MP विधान सभा चुनाव में AI की एंट्री: फेक वीडियो से हमला; सीएम कहते दिख रहे-नाथ को रोको, नाथ कह रहे-लाड़ली बहना बंद करेंगे, निर्वाचन आयोग ने लिया संज्ञान
भोपाल डेस्क :
विधानसभा चुनाव में एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की एंट्री हो गई है। अपने प्रतिद्वंद्वियों को जवाब देने के लिए एआई से बनी क्रिएटिव आवाज में वीडियो साझा किए जा रहे हैं। बीते 24 घंटे में ट्विटर और फेसबुक पर दो वीडियो तेजी से वायरल हुए हैं। कुछ वीडियो ऐसे भी जारी हो रहे हैं जिन्हें अधिकारिक रूप से तो कोई स्वीकार नहीं कर रहा है।
लेकिन इसमें नेता अपने प्रतिद्वंदी के बारे में चिंता जाहिर कर रहे हैं। वहीं कुछ में घोषणाएं बंद करने की बात हो रही है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन का कहना है कि दोनों वीडियो का हमने संज्ञान लिया है। इस संबंध में चुनाव आयोग सोशल मीडिया कंपनी के मैनेजमेंट से बात कर रहा है। पुलिस को भी जांच के लिए कहा गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले 9 अक्टूबर को ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के एक सवाल की क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। इसे एआई से बनाया गया था। वीडियो में अमिताभ बच्चन को मप्र के एक प्रतियोगी से पूछते हुए दिखाया था कि किस सीएम को ‘घोषणा मशीन’ कहा जाता है। बाद में शो के निर्माताओं ने इसे फेक बताया था।
पहला वीडियाे
सीएम कह रहे- कुछ भी करो, नाथ को रोको
सीएम और कैबिनेट बैठी है। सीएम की आवाज में वीडियो चल रहा है कि मैं बार-बार कह रहा हूं, कुछ भी करो, कमलनाथ को रोको। कांग्रेस आ गई तो सबको 1500 रु. माह और 500 में गैस देने लगेंगे। इस बार छोड़ो, अगली बार भी जीतना मुश्किल हो जाएगा। हमने 1250 दिए है, कमलनाथ 1500 देंगे।
दूसरा वीडियाे
नाथ बोल रहे- सबके नाम काट देंगे
कमलनाथ सभा में बोल रहे हैं कि कांग्रेस सरकार बनेगी तो हम सबसे पहले लाड़ली बहना योजना बंद करेंगे। जिनको पैसे मिल चुके, उनके नाम काट देंगे और नए जोड़ेंगे। नारी सम्मान योजना का लाभ उन्हें ही मिलेगा, जिनका नाम लाड़ली बहना में नहीं होगा। ये हमारा वचन है। कमलनाथ का वचन है।
आईटी एक्ट में नहीं इस तरह के वीडियो रोकने का प्रावधान
साइबर एक्सपर्ट शोभित चतुर्वेदी के अनुसार, आईटी एक्ट में ऐसे वीडियो रोकने के लिए कोई प्रावधान नहीं है। एक वीडियो को ब्लॉक करेंगे तो दूसरा आ जाएगा। इसके लिए सोशल मीडिया कंपनी के साथ सीधे मिलकर वीडियो को तत्काल ब्लॉक करने के लिए कहा जाना चाहिए।
ये कांग्रेस का डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट
ये फर्जी वीडियो है। इसे कांग्रेस के डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट ने तैयार किया है। जनता का आर्शीवाद भाजपा के साथ है इसलिए कांग्रेस में बौखलाहट है। इस वीडियो की हमने चुनाव आयोग में शिकायत की है। मिलन भार्गव, प्रवक्ता, भाजपा
निर्वाचन आयोग सख्त कार्रवाई करे
निर्वाचन आयोग के संज्ञान में आने के बाद उसे ये सब रोकना चाहिए, ताकि नेताओं की प्रतिष्ठा धूमिल न हो। ऐसे लोगों को चिह्नित कर आईटी एक्ट के तहत मामले दर्ज किए जाएं।
केके मिश्रा, प्रवक्ता, कांग्रेस