इंदौर डेस्क :
सितारों की अगवानी के लिए इंदौर का आंगन एक बार फिर तैयार है। शहर की गौरवशाली परंपरा झांकी चल समारोह के रूप में मंगलवार रात फिर निभेगी। अनंत चतुर्दशी पर झिलमिल झांकियों का कारवां मंगलवार शाम 6 बजे से शुरू होगा। पुलिस और प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है।
सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी कैमरों और वॉच टॉवर के अलावा सिविल में भी पुलिसकर्मी आम जनता के बीच रहेंगे। शराब पीकर यदि कोई आता है तो ब्रीथ एनालाइजर से तत्काल जांच होगी और फिर उस व्यक्ति को सुबह ही छोड़ा जाएगा। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि चल समारोह के मद्देनजर शहर में कानून व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। साफ-सफाई, प्रकाश और पेयजल की भी व्यवस्था की गई है।
मिलों समेत 12 संस्थाओं की झांकी
1. खजराना गणेश मंदिर 2. इंदौर विकास प्राधिकरण 3. नगर निगम 4. होप टेक्सटाइल (भंडारी मिल) 5. कल्याण मिल, 6. मालवा मिल 7. हुकमचंद मिल 8. स्वदेशी मिल 9. राजकुमार मिल 10. स्पूतनिक ट्यूटोरियल एकेडमी 11. जय हरसिद्धि मां सेवा समिति 12. श्री शास्त्री कॉर्नर नवयुवक मंडल छोटा गणपति मंदिर मल्हारगंज।
डीआरपी लाइन मैदान से शुरुआत
मंगलवार शाम 6 बजे से झांकियां निकलने का समय है। समारोह मिल क्षेत्र और डीआरपी लाइन से शुरू होकर श्रम शिविर, देवी अहिल्या मार्ग, एमजी रोड, कृष्णपुरा, नंदलालपुरा, जवाहर मार्ग, नृसिंह बाजार, सीतलामाता बाजार, गौराकुंड, खजूरी बाजार से राजबाड़ा होकर मिलों पर समाप्त होगा।
- मंच के सामने अखाड़े 1 मिनट से ज्यादा नहीं रुक सकेंगे, धारदार हथियार लेकर नहीं चल सकेंगे
- अधिकारियों की जिम्मेदारी रहेगी कि निर्धारित समय पर झांकियां मिल प्रागंण से बाहर निकलें।
- झांकियों की गाड़ी के टायर-ट्यूब, उनमें लगी विद्युत व्यवस्था व उनके लिए जनरेटर आदि को देखेंगे।
- झांकियों के साथ प्राथमिक चिकित्सा का सामान व डॉक्टर की व्यवस्था सिविल सर्जन करेंगे।
- निर्धारित समय पर नहीं निकलने वाली झांकी को चल समारोह में शामिल नहीं किया जाएगा।
- यदि किसी झांकी की विद्युत व्यवस्था या किसी अन्य अवरोध के कारण आगे बढ़ने में कठिनाई होती है तो वह अपनी झांकी एवं अखाड़े को एक तरफ रोककर पीछे से आने वाली झांकी को आगे निकलने देगी।
- नए स्वागत मंचों की अनुमति नहीं दी गई है।
- एक मंच पर दो से अधिक स्पीकर लगाने की अनुमति नहीं है।
- अखाड़ों के उस्तादों से कहा गया है कि वे झांकी निकलने के पहले शाम 5 बजे तक पहुंच जाएं।
- अखाड़ों में शराब आदि नशा करके चलना प्रतिबंधित है।
- तेज धारदार हथियार लेकर चलना भी प्रतिबंधित है।
- मिट्टी के तेल को मुंह में भरकर आग उड़ाना एवं अन्य खतरनाक किस्म के करतब भी प्रतिबंधित है।
- अखाड़ों के उस्तादों को प्रतीक के रूप में मात्र एक तलवार म्यान में रखकर चलने की अनुमति रहेगी।
- प्रत्येक अखाड़े के सदस्य स्वागत मंच पर 1 मिनट व निर्णायक मंच पर 3 मिनट तक करतब दिखाएंगे।