विधान सभा चुनाव- सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की मीटिंग में तय हुए उम्मीदवार: बीजेपी कैंडिडेट्स का ऐलान जल्द संभव
हारी हुई सीटों पर फोकस
नई दिल्ली डेस्क :
भाजपा के दिल्ली हेडक्वॉर्टर में बुधवार को पार्टी की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक हुई। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, मीटिंग में MP-छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों को लेकर कई अहम फैसले लिए गए। भाजपा जल्द ही दोनों राज्यों के लिए कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी कर सकती है।
मीटिंग में मध्य प्रदेश की 63 सीटों के उम्मीदवारों को लेकर चर्चा हुई। इन सीटों पर भाजपा को पिछले विधानसभा चुनाव में हार मिली थी। एजेंसी के मुताबिक, 63 में से 36-37 सीटों पर कैंडिडेट्स के नाम फाइनल हो गए हैं। इससे पहले पार्टी हारी हुई 39 सीटों के लिए कैंडिडेट्स का ऐलान कर चुकी है। भाजपा को पिछले चुनाव में 230 में से 102 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था।
स्टेट कोर कमेटी की मीटिंग में बनी लिस्ट
सेंट्रल इलेक्शन कमेटी (CEC) की मीटिंग से पहले MP भाजपा की कोर कमेटी ने राज्य में दो दिन तक मीटिंग की थीं। इस दौरान उम्मीदवारों की लिस्ट बनाई गई। CEC की मीटिंग में इन नामों पर चर्चा कर मुहर लगाई गई।
G20 की सफलता के लिए PM मोदी का सम्मान
मीटिंग के लिए भाजपा कार्यालय पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुके देकर स्वागत किया। मीटिंग में पीएम मोदी की लीडरशिप में G20 समिट के सफल आयोजन की सराहना में एक प्रस्ताव भी पारित किया गया।
भाजपा छत्तीसगढ़ के 21 कैंडिडेट्स भी घोषित कर चुकी
अगस्त में हुई मीटिंग में भाजपा ने पिछले चुनाव में हारी हुई सीटों पर MP के लिए 39 कैंडिडेट्स और छत्तीसगढ़ के लिए 21 कैंडिडेट्स के नामों की घोषणा की थी। वहीं, कांग्रेस ने दोनों ही राज्यों के लिए अभी तक कैंडिडेट्स की लिस्ट जारी नहीं की है।
मध्य प्रदेश की पहली सूची…
छत्तीसगढ़ के प्रत्याशियों की पहली सूची..
अगस्त में हुई मीटिंग में सीटों को 4 कैटेगरी में बांटा गया था
- अगस्त में हुई मीटिंग में MP-छत्तीसगढ़ की सीटों को 4 कैटेगरी- A, B, C, D में बांटा गया था। A कैटेगरी में वे सीटें हैं, जिन्हें भाजपा ने हर बार जीता है। B कैटेगरी में वे सीटें हैं, जिन पर भाजपा की जीत-हार दोनों हुई है। C कैटेगरी की सीटों पर भाजपा कमजोर है। वहीं, D कैटेगरी की सीटों पर भाजपा कभी नहीं जीत सकी है।
- इस बार भाजपा जातियों को पूरी तरजीह दे रही है। प्रत्याशी चयन में देखा जा रहा है कि वो किस जाति का है जाति वर्ग वोटर्स की तादाद कितनी है, अन्य समुदायों में उसकी पकड़ कैसी है।
- मजबूत दावेदारों को चुनाव की तैयारी शुरू करने जैसे आयकर-संपत्ति विवरण, क्रिमिनल रिकॉर्ड, एजुकेशन और सर्टिफिकेट इकट्ठा करने को कहा गया है। साथ ही सारी जानकारी पुख्ता और दस्तावेजी रहे, ताकि नामांकन पत्र खारिज न हो सके।