भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी को लेकर प्रदर्शन कर रहे NSUI कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज: डिप्टी सीएम का आवास घेरने जा रहे थे

न्यूज़ डेस्क :
रीवा में गुरुवार को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई। एनएसयूआई कार्यकर्ता भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। इसमें पांच कार्यकर्ता और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने 30 छात्रों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को पटवारी भर्ती, नर्सिंग घोटाला, नीट एग्जाम, व्यापमं घोटाला, आरक्षक भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी को लेकर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता दोपहर करीब 2 बजे डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल का आवास घेराव करने जा रहे थे। वे विवेकानंद पार्क से चलकर मानस भवन के पास पहुंचे। यहां पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
प्रदर्शनकारी डिप्टी सीएम के आवास के घेराव की मांग पर अड़ गए और जमकर नारेबाजी करने लगी। इसी बात पर पुलिस के साथ उनकी झड़प हो गई। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए हल्के बल का प्रयोग किया। प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआई जिलाध्यक्ष पंकज उपाध्याय, संगठन मंत्री शिवम मिश्रा, जिला उपाध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, सचिव अजय सिंह और संस्कार त्रिपाठी घायल हुए हैं। इनके हाथ-पैर और कमर पर चोट आई है।
एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष पंकज उपाध्याय का कहना है कि पुलिस ने लड़कियों पर भी लाठियां चलाई हैं, जिसमें दीप्ति यादव और निकिता शर्मा भी गंभीर रूप से घायल हुई हैं। एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंजुल त्रिपाठी के मुताबिक छात्रों पर लाठियां चलाई गई हैं, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। आगे चलकर उग्र आंदोलन करेंगे।

छात्रा बोली- …तो सुसाइड कर लेंगे
प्रदर्शन में शामिल छात्रा गरिमा पांडेय ने बताया, ‘हमने नर्सिंग की परीक्षा दी थी, जिसका रिजल्ट एक साल से रुका है। कॉलेज की मान्यता रद्द कर दी गई। हम चाहते हैं कि रिजल्ट जारी किया जाए, ताकि आगे की पढ़ाई कर सकें। नर्सिंग घोटाला अलग चीज है, लेकिन रिजल्ट में घोटाला नहीं है। रिजल्ट की मांग को लेकर एनएसयूआई के बैनर तले गए थे। साल भर से नर्सिंग के 66 हजार स्टूडेंट्स का रिजल्ट रुका है। दफ्तरों के चक्कर लगा चुके हैं। रिजल्ट जल्द जारी नहीं होता है, तो डिप्टी सीएम के आवास के बाहर जाकर सुसाइड कर लेंगे।’
छात्र बोले – सूचना दी थी फिर भी मारा गया
छात्र अमन तिवारी ने बताया’ ‘अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में हर बार छात्रों को फेल कर दिया जाता है। छात्र साल भर पढ़ाई करते हैं फिर भी रिजल्ट में लापरवाही बरती जाती है। फिर पास करने के नाम पर प्रोफेसर और विभाग के लोग पैसे मांगते हैं। रीवा के विश्वविद्यालय में यह कमाई का जरिया बन गया है। पहले से घेराव की सूचना दी थी। फिर भी हमारे साथियों को मारा गया।
छात्र दिनेश नामदेव का कहना है, ‘हम परीक्षाओं में हुए घोटाले के मुद्दे को लेकर युवाओं और छात्रों की मांग रखने शांतिपूर्ण तरीके से डिप्टी सीएम के आवास जा रहे थे। पुलिस ने हम पर पानी की बौछारें की फिर लाठियों से मारा। हमारी आवाज को कुचलने का काम किया गया है। अधिकार मांगने पर लाठियां क्यों चलाई जा रही हैं?
पुलिस बोली- सरकारी संपत्ति का नुकसान कर रहे थे
सीएसपी रितु उपाध्याय का कहना है कि एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। दो पुलिस जवानों को घायल कर दिया। इसके बाद हल्का बल प्रयोग किया है। फिलहाल, उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। आगे वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। छात्रों की संख्या ज्यादा थी, इसलिए हल्का बल प्रयोग करना मजबूरी बन जाती है।
नर्मदापुरम में बीआरडी नर्सिंग कॉलेज पहुंची CBI टीम
नर्मदापुरम के पवारखेड़ा में स्थित बीआरडी नर्सिंग काॅलेज में भी गुरुवार को सीबीआई की टीम जांच के लिए पहुंची है। सुबह 11 बजे से टीम कॉलेज में दस्तावेज खंगाल रही है। जांच मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में हो रही है। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है। भोपाल से आए जांच दल सदस्य इटारसी के दुबे हॉस्पिटल भी पहुंचा है।



