौरान बासौदा विधायम श्रीमती लीना जैन, बासौदा नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती शशि यादव, पूर्व विधायक हरिसिंह रघुवंशी, खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम के पूर्व अध्यक्ष देवेन्द्र वर्मा, डॉ राकेश जादौन, देवेन्द्र यादव के अलावा अन्य गणमान्य नागरिक, मीडियाबंधुओं के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक डॉ मोनिका शुक्ला, एसडीएम श्री रोशन राय, तहसीलदार कमल मंडेलिया, जनपद सीईओ श्री अरविन्द शर्मा के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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