मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने का सपना देख रहे छात्रों के लिए राहत की खबर: प्रदेश में खुलेंगे 23 सरकारी बी.एससी. नर्सिंग कॉलेज
जयपुर डेस्क :
INC नई दिल्ली के इन्फ्रास्ट्रक्चर, मैन पावर जैसे मापदंड पर बनेंगे मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने का सपना देख रहे छात्रों के लिए राहत की खबर है। केन्द्र सरकार ने देश में खुलने वाले 157 में से 23 बी.एससी नर्सिंग कॉलेज राज्य में खोलने की मंजूरी दी है। हर कॉलेज में 100-100 सीटों के साथ ही दस-दस करोड़ रुपए का बजट मिलेगा। अस्पतालों में नर्सेज की बढ़ती मांग व क्वालिटी युक्त शिक्षा व इलाज के लिए केन्द्र सरकार ने पहले से संचालित मेडिकल कॉलेजों में 157 बी.एससी नर्सिंग कॉलेज खोलने की योजना बनाई है। इसके लिए 1,570 करोड़ रुपए का बजट दिया है।
हर कॉलेज को आवंटित किया जाएगा 10-10 करोड़ रुपए का बजट
देश में 1,06,000 एमबीबीएस की सीटें, जबकि बी.एससी नर्सिंग की 1,18,000 सीटें
देश में 1,18,000 बी.एससी नर्सिंग सीट हैं। 40 फीसदी नर्सिंग कॉलेज दक्षिण भारत के चार राज्यों में हैं। मौजूदा स्थिति में बिहार में सिर्फ 2 सरकारी नर्सिंग कॉलेज हैं, जो नर्सिंग की डिग्री दे रहे हैं। झारखंड में तो सिर्फ एक सरकारी नर्सिंग कॉलेज है, जो बी.एससी नर्सिंग की डिग्री देता है। यूपी में यह संख्या दस है।
1 कॉलेज में 46 पद
आईएनसी नई दिल्ली के अनुसार हर कॉलेज में प्राचार्य, उपप्राचार्य, प्रोफेसर, एसोसिएट, असिस्टेंट प्रोफेसर, नर्सिंग ट्यूटर के हिसाब से 46 पद होने चाहिए यानी 23 कॉलेजों में 1058 योग्य अभ्यर्थियों को सरकारी नौकरी आसानी से मिल सकेगी।
यह मिलेगा फायदा
- कम फीस में पढ़ाई के साथ-साथ क्वालिटी युक्त शिक्षा मिलेगी। बाहर नहीं जाना पड़ेगा। प्रशिक्षित स्टाफ मिलने से वार्डों, आईसीयू में भर्ती मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा।
- हकीकत: प्रदेश में कुल 197 बी.एससी नर्सिंग संस्थान, सरकारी 36 व 161 निजी, सरकारी में सीटों की संख्या 2350 व निजी में 7425.
कहां-कितने संस्थान
देश में कुल 157 नए नर्सिंग कॉलेजों में से सबसे ज्यादा यूपी में 27 खुलेंगे, उसके बाद राजस्थान में 23, मध्य प्रदेश में 14 और तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में 11-11 कॉलेज खुलेंगे। बिहार में आठ, जम्मू-कश्मीर और ओडिशा में सात-सात, असम, छत्तीसगढ़, गुजरात और झारखंड में पांच-पांच, कर्नाटक और उत्तराखंड में चार-चार, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में तीन-तीन और हरियाणा में एक कॉलेज खोला जाएगा।
- केन्द्र सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। राजमेस की ओर से अधिकतर जिलों में बी.एससी नर्सिंग कॉलेज प्रारंभ हो चुके हैं। -टी.रविकांत, मेडिकल शिक्षा सचिव
- सरकारी संस्थान खुलने से न केवल युवाओं को रोजगार मिल सकेगा, बल्कि छात्रों को भी राज्य के बाहर नहीं जाना पड़ेगा। मौजदूा स्थिति में नर्सेज की भारी कमी है। -डॉ. शशिकांत शर्मा, रजिस्ट्रार, राज. नर्सिंग काउंसिल