IIT इंदौर दीक्षांत समारोह: इन बेटा-बेटियों की सक्सेस से माता-पिता के चेहरे पर ‘सोने-चांदी सी चमक’
इंदौर डेस्क :
आईआईटी इंदौर के के दीक्षांत समारोह में मेडल प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में लड़कियों लड़कों से आगे रही। जिन 11 विद्यार्थियों को मैडल मिले, 6 मेडल लड़कियों को दिए गए। हालांकि कुल डिग्रियां पाने वाले 554 छात्रों में से लड़कियों की संख्या सिर्फ 114 रही। इनमें से बीटेक के 297, एमएससी के 101, एमटेक के 62, एमएस रिसर्च के 12 और पीएचडी के 82 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई। पीएचडी पाने वालों में आगरा के एक किसान के बेटे देवराज सिंह भी शामिल हैं। माता-पिता और भाई-बहन के साथ शामिल हुए देवराज अक्टूबर में अमेरिका के ओहायो में अपने पोस्ट डॉक्टोरल के लिए जाएंगे।
इन बेटा-बेटियों की सक्सेस से माता-पिता के चेहरे पर ‘सोने-चांदी सी चमक’
पीएचडी में गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाली जसप्रीत कौर ने पिछले 5 साल में कैंसर, एचआईवी और टीबी के लिए ऐसी दवाई बनाने का प्रयास किया है जिसे दिनभर में एक बार ही देने की जरूरत पड़े। एक कैंसर पीड़ित बच्ची की पीड़ा बनी दवाई बनाने की प्रेरणा बनी।
एमएससी में गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाली जमशेदपुर की श्रीजिता पाल ने भी कैंसर की दवाई पर काम किया है। उन्होंने रुथेनियम कॉम्प्लेक्स से ऐसी दवा बनाई है जिसके कम से कम साइड इफेक्ट हों। ये दावा सिर्फ कैंसर सेल को टारगेट करेगी।
बीटेक में गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले छात्र पूर्णदीप चक्रबर्ती ने बताया कि उन्होंने अपने वीडियो गेम्स और प्रोग्रामिंग के पैशन को अपने प्रोफेशन में तब्दील किया है। उन्होंने कहा कि अभी तो मैंने बेंगलुरू में ओरेकल में जॉब ज्वाइन किया है।