मध्यप्रदेश

ब्रेकिंग न्यूज़- बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघ ने ग्रामीण पर हमला किया, मौत: भैंस का शिकार कर घर के आंगन में बुजुर्ग पर लपका

तीन दिन में तीसरी घटना

न्यूज़ डेस्क :

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक बार फिर बाघ ने बुजुर्ग पर हमला कर दिया। मंगलवार देर रात बुजुर्ग की मौत हो गई। ये तीन दिन में बाघ के हमले की तीसरी घटना है। इससे पहले रविवार को और सोमवार को बाघ ने दो ग्रामीणों पर हमला किया था। दोनों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

बताया जा रहा है कि बाघ पतौर परिक्षेत्र के बमेरा गांव में दम्मा यादव (60) के घर के आंगन में भैंस का शिकार कर रहा था। गाय की तेज आवाज सुन दम्मा की नींद खुली। वह घर के बाहर निकला, तभी बाघ उस पर लपक गया। इस पर घर में सो रहे लोग जाग गए। बाघ हमले के बाद जंगल की तरफ भाग गया। पतौर परिक्षेत्र की टीम को इसकी जानकारी दी गई। परिक्षेत्र अधिकारी अर्पित मैराल टीम के साथ दम्मा को जिला अस्पताल लेकर पहुंची। यहां से उसे जबलपुर रेफर कर दिया गया। रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।

तीन दिन में तीसरी बार हमला

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पतौर परिक्षेत्र में बाघ ने तीन दिन में तीसरी बार हमला किया। रविवार को बकेली बीट में बद्री यादव (70) को बाघ ने घायल कर दिया था। सोमवार को श्याम किशोर पाल (18) पर बाघ ने हमला कर दिया। अब घर के आंगन में बुजुर्ग पर हमला किया।

वन परिक्षेत्र अधिकारी पतौर अर्पित मैराल ने बताया कि नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। बीटीआर प्रबंधन मृतक के परिजन की हरसंभव मदद करेगा।

इसलिए बढ़ रहा बाघों का मूवमेंट

अधिकारियों ने बताया कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 165 बाघ हैं। बाघों की संख्या बढ़ने से ग्रामीण क्षेत्रों में मूवमेंट भी बढ़ रहा है। कोर और बफर दोनों ही क्षेत्रों में बाघ दिखाई दे रहे हैं। जिस बमेरा गांव में बाघ हमला कर रहा है, वह कोर एरिया के जंगलों से घिरा हुआ है। यहां वन्य प्राणियों का मूवमेंट बना रहता है। रिजर्व की टीम लगातार गश्त करती रहती है। हाथी से भी गश्त कराई जाती है। बमेरा गांव विस्थापित सूची में है। अभी इसका विस्थापन नहीं हो पाया है।

पेंच नेशनल पार्क में बाघ के हमले से चरवाहे की मौत

सिवनी में मवेशी चराने खवासा करवई के जंगल गए 50 वर्षीय चरवाहे पर बाघ ने हमला कर दिया। चरवाहे यशवंत राव वैध की मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि शाम को सभी मवेशी गांव लौट आए, लेकिन यशवंत घर नहीं पहुंचा तो उसे तलाशने जंगल गए। वह मृत अवस्था में मिला। उसके शरीर पर पंजे जैसे निशान थे। इसकी सूचना पुलिस व वन विभाग को दी गई।

खवासा पेंच रेंजर श्री उपाध्याय का कहना है कि, मृतक का शिकार महाराष्ट्र के जंगल में हुआ है। इसलिए देवलापार सामान्य की ओर से आगे की कार्रवाई की जा रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!