परीक्षा से सिर्फ 20 दिन पहले बदला सिलेबस, फूट-फूटकर रोए बच्चे: छात्र/छात्राओं ने की मंत्री से शिकायत, बोले- टीका माला पहनने पर भी रोक
न्यूज़ डेस्क :
मध्यप्रदेश के राजगढ़ के खिलचीपुर में 5वीं और 8वीं के बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने का मामला सामने आया है। यहां के मदर टेरेसा स्कूल प्रबंधन पर आरोप है कि परीक्षा से 20 दिन पहले ही पूरा सिलेबस ही बदल दिया। इस पर गुस्साए छात्र-छात्राओं ने परिजनों के साथ शनिवार को स्कूल में हंगामा कर दिया। उन्होंने प्रिंसिपल को खरी-खोटी सुनाई और धरना दिया। कई बच्चे तो फूट-फूट कर रोने लगे। हंगामे की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। इस मामले में नगरीय प्रशासन मंत्री ओपीएस भदौरिया ने भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
दरअसल प्रदर्शन कर रहे बच्चों को जब पता चला कि नगरीय प्रशासन मंत्री ओपीएस भदौरिया खिलचीपुर में हैं, तो वे अपने परिजनों के साथ रेस्ट हाउस में उनसे (मंत्री से) शिकायत करने जा पहुंचे। जहां पर मंत्री ने बच्चों की शिकायत सुनी और स्कूल के खिलाफ जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया।
यह है पूरा मामला
दरअसल सितंबर 2022 में मध्यप्रदेश राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा मध्यप्रदेश के समस्त शासकीय, अशासकीय व अनुदान प्राप्त स्कूलों को एक आदेश जारी कर निर्देशित किया गया था कि इस बार कक्षा 5वीं और 8वीं की वार्षिक परीक्षा SCERT द्वारा तय पाठ्यक्रम के आधार पर बोर्ड पैटर्न पर आयोजित की जाए।
आरोप है कि ख़िलचीपुर के मदर टेरेसा स्कूल ने राज्य शिक्षा केंद्र के इस आदेश को नहीं माना और कमीशन के लालच में अपने स्कूल के पांचवी और आठवीं के विद्यार्थियों को अलग कोर्स पढ़ाया। अब जब दोनों कक्षाओं की परीक्षा में सिर्फ 20 दिन बचे हैं, ऐसे में स्कूल ने अचानक बच्चों का कोर्स बदलते हुए उन्हें सरकार के बताए कोर्स से एग्जाम की तैयारी करने को कहा। ऐसे में बच्चे इस बात को लेकर परेशान हैं कि 20 दिन में वह नए कोर्स को कैसे पूरा करें और परीक्षा की तैयारी कैसे करें। उन्हें फेल होने का डर भी सता रहा है।
प्रिंसिपल बोलीं- हम आदेश का पालन कर रहे
वहीं, कोर्स बदलने को लेकर मदर टेरेसा स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर मैरीन जोस का कहना है कि उज्जैन डायोसिस से पैटर्न बदलने का आदेश आया है। हम 20 दिन में एक्स्ट्रा क्लासेस लगाकर बच्चों का कोर्स पूरा कराएंगे। इसमें बच्चे भी मेहनत करेंगे।
बच्चों ने मंत्रीजी से कहा- सर स्कूल में तिलक लगाकर नहीं आने देते
स्कूल की शिकायत करने के दौरान स्कूल के 1 बच्चे ने नगरीय प्रशासन मंत्री ओपीएस भदौरिया से कहा कि सर मदर टेरेसा स्कूल के नियम अलग हैं। स्कूल में न तो हमें तिलक लगाकर आने दिया जाता है और न ही हमें रुद्राक्ष की माला पहनकर आने देते हैं। जिसको लेकर मंत्री ने नाराजगी जताते हुए इस मामले में जांच करवाने के साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से शिकायत कर कार्रवाई करवाने का आश्वासन दिया है।
छात्र बोला- 20 दिन में कोर्स कवर नहीं होगा सर
एक छात्र ने मंत्री से शिकायत करते हुए कहा- पहले उन्होंने अपना कोर्स पढ़ाया। जिसे हमने 6 हजार रुपए में खरीदा था। अब हमसे बोल रहे हैं कि जो MP बोर्ड का कोर्स है उससे तुम्हारा पेपर आएगा। बताइए सर हम कैसे करें। 20 दिन में कोर्स कवर नहीं होगा। वहीं एक छात्रा ने कहा- पहले बहुत अलग कोर्स पढ़ाया गया, और अब परीक्षा से 20 दिन पहले पूरा कोर्स बदल दिया। हमारा पूरा भविष्य अंधकार में लग रहा है।
जिला शिक्षा अधिकारी बोले- 20 दिन सरकारी शिक्षक पढाएंगे
इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी करण सिंह भिलाला ने कहा कि मदर टेरेसा स्कूल के 5वीं और 8वीं के बच्चों को अब सरकारी स्कूल के शिक्षक भी पढाएंगे। सरकारी स्कूलों के शिक्षक एक्स्ट्रा क्लासेस लेकर 20 दिनों में परीक्षा की तैयारी करवाएंगे। साथ ही स्कूल के खिलाफ कार्रवाई को लेकर उन्होंने एक प्रतिवेदन राजगढ़ कलेक्टर को भी भेजने की बात कही।
मंत्री ओपीएस भदौरिया बोले- सख्त कार्रवाई की जाएगी
नगरीय प्रशासन और आवास राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया ने कहा है कि ये बहुत गंभीर मामला है। मैंने पूरे धैर्य के साथ बच्चों की बात को सुना और प्रशासन को सख्त निर्देश दिए हैं कि उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इस तरह की गतिविधियां बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। एक तो बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ और दूसरा धर्म के प्रति आचरण के व्यवहार पर रोक लगाना बहुत गंभीर कृत्य हैं। मैं इस मामले को उच्च स्तर पर ले जाऊंगा। मैंने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
विहिप और बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने की FIR की मांग
उधर इस मामले को लेकर शनिवार रात को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए खिलचीपुर थाने पहुंचे, जहां उन्होंने मदर टेरेसा स्कूल प्रबंधक पर FIR दर्ज करने के लिए एक आवेदन दिया। विहिप जिला उपाध्यक्ष वीरम विश्वकर्मा ने बताया कि हमारे सामने मदर टेरेसा स्कूल का एक वीडियो आया है, जिसमें बच्चे बता रहे हैं कि स्कूल में उन्हें तिलक नहीं लगाने दिया जाता। साथ ही धार्मिक लॉकेट भी नहीं पहनने दिया जाता। कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि इस मामले में कार्रवाई नहीं की जाती है तो विश्व हिंदू परिषद उग्र आंदोलन करेगा।