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भोपाल विदिशा में चली आंधी, मध्यप्रदेश में नौतपा ‘बेअसर’: 29 मई से एक और सिस्टम, जून की शुरुआत भी आंधी-बारिश से

भोपाल डेस्क :

मध्यप्रदेश में नौतपा की शुरुआत कमजोर हुई है। पहले दिन पारा 4.5 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। शुक्रवार को भी मौसम की ऐसी ही तस्वीर देखने को मिलेगी। मौजूदा सिस्टम का असर कम है। इस कारण बारिश होने के आसार कम है, लेकिन 29 मई से फिर एक सिस्टम एक्टिव हो रहा है। इससे जून की शुरुआत भी आंधी-बारिश से ही होगी। बता दें कि मार्च, अप्रैल और मई में प्रदेश में आंधी, ओलावृष्टि और बारिश हुई है। वहीं, जून से मानसून की एंट्री हो जाएगी।

सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि उत्तरी भारत में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोप) एक्टिव है, लेकिन इसकी अप्रोच कम है। यानी, मध्यप्रदेश में असर ज्यादा नहीं है। इस कारण गुरुवार को बारिश नहीं हुई। शुक्रवार को भी दोपहर तक मौसम साफ रहेगा। इसके बाद बादल छाएंगे, लेकिन बारिश होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। 29 मई को एक और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस आ रहा है। इसमें बारिश हुई। यह जून के पहले सप्ताह तक एक्टिव रह सकता है।

10 साल में 7 बार हुई बारिश
पिछले 10 साल में नौतपा के दौरान सात बार बारिश हुई। भोपाल समेत प्रदेश के कई हिस्सों में पानी बरसा। इस बार भी नौतपा के दौरान बारिश होने के आसार है।

नौतपा के पहले दिन गर्मी गायब, पारा लुढ़का
इससे पहले गुरुवार को नौतपा के पहले दिन मध्यप्रदेश में कम गर्मी रही। ज्यादातर शहरों में पारे में 2 से 4.5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हुई। भोपाल में पारे में 2.9 डिग्री की कमी देखने को मिल और यहां तापमान 38.8 डिग्री पर पहुंच गया। ग्वालियर में 38 डिग्री रहा और 2.5 डिग्री की गिरावट हुई। इसी तरह इंदौर में पारा 37.4 डिग्री पर पहुंच गया, जबकि एक दिन पहले तापमान 38.6 डिग्री था। जबलपुर में पारा 39.3 डिग्री रहा, जो एक दिन पहले 41.8 डिग्री था। चार दिन से सबसे गर्म खजुराहो में पारे में 4.5 डिग्री की गिरावट हुई। यहां गुरुवार को तापमान 40.5 डिग्री रहा। गुरुवार को नरसिंहपुर में सबसे ज्यादा 43.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा, जबकि सबसे कम 32.2 डिग्री रहा।

भोपाल में रात में चली आंधी, कई कॉलोनियों की बिजली गुल
राजधानी भोपाल और विदिशा में रात 3 बजे के बाद आंधी चली। करीब 2 घंटे तक मौसम बदला रहा। इसके साथ हल्की बारिश भी हुई। आंधी और बारिश के चलते शहर की कई कॉलोनियों में बिजली गुल हो है और वे अंधेरे में डूब गई। कुछ जगहों पर पेड़ गिरने की सूचना भी आ रही है। वहीं विदिशा में आंधी चलने से पूरे शहर की बिजली सप्लाई बंद कर दी गई थी।

मई के आखिरी सप्ताह में भी गर्मी कम
मौसम वैज्ञानिक पांडे ने बताया कि मार्च से मई तक प्री-मानसून एक्टिविटी रहती है। मार्च और अप्रैल के बाद मई में भी बारिश, ओले और तेज हवा का दौर चल रहा है। मौजूदा सिस्टम को देखते हुए पूरे मई माह में मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान है। आमतौर पर मई के आखिरी दिनों में तेज गर्मी पड़ने का ट्रेंड है। पिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डाले तो ग्वालियर में 47 और भोपाल में पारा 46 डिग्री के पार पहुंच जाता है। इंदौर, जबलपुर-उज्जैन समेत बाकी शहर भी गर्म रहते हैं, लेकिन अबकी बार पारा 40-42 डिग्री के आसपास ही है। सिर्फ खजुराहो-टीकमगढ़ ही गर्म है। पचमढ़ी सबसे ठंडा है। यहां पारा 32.2 डिग्री तक पहुंच गया है।

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