इंदौर

तकनीकी दिक्कत- 17 हजार छात्र नहीं भर पाए परीक्षा फॉर्म: सात दिन तारीख बढ़ाने के बाद भी तकनीकी समस्या दूर नहीं कर पाई यह यूनिवर्सिटी

इंदौर डेस्क :

देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी की बीकॉम, बीए, बीबीए, बीएससी सहित अन्य यूजी कोर्स की सेकंड ईयर की परीक्षा के फॉर्म जमा करने में फिर तकनीकी समस्या आ गई है। नतीजा यह हुआ कि सात दिन तारीख बढ़ाने के बाद भी यह समस्या नहीं सुलझ पाई है। इसके चलते 17 हजार से ज्यादा छात्र परीक्षा फॉर्म नहीं भर पाए, जबकि शुक्रवार काे अंतिम तारीख है।

दरअसल पिछले साल सेकंड ईयर में फेल हुए 14 हजार से ज्यादा छात्राें काे जुलाई से शुरू हुए सत्र में नई एजुकेशन पॉलिसी के छात्र के साथ शामिल कर लिया था। उसके लिए गाइडलाइन तय की थी। ऐसे में इन छात्राें काे सेकंड ईयर के परीक्षा फॉर्म जमा करने में दिक्कतें अा रही हैं। इन छात्राें के साथ ही एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में शिफ्ट हुए डेढ़ हजार से ज्यादा छात्र भी ऑनलाइन फॉर्म जमा नहीं कर पा रहे। यही नहीं, यूनिवर्सिटी बदलने वाले और पिछले साल प्राइवेट परीक्षा देकर जुलाई से नियमित छात्र के ताैर पर सेकंड ईयर में प्रवेश लेने वाले छात्र भी परीक्षा फॉर्म नहीं भर पा रहे।

यूनिवर्सिटी में हड़ताल होने से वहां काेई सुनने वाला नहीं है, जबकि कॉलेजाें के पास काेई जवाब नहीं है। यूनिवर्सिटी काे इस मामले में तकनीकी बाधा दूर कर इन सभी छात्राें काे नई एजुकेशन पॉलिसी के छात्र के ताैर पर माैका देना है, लेकिन उससे पहले जाे औपचारिकताएं पूरी करना हैं, वह यूनिवर्सिटी नहीं कर पाई है। छात्र कल्याण संकाय के डीन डॉ. एलके त्रिपाठी का कहना है एक-दाे दिन में तकनीकी समस्या दूर हाे जाएगी।

विद्यार्थियों ने कहा- साै रुपए लेट फीस भी क्याें भरें जब गलती हमारी नहीं है
इधर, छात्राें का कहना है जब हमारी गलती ही नहीं है ताे हम 100 रुपए लेट फीस क्याें भरें। यूनिवर्सिटी काे स्पष्ट करना चाहिए कि आखिर कब परीक्षा फॉर्म जमा कर पाएंगे। हम कई दिन से परेशान हाे रहे। शिक्षाविद डॉ. श्याम सुंदर पलाेड़ का कहना है छात्र कॉलेज आकर परेशान हाे रहे हैं। यूनिवर्सिटी काे स्थिति स्पष्ट करना चाहिए, ताकि छात्रों को परेशानी न हाे।

पहले भी आई थी समस्या, लेकिन समाधान नहीं किया- इससे पहले भी यूनिवर्सिटी काे परेशानी आई थी। 25 मई अंतिम तारीख थी, जिसे बढ़ाकर 2 जून कर दिया, लेकिन छात्राें की तकनीकी समस्या का समाधान अब तक नहीं किया। इस अवधि के बाद 100 रुपए लेट फीस देकर फॉर्म भरे जा सकेंगे। इसके बाद 750 रुपए लेट फीस के साथ फॉर्म जमा होंगे।

छात्रों की ये हैं समस्याएं, जिनका समाधान नहीं हो पा रहा है

  • जाे छात्र पुरानी शिक्षा नीति में थे और 2022 में फेल हाे गए थे, उन्हें जुलाई 2022 में नई नीति में शामिल कर पढ़ाई करवाई, लेकिन जब परीक्षा की बारी आई ताे उनके फॉर्म में एरर आ रहा।
  • फर्स्ट ईयर प्राइवेट देने के बाद सेकंड ईयर नियमित दे रहे छात्रों के ओपन-इलेक्टिव और वाेकेशनल विषयों में बदलाव नहीं हो पा रहा है।
  • बीबीए में विषय नहीं बदल पा रहा है।
  • प्राइवेट छात्रों के जो विषय वोकेशनल-ओपन इलेक्टिव बदले हैं, फॉर्म में वह बदलाव नहीं हो पा रहा।
  • ट्रांसफर वाले छात्र, एक्स स्टूडेंट, गैप वाले छात्रों के फॉर्म ओपन नहीं हो रहे हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!